नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूरी जानकारी | National Stock Exchange – NSE इंडिया की स्टॉक एक्सचेंज in Hindi
National Stock Exchange (of India) – NSE in hindi – नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) मुंबई में स्थित भारत का अग्रणी स्टॉक एक्सचेंज है. NSE को 1992 में देश में पहली डिम्यूट्यूलाइज्ड इलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज ( Demutualized Electronic Exchange ) के रूप में स्थापित किया गया था.
भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज है ?
भारतीय प्रतिभूति बोर्ड (SEBI) की वेबसाइट पर दी गई लिस्ट के अनुसार भारत में 7 स्टॉक एक्सचेंज है, और 5 कमोडिटी डेरीवेटिव एक्सचेंज (Commodity Derivative Exchanges) है, इस तरह ये कहा जा सकता है वर्ष २०१८ में कमोडिटी एक्सचेंज को मिलकर भारत में कुल एक्टिव 12 स्टॉक एक्सचेंज है
भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज
- BSE Ltd.- बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज मुंबई– जिसका प्रमुख सूचकांक है – sensex – नेशनल स्टॉक एक्सचेंज , मुंबई – जिसका प्रमुख सूचकांक है – NIFTY(50)
इसके आलावा भारत के अन्य स्टॉक एक्सचेंज है –
भारत के अन्य स्टॉक एक्सचेंज
- Calcutta Stock Exchange Ltd.- cse-india जिसका मुख्यालय कलकत्ता बंगाल में है, https://www.cse-india.com/
- India International Exchange (India INX) –मुम्बई, यहाँ BSE का सहायक एक्सचेंज है.
- Magadh Stock Exchange Ltd. – पटना,
- Metropolitan Stock Exchange of India Ltd.- बांद्रा कुर्ला काम्प्लेक्स –मुंबई, इंडिया की स्टॉक एक्सचेंज प्रमुख इंडेक्स SX40
- NSE IFSC Ltd.- मुंबई – NSE का सहायक एक्सचेंज.
STOCK EXCHANGE IN INDIA – SEBI SHAREMARKET HINDI
भारत के कमोडिटी डेरिवेटिव एक्सचेंज
सेबी (SEBI) की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार भारत में कुल 5 कमोडिटी डेरिवेटिव एक्सचेंज है, इन सभी को परमानेंट लाइसेंस प्राप्त है,
कमोडिटी डेरिवेटिव में काम करने वाले प्रमुख एक्सचेंज है –
- Multi Commodity Exchange of India Ltd.इसे शोर्ट MCX के नाम से जाना जाता है, यह एक्सचेंज मुंबई में स्थित है. अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइटhttps://www.mcxindia.com/ पर प्राप्त कर सकते है.
- National Commodity & Derivatives Exchange Ltd.इसे शोर्ट में NCEDEX के नाम से जाना जाता है, जो मुंबई में स्थित एक्सचेंज है. अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइटhttp://www.ncdex.com/ पर प्राप्त कर सकते है.
इसके आलावा अन्य कमोडिटी डेरिवेटिव है –
- Ace Derivatives and Commodity Exchange Limited– इसका मुख्यालय अहमदाबाद में है, और ये एक क्षेत्रीय स्टॉक एक्सचेंज है. अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइट http://www.aceindia.com/ पर प्राप्त कर सकते है.
- Indian Commodity Exchange Limited– इसे शोर्ट में ICEX के नाम से जाना जाता है, यह मुंबई स्थित है, अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइटhttp://www.icexindia.com/ पर प्राप्त कर सकते है.
- National Multi Commodity Exchange of India Limited.– इसे शोर्ट में NMCE के नाम से जाना जाता है, अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइटhttp://www.nmce.com/ पर प्राप्त कर सकते है.
