हालांकि कुछ म्यूचुअल फंड ने उम्मीद के मुताबिक रिटर्न (Return) नहीं दिए हैं. छोटे निवेशकों के लिए फंड का चुनाव करना सबसे मुश्किल काम होता है, क्योंकि सही फंड का चयन करने के लिए काफी शोध की जरूरत होती है. इसलिए म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले सभी पहलुओं पर विचार करें. किसी वित्तीय जानकार से सलाह जरूर लें. क्योंकि म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन होता है.

खर्च की लिमिट तय करें

SIP Power: 500 से करें निवेश की शुरुआत, 5 साल में बदल जाएगी चाल, फिर देखते ही देखते बन जाएंगे करोड़पति!

बचत का फॉर्मूला

अमित कुमार दुबे

  • नई दिल्ली,
  • 12 अक्टूबर 2022,
  • (अपडेटेड 12 अक्टूबर 2022, 12:36 PM IST)

मेरी सैलरी (Salary) बहुत कम है, मैं करोड़पति (Crorepati) कभी नहीं बन सकता. 10-20 हजार रुपये महीने कमाने वाले कैसे करोड़पति बन सकता है? अधिकतर लोगों की यही शिकायतें होती हैं. हालांकि हर कोई चाहता है कि उसके पास रिटायरमेंट के बाद बड़ा फंड हो. लेकिन ये तभी संभव हो पाएगा जब आप निवेश की राह पर चलेंगे.

निवेश के लिए पहला कदम बढ़ाने के लिए मोटी रकम की जरूरत नहीं होती है. आप हर महीने नियमित तौर पर एक छोटी राशि निवेश कर बड़ा फंड जुटा सकते हैं. क्योंकि कुछ लोग निवेश की बात आते ही कहते हैं कि सैलरी थोड़ी बढ़ जाएगी, तब निवेश करेंगे. लेकिन उनके लिए वो वक्त कभी नहीं आता. वहीं कुछ लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि निवेश की शुरुआत कैसे करें, बेहतर रिटर्न के लिए कहां पैसे निवेश की सबसे जरुरी बात लगाएं?

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अगर आप भी घर, गाड़ी, बच्चों की पढ़ाई, उनकी शादी या फिर अपने रिटायरमेंट के लिए प्लान कर रहे हैं, तो केवल 500 रुपये से निवेश की शुरुआत कर लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. लेकिन इसके लिए आपको लगातार वर्षों तक निवेश करना होगा.

दरअलस, बेहतर रिटर्न को देखते हुए आज के दौर में वित्तीय सलाहकार निवेशकों को म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश की सलाह देते हैं. म्यूचुअल फंड में निवेश करना बेहद आसान है. किसी भी उम्र के लोग म्‍यूचुअल फंड में SIP कर सकते हैं. लेकिन कम उम्र में निवेश की शुरुआत करने पर लक्ष्य को आसानी से हासिल किया जा सकता है. म्यूचुअल फंड में SIP तीन तरीके से शुरू कर सकते हैं.

पहला- म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) एजेंट के जरिये.
दूसरा- ब्रोकर से ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट खोलकर SIP करें.
तीसरा- म्यूचुअल फंड के डायरेक्ट प्लान में निवेश.

Investment Tips: निवेश और बचत करते वक्त ध्यान रखें ये बातें, नहीं होगी पैसों की टेंशन!

दीपक चतुर्वेदी

प्लान बनाकर इन्वेस्ट करने में समझदारी
हर कोई चाहता है कि वो छोटी-बड़ी बचत के जरिए भविष्य के लिए फंड जमा करे, ताकि आगे चलकर वित्तीय परेशानियों का सामना ना करना पड़े. लोग इसके लिए खर्चों में कटौती करते हैं, लेकिन कभी-कभार अचानक आए भारी भरकम खर्च से आर्थिक स्थिति पर असर पड़ता है. कोरोना काल में इस बात को शायद हर इंसान समझ चुका है. हम आपको कुछ खास टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें अगर आप निवेश या बचत करते समय अपनाएंगे, तो आपको किसी भी फाइनेंशियल परेशानी से निजात मिल सकती है और आप भविष्य के लिए पैसे जमा कर सकते हैं.

 ज्यादा रिटर्न देने वाले विकल्पों में लगाए पैसा

Top 10 Investment Tips: अपने निवेश को सुरक्षित बनाने के लिए अपनाएं जरुरी टिप्स, जल्द बन जाएंगे अमीर

10 investment tips

नई दिल्ली: अपनी मेहनत की कमाई को जब हम निवेश करते हैं तब मन में एक सवाल आता है कि कहीं कोई गड़बड़ न हो जाए. अनुमान के अनुसार मुनाफ़ा मिलता रहे. निवेश का मकसद ही यह होता है कि निर्धारति समय के बाद हमें आर्थिक लक्ष्य प्राप्त हो जाए, ताकि भविष्य की जरूरतों को पूरा किया जा सके. आज हम आपके लिए निवेश की 10 ऐसी टिप्स लेकर आये हैं, जो हर किसी को पता होनी चाहिए. खासकर पहली बार निवेश करने वाले लोगों को.

