दूसरों से पूछने में हिचकें नहीं
हिंदी करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तरी : 4 अप्रैल, 2020
1. भारत सरकार ने लोगों को कोरोनावायरस संक्रमण के जोखिम का आकलन करने में सक्षम करने के लिए कौन सी एप्प लांच की है?
उत्तर – आरोग्य सेतु
हाल ही में केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत संचालित राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र ने “आरोग्य सेतु” एप्लीकेशन विकसित किया है। जब कोई व्यक्ति COVID-19 संक्रमित व्यक्ति के छह फीट के संपर्क में आता है, तो यह एप्प उस व्यक्ति को सचेत कर देता है।
2. संयुक्त राष्ट्र के COP26 जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन, जिसे 2021 तक स्थगित कर दिया गया है, को किस शहर में आयोजित किया जाना था?
उत्तर – ग्लासगो
1 अप्रैल, 2020 को संयुक्त राष्ट्र ने घोषणा की कि नवंबर 2020 में ग्लासगो में होने वाली COP 26 (Conference of Parties) को 2021 तक स्थगित कर दिया गया है। यह निर्णय COVID-19 वायरस के खतरे तथा विश्व पर इसके प्रभाव के कारण लिया जा रहा है। COP26 को पेरिस समझौते के बाद से एक महत्वपूर्ण जलवायु वार्ता माना जाता है।
3. केंद्रीय कृषि मंत्री ने लॉकडाउन के बीच राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-NAM) प्लेटफार्म के नए फीचर लांच किये। e-NAM को देश में कब लॉन्च किया गया था?
उत्तर – 2016
केंद्रीय कृषि मंत्री ने लॉकडाउन के बीच, राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-एनएएम) प्लेटफॉर्म के नए फीचर्स को लॉन्च किया, इसमें ई-एनएएम सॉफ्टवेयर में वेयरहाउस आधारित ट्रेडिंग मॉड्यूल, लॉजिस्टिक मॉड्यूल का उन्नत संस्करण, एफपीओ ट्रेडिंग मॉड्यूल इत्यादि शामिल हैं, जहां एफपीओ संग्रह केंद्र से अपनी उपज का व्यापार कर सकते हैं। ई-एनएएम प्लेटफार्म को भारत में 14 अप्रैल, 2016 को एक राष्ट्रव्यापी इलेक्ट्रॉनिक ट्रेड पोर्टल के रूप में लॉन्च किया गया था। इसके मध्यम से 16 राज्यों और 5 केंद्र शासित प्रदेशों में 585 मंडियों को ई-एनएएम पोर्टल पर एकीकृत किया गया है।
4. एक नवीनतम सर्वेक्षण के अनुसार वर्तमान में लगभग एक-चौथाई भारतीय समाचारों के लिए भुगतान करते हैं। यह सर्वेक्षण किस अंतर्राष्ट्रीय संगठन ने किया है?
उत्तर – विश्व आर्थिक फोरम मंच (WEF)
विश्व आर्थिक फोरम मंच (WEF) द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार भारत में लगभग एक-चौथाई उपभोक्ता वर्तमान में खबरों के लिए भुगतान करते हैं, लेकिन लगभग दो-तिहाई आबादी भुगतान करने के लिए तैयार है। वर्तमान में कोरोनोवायरस महामारी के बीच समाज में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है। विश्व आर्थिक मंच (WEF) ने चीन, जर्मनी, भारत, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और अमेरिका सहित छह बाजारों में समाचार और मनोरंजन उपभोक्ताओं का एक सर्वेक्षण ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से जुड़े जोखिम किया। इसमें यह भी पता चला कि 60% उपभोक्ता मीडिया सेवा के लिए पंजीकृत हैं।
5. भारतीय मूल की दक्षिण अफ्रीकी नागरिक गीता रामजी, जिनका हाल ही में कोरोनोवायरस के कारण निधन हो गया, वह किस पेशे से ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से जुड़े जोखिम जुड़ी हुई थीं?
