Net Settlement of Cash and FO Segment Upon Expiry
एशले फ्रेजर स्टॉक पर पुट ऑप्शन बेचता है
खेल प्रत्यक्ष शेयरकास्ट फोटो / जोश व्हाइट
माइक एशले ने 200,000 से अधिक पर पुट ऑप्शन बेचे हैं फ्रेजर समूह शेयरों.
फ्रेजर समूह
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फ्रेज़र्स ने कहा कि एशले ने सितंबर पुट ऑप्शन खरीदने के नियम 2023 की समाप्ति और 900p के स्ट्राइक मूल्य के साथ पुट ऑप्शन बेचे, जिससे उन्हें £1.8m का कुल मूल्य मिला।
एक पुट विकल्प धारक को एक निर्धारित समय सीमा के भीतर पूर्व निर्धारित मूल्य पर सुरक्षा बेचने का अधिकार देता है, हालांकि दायित्व नहीं।
फ्रेज़र्स, जिसने सोमवार को लेन-देन की पुष्टि की, ने कहा कि ब्लू चिप द्वारा अंतरिम परिणाम पोस्ट किए जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को पहली बार सूचित किया गया था।
स्पोर्ट्स डायरेक्ट के मालिक, हाउस ऑफ फ्रेजर और जैक विल्स ने पहली छमाही के मुनाफे में 39% की छलांग लगाई, और "चुनौतीपूर्ण" मैक्रोइकॉनॉमिक वातावरण के बावजूद £ 450m और £ 500m के बीच पूरे साल के समायोजित पूर्व-कर लाभ के पूर्वानुमान को दोहराया। एक साल पहले केवल £345m के तहत।
Net Settlement of Cash and FO: Not for Institutional Investors
ये Netting of settlements सिर्फ रिटेल निवेशकों के लिए है। इसका फायदा Institutional Investors जिनमें कि FPI शामिल हैं नहीं उठा पाएंगे।
नवंबर 2019 से वायदा बाजार की एक्सपायरी से स्टॉक डेरिवेटिव पर फिजिकल सेटलमेंट लागू है। फिजिकल सेटलमेंट का मतलब है कि फ्यूचर एंड ऑप्शन की एक्सपायरी के दिन वे कॉन्ट्रैक्ट जिनको खरीद/बेच कर खत्म नहीं किया जाता, उनका सेटलमेंट नकद की जगह डिलीवरी से होगा। इसका मतलब अगर आपके पास किसी शेयर की F&O में एक्सपायरी के बाद ओपन पोजीशन है, तो वह डिलीवरी में सेटल होगी।
Physical Settlement in Stock Futures
अगर आपने कोई फ्यूचर खरीद रखा है तो आपको उस शेयर के लोट साइज के बराबर शेयरों की डिलीवरी मिलेगी। आपको उस शेयर के एक्सपायरी वाले दिन के बंद भाव से लोट साइज को गुना करने पुट ऑप्शन खरीदने के नियम के बाद पेमेंट देनी होगी। अगर किसी ने फ्यूचर बेच रखा है, तो उसे लोट साइज के बराबर शेयरों की डिलीवरी देनी होगी। डिलीवरी के बदले उसको पेमेंट मिल जायेगा।
ऑप्शन में ये मामला थोड़ा अलग है। ऑप्शन में, सिर्फ इन द मनी (ITM) कॉन्ट्रैक्ट डिलीवरी से सेटल होंगे। ऑप्शन की लॉन्ग पोजीशन और शार्ट पोजीशन का अलग अलग मतलब होता है। अगर किसी ने ITM कॉल ऑप्शन खरीद रखा है या ITM पुट ऑप्शन बेच रखा है तो यह लॉन्ग पोजीशन होगी। इस स्थिति में उसको उस स्टॉक की डिलीवरी मिलेगी। अगर किसी ने ITM पुट ऑप्शन खरीद रखा है या ITM कॉल ऑप्शन बेच रखा है तो यह शार्ट पोजीशन होगी। इस स्थिति में उसे स्टॉक की डिलीवरी देनी होगी।
Net Settlement of Cash and FO: No Change for Long Positions
सेबी के इस नए नियम का फिजिकल सेट्लमेंट की लॉन्ग पोजीशन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। लॉन्ग पोजीशन वाले को स्टॉक की डिलीवरी मिलेगी और उन शेयरों का भुगतान करना होगा।
शार्ट पोजीशन वालों को इस नए नियम का फायदा होगा। अगर किसी की शार्ट पोजीशन एक्सपायरी वाले दिन रह जाती है और उसके पास देने के लिए डिलीवरी नहीं है, तो उसे उन शेयरों को बाजार से खरीद कर पुट ऑप्शन खरीदने के नियम देना पड़ता है। अभी तक जो शेयर पुट ऑप्शन खरीदने के नियम वह बाजार से खरीदता है और जो डिलीवरी उसको फिजिकल सेट्लमेंट में देनी होती है, पुट ऑप्शन खरीदने के नियम ये दोनों सौदे अलग अलग सेटल होते हैं। यानि शार्ट सेलर बाजार से जो शेयर खरीदेगा, उसका भुगतान करेगा और डिलीवरी उसके डीमैट अकाउंट में आएगी। उसके बाद ये शेयर F&O में डिलीवर करेगा और भुगतान प्राप्त करेगा। इस बीच में, उसको कैश में और F&O में दोनों जगह मार्जिन भी देना होता है।
Net Settlement of Cash and FO: New Rule for Short Seller
अब नए नियमों के हिसाब से इन दोनों सौदों को आपस में नेट ऑफ किया जायेगा से तात्पर्य पुट ऑप्शन खरीदने के नियम अब शेयर खरीदने के लिए पेमेंट न करके, सिर्फ दोनो के भाव के अंतर का ही भुगतान करना होगा। उदाहरण के लिए अगर आपने कोई स्टॉक फ्यूचर बेच रखा है और एक्सपायरी वाले दिन जिसका भाव 105 रुपये सेटल हुआ है। आपको बाजार से वे शेयर 106 रुपये में मिलता है तो आपको सिर्फ 1 रूपये को लोट साइज से गुना कर के भुगतान करना होगा। जबकि पुराने नियमों के हिसाब से आपको 106x लोट साइज का भुगतान करना होता है और 105x लोट साइज से आपको अलग से भुगतान मिलता है।
नए नियम के अनुसार शेयर खरीदने का मार्जिन और भुगतान दोनों ही नहीं करने पड़ेंगे, जिससे छोटे निवेशकों को फायदा होगा।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 566