COMMODITY DERRIVATIVE EXCHANGE IN INDIA इंडिया की स्टॉक एक्सचेंज – SEBI SHAREMARKET HINDI
तो दोस्तों, ये सही है कि जब आप इन्टरनेट पर सर्च करते है की भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज है, तो आपको बहुत सारे अलग अलग जवाब मिल सकते है, लेकिन इस पोस्ट मे मैंने आपके साथ वही जानकारी शेयर कर रहा हु, जो SEBI की वेबसाइट पर दी गई है,-LINK
आशा है आपको पोस्ट पसंद आया होगा, पोस्ट के बारे में अपने सवाल या सुझाव आप नीचे कमेंट करके पुछ सकते है.
इंडिया की स्टॉक एक्सचेंज
History of the Stock Market i .
History of the Stock Market in India The history of the stock market in India goes back to the end of the eighteenth century when long-term negotiable securities were first issued. In 1850 the Companies Act was introduced for the first time bringing with it the feature of limited liability and generating investor interest in corporate securities. The first stock exchange in India was set-up in 1875 as The Native Share and Stock Brokers Association in Bombay. Today it is knows as the Bombay Stock Exchange (BSE). This was followed by the development of exchanges in Ahmedabed (1894), Calcutta (1908) and Madras (1937). It is interesting to note that stock sxock exchanges were first set up in major centers of trade and commerce. Until the early 1990s, the Indian secondary market comprised regional stock exchanges with BSE heading the list. After the reforms of 1991, the India secondary market acquired a three tier form. This consists of :
Regional Stock Exchanges
National Stock Exchange (NSE)
Over the Counter Exchange of India (OTCEI ) stock exchange.
What functions are performed by stock exchange.
दुनिया में सबसे ज्यादा वैल्यू वाला 5वां स्टॉक एक्सचेंज बना भारत
पंजाब एंड सिंध बैंक ने अपने निवेशकों का पैसा महज 6 महीने में ही दोगुना से अधिक कर दिया है। इस स्टॉक ने पिछले 6 महीने में ही 107% से अधिक रिटर्न देकर अपने निवेशकों को मालामाल कर दिया है। गुरुवार को यह पंजाब एंड सिंध बैंक के शेयर 31.65 रुपये पर बंद हुए थे, जो 52 हफ्ते का उच्च स्तर है। बता दें, जुलाई-सितंबर तिमाही में फंसे कर्जों के लिए वित्तीय प्रावधान की जरूरत घटने से उसके लाभ में वृद्धि हुई है।
सरकार लगा सकती है ऑनलाइन गेमिंग पर 28% GST
GST काउंसिल की बैठक में 17 दिसंबर, 2022 को कैसिनो, रेस कोर्स और ऑनलाइन गेमिंग पर GST को बढ़ाने पर फैसला लिया जा सकता है। हालांकि उसके पहले ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री ने कहा है कि उसे GST की दर को 18 फीसदी से बढ़ाकर 28 फीसदी करने पर कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन यह कर प्रतिस्पर्द्धा में शामिल होने की प्रवेश राशि पर नहीं लगाया जाना चाहिए। इससे 2.2 अरब डॉलर के इंडस्ट्री पर नेगेटिव असर पड़ सकता है।
गुजरात फ्लोरोकेमिकल्स ने आईनॉक्स विंड से जुटाए 623 करोड़ रुपए
वैश्विक स्तर पर अग्रणी उन्नत सामग्री कंपनी, गुजरात फ्लोरोकेमिकल्स लिमिटेड(GFL) ने आईनॉक्स विंड लिमिटेड ('IWL') से 623 करोड़ रुपए जुटाए हैं। जो GFL ने पवन ऊर्जा क्षमता स्थापित करने के लिए IWL को दिए थे। GFL पर कर्ज को काफी हद तक कम करने के लिए पूंजी का इस्तेमाल किया जाएगा, जैसा कि INOX GFL ग्रुप ने अपनी सभी ऑपरेटिंग संस्थाओं के कर्ज को कम करने के लिए कहा था।
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भारत का नया गोल्ड एक्सचेंज कैसे करेगा काम? ऐसे कर सकेंगे ट्रेडिंग
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने गोल्ड एक्सचेंज के लिए प्रस्ताव तैयार किया है. आइए जानते हैं कि नया फ्रेमवर्क क्या कहता है और इसमें गोल्ड की ट्रेडिंग कैसे होगी.