उत्तर – वायरोलॉजिस्ट (विषाणुविज्ञानी)
भारतीय मूल की दक्षिण अफ्रीकी और विश्व प्रसिद्ध वायरोलॉजिस्ट गीता रामजी का कोरोनोवायरस से संक्रमण करने के बाद निधन हो गया। गीता रामजी एक अनुभवी विषाणुविज्ञानी और एचआईवी रोकथाम की शोधकर्ता थीं। वह डरबन में दक्षिण अफ्रीकी चिकित्सा अनुसंधान परिषद (SAMRC) कार्यालय की एचआईवी रोकथाम अनुसंधान इकाई की निदेशक थीं। उन्होंने European Development Clinical Trials Partnerships का ‘आउटस्टैंडिंग फीमेल साइंटिस्ट अवार्ड’ भी जीता था।
NCDEX Trading: फसल पर ज्यादा मुनाफे के लिए करना चाहते हैं ट्रेडिंग तो जानें ये जरूरी टिप्स
- Khushboo Tiwari
- Publish Date - June 17, 2021 / 10:06 AM IST
KCC कर्ज के लिए नोटिफाई फसल/क्षेत्र, फसल बीमा के अंतर्गत कवर किए जाते हैं. प्रथम वर्ष के लिए कर्ज की मात्रा कृषि लागत, फसल के बाद खर्च के आधार पर निर्धारित किया जाएगा.
महीनों की मेहनत और इंतजार के बाद तैयार हुई फसल को सही दाम ना मिले तो किसानों को हताशा का सामना करना पड़ सकता है. लेकिन, किसानों इस बात को ध्यान में रखें कि वे सिर्फ मंडी ही नहीं, बल्कि एक्सचेंज पर तय भाव पर भी फसल बेच सकते हैं. भारत में दालों से लेकर मसालों तक की ट्रेडिंग के लिए एक्सचेंज हैं. इसमें सबसे ज्यादा वॉल्यूम यानी मात्रा में ट्रेडिंग होती है NCDEX पर. इस एक्सचेंज पर किसान कैसे अपनी फसल बेच सकते हैं, क्या हैं नियम और कौन करेगा मदद, आज हम यही जानकारी आपको देने जा रहे हैं.
किन बातों का रखें ध्यान?
रिसर्च जरूरी
एसएमसी ग्लोबल (SMC Global) के कमोडिटी रिसर्च की AVP वंदना भारती कहती हैं कि किसान जो भी प्लेटफॉर्म चुनें उन्हें उसके बारे में पहले जानकारी हासिल करनी चाहिए. वे चाहे तो उसके बारे में सेशन अटेंड कर सकते हैं. किसानों को अगर मुनाफे के बारे में बताया जा रहा है तो उन्हें ट्रेडिंग से जुड़े जोखिम भी समझने होंगे. कोई भी ट्रेड लेने से पहले थोड़ा रिसर्च जरूरी है.
डिलीवरी की जानकारी लें
किसानों को ये जानकारी हासिल करनी होगी कि उनके इलाके में कहां से वे डिलीवरी दे सकते हैं या ले सकते हैं. डिलीवरी सिस्टम की समझ जरूरी है क्योंकि इस प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग अन्य शेयर बाजार जैसी ट्रेडिंग से अलग है. यहां असल में आपके उपज को खरीदार तक पहुंचाने में डिलीवरी सिस्टम ही काम आएगा. डिलीवरी यानी उत्पाद कहां और कैसे भेजना होगा.
ख़रीदना और रखना
स्टॉक ख़रीदना और रखना सबसे लोकप्रिय निवेश रणनीतियों में से एक है। यह निवेशक को लंबे समय तक अपने निवेश पर रोक लगाने और इसकी कीमत में वृद्धि का ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से जुड़े जोखिम अनुमान लगाने की अनुमति देता है। यह रणनीति अल्पकालिक पूंजीगत लाभ करों और लेनदेन शुल्क के जोखिम को भी कम करती है। हालाँकि, इसके लिए धैर्य और सावधानीपूर्वक निर्णय लेने की भी आवश्यकता होती है। एक अच्छा बाय एंड होल्ड निवेशक अपनी कंपनी की दीर्घकालिक व्यावसायिक संभावनाओं के आधार पर शेयरों का चयन करेगा।
स्टॉक खरीदना और धारण करना निवेशकों को एक स्थिर निवेश आय अर्जित करने और कई अलग-अलग प्रकार के व्यवसायों के बारे में जानने का अवसर देता है। इसके अलावा, यह कई लोगों में “कलेक्टर की वृत्ति” को चालू करता है। यह उन्हें निवेश की अच्छी आदतें स्थापित करने में भी मदद करता है।
विविधीकरण
के सर्वोत्तम शेयरों से पैसा बनाने विविधीकरण के माध्यम से है। इस रणनीति में विभिन्न कंपनियों के शेयर खरीदना शामिल है, भले ही वे एक-दूसरे से संबंधित न हों। विविधीकरण करके, जब आपका कोई स्टॉक गिरता है तो आप पैसे खोने के जोखिम से बचने में सक्षम होंगे। जबकि आप प्रत्येक कंपनी में निवेश नहीं कर सकते हैं, प्रत्येक क्षेत्र में कुछ निवेश करना एक अच्छा विचार है।
विविधीकरण आपके समग्र जोखिम को भी कम करता है। हर निवेश में कुछ जोखिम होता है। लेकिन विभिन्न प्रकार के शेयरों में निवेश करने से आप अपने समग्र जोखिम को कम करके जोखिम को कम कर सकते हैं। भले ही एक निवेश विफल हो जाए, फिर भी अन्य आपके वित्तीय भविष्य को सुरक्षित रखने में आपकी मदद करेंगे। उदाहरण के लिए, यदि कोडी को चार अलग-अलग ग्राहकों से पैसा मिलता है, तो वह अपने पोर्टफोलियो को बांड के साथ विविधता प्रदान कर सकता है, जबकि मेरेडिथ को एक ग्राहक से पैसा मिलता है। यदि वह ग्राहक नीचे चला जाता है, तो मेरेडिथ की सारी आय समाप्त हो जाएगी।
बाजार में उतार-चढ़ाव
शेयर बाजार एक अस्थिर जगह है, और बाजार की स्थितियों में अचानक बदलाव का निवेशकों पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। वे अपने निवेश को लेकर निराश या चिंतित महसूस कर सकते हैं, या ऐसा महसूस कर सकते हैं कि बाजार उनके खिलाफ है। लेकिन अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं, तो बाजार आमतौर पर समय के साथ बढ़ता है, इसलिए अगर कीमत कम है, तो आप इससे लाभ उठा सकते हैं।
यह समझना महत्वपूर्ण है कि बाजार आपके नियंत्रण से बाहर है, इसलिए महत्वपूर्ण निवेश अवधारणाओं ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से जुड़े जोखिम पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है, जैसे कि विविध रहना, पुनर्संतुलन और अपने लक्ष्यों को संरेखित करना। यह आपको गिरावट और स्पाइक्स के दौरान निवेश करने और आपके रिटर्न को अधिकतम करने में मदद कर सकता है।
लाभांश का भुगतान कंपनियों द्वारा निवेशकों को नियमित आधार पर किया जाता है। इन भुगतानों की गारंटी नहीं है और ये कंपनी के निदेशक मंडल के विवेक पर निर्भर हैं। उदाहरण के लिए, कोई कंपनी बिना किसी चेतावनी के लाभांश को कम या समाप्त कर सकती है। इसके अलावा, कुछ लाभांश दूसरों की तुलना में अधिक हैं। उदाहरण के लिए, पसंदीदा स्टॉक धारकों का कंपनी की संपत्ति पर सामान्य स्टॉकहोल्डर्स की तुलना में अधिक दावा होता है।
एफटीएक्स के पूर्व सीईओ सैम बैंकमैन-फ्राइड को क्रिप्टो निवेशकों को धोखा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया
मंगलवार को दायर एक एसईसी शिकायत में आरोप लगाया गया है कि सैम बैंकमैन-फ्राइड ने मई 2019 से इक्विटी निवेशकों से 1.8 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक की कमाई की है, जो कि एफटीएक्स को क्रिप्टो परिसंपत्तियों के व्यापार के लिए एक सुरक्षित, जिम्मेदार मंच के रूप में बढ़ावा दे रहा है।
दीवानी शिकायत में कहा गया है कि बैंकमैन-फ्राइड ने ग्राहकों के फंड को उनके निजी तौर पर आयोजित क्रिप्टो फंड अल्मेडा रिसर्च एलएलसी को बिना बताए डायवर्ट कर दिया। शिकायत में यह भी कहा गया है कि बैंकमैन-फ्राइड ने अल्मेडा में एफटीएक्स ग्राहकों के धन को अघोषित उद्यम निवेश, भव्य अचल संपत्ति की खरीद और बड़े राजनीतिक दान के लिए मिला दिया।