भारत की सालाना सोने की मांग 800-900 टन है. यह बड़ा आयातक है, लेकिन कीमत का आधार तय करने के लिए कोई बड़ा लिक्विड स्पॉट मार्केट नहीं है. सिक्योरिटीज एंड इंडिया की स्टॉक एक्सचेंज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने गोल्ड एक्सचेंज के लिए प्रस्ताव तैयार किया है. आइए इंडिया की स्टॉक एक्सचेंज जानते हैं कि नया फ्रेमवर्क क्या कहता है और इसमें गोल्ड की ट्रेडिंग कैसे होगी.
नई व्यवस्था
निवेशक इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिप्ट्स (EGRs) में ट्रेडिंग कर सकते हैं, जिन्हें मौजूदा शेयर बाजारों में फिजिकल गोल्ड के बदले में जारी किया जाएगा. सेबी फ्रेमवर्क के मुताबिक, इसके साथ इन्हें प्रस्तावित गोल्ड एक्सचेंज में भी जारी किया जाएगा.
नई व्यवस्था में गोल्ड की ट्रेडिंग कैसे होगी?
निवेशक मौजूदा स्टॉक एक्सचेंजेज और प्रस्तावित गोल्ड एक्सचेंज पर इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिप्ट्स (EGRs) में ट्रेडिंग कर सकते हैं. EGRs को फिजिकल गोल्ड के बदले में जारी किया जाएगा. निवेशक फिजिकल गोल्ड को वॉल्ट्स में सब्मिट कर सकते हैं और उन्हें इसके बदले EGR जारी किए जाएंगे. वॉल्ट्स और स्टोरेज का रखरखाव सेबी द्वारा रजिस्टर्ड वॉल्ट मैनेजर्स करेंगे. वॉल्ट मैनेजर और सेबी रजिस्टर्ड डिपॉजिटरीज फिजिकल गोल्ड के बदले EGR को जारी करने की सुविधा देते हैं. EGR 1 किलोग्राम, 100 ग्राम और 50 ग्राम के होंगे. EGRs की वैलिडिटी हमेशा के लिए रहेगी.
गोल्ड एक्सचेंज कैसे काम करता है?
गोल्ड एक्सचेंज EGRs को खरीदने और बेचने के लिए राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म होगा. यह सोने के लिए राष्ट्रीय कीमत तय करने का ढांचा भी बनाएगा. गोल्ड एक्सचेंज वैल्यू-चैन पार्टिसिपेंट्स के साथ पूरे गोल्ड मार्केट इकोसिस्टम के लिए कई बेनेफिट्स पेश करेगा, जैसे प्रभावी और पारदर्शी तरीके से कीमत का पता लगाना, इन्वेस्टमेंट लिक्विडिटी और गोल्ड की गुणवत्ता का भरोसा. लेकिन मौजूदा के साथ नए शेयर बाजारों को भी EGR में ट्रेडिंग करने की इजाजत दी गई है.
इसके फायदे और नुकसान क्या हैं?
भारतीय निवेशकों के पास सोने में निवेश करने के कई विकल्प मौजूद हैं. इनमें फिजिकल गोल्ड बाजार, गोल्ड ईटीएफ, गोल्ड फंड ऑफ फंड्स, सॉवरेन गोल्ड फंड्स और डिजिटल गोल्ड शामिल है. सभी के अपने फायदे और नुकसान हैं. गोल्ड एक्सचेंज और गोल्ड EGR लिक्विडिटी, सुरक्षा और टैक्स के मामले में बेहतर हैं. छोटी से मध्य अवधि में सोने में निवेश के लिए यह बेहतर है.
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