"बैंकमैन-फ्राइड ने अल्मेडा में अरबों डॉलर के एफटीएक्स ग्राहक फंड रखे। इसके बाद उन्होंने अल्मेडा को लक्ज़री कॉन्डोमिनियम खरीदने, राजनीतिक अभियानों का समर्थन करने और अन्य उपयोगों के बीच निजी निवेश करने के लिए अपने निजी गुल्लक के रूप में इस्तेमाल किया, "शिकायत में लिखा है। "इसमें से किसी का भी एफटीएक्स इक्विटी निवेशकों या प्लेटफॉर्म के व्यापारिक ग्राहकों को खुलासा नहीं किया गया था।"
क्रिप्टोकरेंसी: विनियमन और संबंद्ध चुनौतियाँ
हाल ही में,भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर ने एक बार फिर वृहत-आर्थिक एवं वित्तीय स्थिरता के संदर्भ में क्रिप्टोकरेंसी पर चिंता जताई है। इन्हीं कारणों से विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंक क्रिप्टोकरेंसी के वैधीकरण के विरुद्ध खड़े हुए हैं और अब भारत में भी यही परिदृश्य उत्पन्न हो रहा है।
हालाँकि, क्रिप्टोकरेंसी की प्रकृति को देखते हुए, इस तरह के लेनदेन पर प्रतिबंध का विपरीत प्रभाव भी उत्पन्न हो सकता है, जहाँ वे जाँच या संवीक्षा के दायरे से बाहर चली जाएंगी और आपराधिक कृत्यों के मामले में कानून प्रवर्तित करना कठिन हो जाएगा।
वर्तमान में, क्रिप्टोकरेंसी बाज़ार तीन ट्रिलियन डॉलर से अधिक मूल्य का है। भारत इतने बड़े अवसर से स्वयं को वंचित नहीं रख सकता, न उसे रहना चाहिये, बल्कि इसके विनियमन के लिये प्रभावी प्रावधान का सृजन करना चाहिये।
‘क्रिप्टोकरेंसी’ को लेकर अस्पष्टता और अव्यवस्था
- वैश्विक सर्वसम्मति का अभाव: वर्तमान में वैश्विक स्तर पर क्रिप्टोकरेंसी के प्रति विनियामक दृष्टिकोण में एकरूपता नहीं है। विभिन्न देश उपयुक्त विनियामक ढाँचे को लेकर जटिल सवालों से जूझ रहे हैं और अलग-अलग दृष्टिकोण अपना रहे हैं।
- ‘क्यूबा’ और ‘अल सल्वाडोर’ जैसे देशों ने बिटकॉइन को वैध मुद्रा (Legal Tender) के रूप में अनुमति दे रखी है।
- ईरान ने भी उस पर आरोपित प्रतिबंधों को बेअसर करने में क्रिप्टोकरेंसी की क्षमता की पहचान की है और उनकी ‘माइनिंग’ (Mining) को प्रोत्साहित किया है, बशर्ते परिणामी टोकन केंद्रीय बैंक को बेचे जाएँ।
- बोलीविया, नेपाल, नॉर्थ मैसेडोनिया और इंडोनेशिया कुछ अन्य देश हैं जिन्होंने क्रिप्टोकरेंसी के व्यापार, उनकी होल्डिंग और माइनिंग पर प्रतिबंध लगा दिया है।
आगे की राह
- क्रिप्टो के लिये नियामक ढाँचा: भारत में क्रिप्टो के संबंध में तत्काल एक नियामक ढाँचे का निर्माण किये जाने की आवश्यकता है।
- इस ढाँचे को विभिन्न क्रिप्टोकरेंसियों, बिक्री, खरीद के साथ-साथ एक्सचेंज और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जैसे मध्यस्थों से संबद्ध विभिन्न पहलुओं से निपटने की आवश्यकता होगी।
- सरकार को संबद्ध जोखिमों की पहचान करनी चाहिये और उन्हें संबोधित करने के लिये एक उपयुक्त नियामक ढाँचा तैयार करना चाहिये।
- यह विनियमन धन-शोधन और आतंक-वित्तपोषण जैसे मुद्दों की निगरानी और घोटालों पर रोक में भी सहायता कर सकता है।
- एक कुशल नियामक ढाँचा निवेशकों के लिये उत्तरदायित्व के साथ-साथ शिकायत निवारण तंत्र की पूर्ति करेगा।
- इसके साथ ही, यह भारत में सक्रिय क्रिप्टो कंपनियों के पलायन को रोकेगा, जिससे पूंजी का पलायन नहीं होगा।
- यह भारत और भारतीयों के लिये उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में आगे बढ़ने और इस क्षेत्र में अग्रणी एवं नवप्रवर्तक बनने के लिये एक स्वस्थ पारितंत्र का निर्माण करेगा।
- ‘क्यूबा’ और ‘अल सल्वाडोर’ जैसे देशों ने बिटकॉइन को वैध मुद्रा (Legal Tender) के रूप में अनुमति दे रखी है।
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