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1. सबसे पहले बनाएं योजना
कभी भी निवेश करने से पहले ही आपको योजना बना लेनी चाहिए. इसके लिए स्वयं से सवाल पूछे कि आप कितना निवेश कर सकते हैं? कितना जोखिम उठाने के लिए हर परिस्थिति में तैयार रहेंगे? निवेश का समय कितना होना चाहिए ? आप अपने आर्थिक लक्ष्य तक पहुँचने के लिए योजना का निर्माण करें.

Equity Mutual Funds में इन्वेस्टमेंट दोगुना से ज्यादा हुआ, निवेश शुरू करने से पहले इन 5 बातों का रखें ध्यान

Mutual Fund Investment: अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश की मदद से वेल्थ क्रिएट करना चाहते हैं तो पांच बातों को ध्यान में रखना जरूरी है. सबसे महत्वपूर्ण है कि लंबी अवधि के निवेशक बनें. इसके अलावा डिसिप्लिन के साथ SIP जारी निवेश की सबसे जरुरी बात रखें.

Mutual Fund Investment: शेयर बाजार में जारी उठापटक के बीच सितंबर के महीने में इक्विटी फंड के प्रति निवेशकों का आकर्षण बढ़ा है. AMFI डेटा के मुताबिक, बीते महीने इक्विटी फंड में 14077 करोड़ का इन्फ्लो हुआ जो अगस्त में 5942 करोड़ था. यह 136 फीसदी का उछाल है. ऐसे में अगर आप भी म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू करना चाहते हैं तो कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है. सबसे पहले इस बात को समझें के बाजार के जोखिम का इसमें कम या ज्यादा असर जरूर होता है. अगर आप लंबे समय के लिए निवेशत रहेंगे और डिसिप्लिन के साथ निवेश करते रहेंगे तो वेल्थ क्रिएट करने में मदद मिलेगी. निवेश शुरू करने से पहले इन पांच आदतों को खुद में शामिल करना जरूरी है.

लॉन्ग टर्म के इन्वेस्टर बनें

अगर म्यूचुअल फंड से मोटा रिटर्न पाना चाहते हैं तो लॉन्ग टर्म के इन्वेस्टर बनें. यह पेड़ लगाने जैसा है. समय देंगे तो रिटर्न शानदार होगा. आपका पैसा इसमें धीरे-धीरे ग्रो करता है. कम से कम 3-5 सालों के लिए निवेश करें उसके बाद ही रिडीम के बारे में विचार करें.

बाजार में उतार-चढ़ाव एक प्रक्रिया है. ऐसे में डिसिप्लिन बहुत जरूरी है. डिसिप्लिन की बात करें तो SIP सबसे शानदार तरीका है. आप हर महीने 500 का एसआईपी भी शुरू कर सकते हैं. NAV की कीमत बाजार में उतार और चढ़ाव के साथ कम और ज्यादा होता है. लंबी अवधि तक निवेश का लक्ष्य है और बाजार में गिरावट आती है तो उसे मौके के रूप में देख सकते हैं. बाजार से निकलना नहीं है.

पोर्टफोलियो डायवर्सिफाई रखें

म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट में डायवर्सिफिकेशन बहुत ज्यादा है. ऐसे में अपने पोर्टफोलियो को भी डायवर्सिफाई करने की जरूरत है. एक ही फंड में सारा निवेश करने से बचना चाहिए. इक्विटी फंड में रिटर्न ज्यादा है और डेट फंड में रिटर्न कम है. इक्विटी फंड में 65 फीसदी इक्विटी में जाता है तो रिस्क भी ज्यादा होता है. डेट फंड में 65 फीसदी से कम इक्विटी में जमा किया जाता है. इसके कारण रिस्क थोड़ा कम रहता है.

म्यूचुअल फंड में आपका पैसा प्रफेशनल मैनेज करते हैं. ऐसे में आपको घबराने की जरूरत नहीं है. हालांकि, समय-समय पर आपको अपने पोर्टफोलियो की जांच करनी चाहिए. आपके पास कितना NAV और उसकी वैल्यु कितनी है, इससे टोटल वैल्यु पता चल जाता है. आपने टोटल NAV कितने में खरीदा है और उसकी वैल्यु कितनी हो गई है, इस आधार पर रिटर्न का पता चलेगा.

काम की बात: बहुत फायदे का सौदा है Mutual Fund, लेकिन इसमें निवेश से पहले ये सावधानियां बरतना बहुत जरूरी

ज्‍यादातर विशेषज्ञ Mutual Fund को निवेश के लिए सबसे अच्छा विकल्प मान रहे हैं. लेकिन इसमें कुछ जोखिम भी होते हैं, इसलिए म्‍यूचुअल फंड में निवेश से पहले आपको जरूर जान लेनी चाहिए ये 4 बातें.

आज के समय में हर कोई निवेश के वो विकल्‍प ढूंढता है, जिसमें उसे कम समय में बेहतर रिटर्न मिल सके. ऐसे में म्‍यूचुअल फंड तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. बीते कुछ समय में लोगों को इससे काफी अच्‍छा रिटर्न मिला है, यही वजह है किआज ज्‍यादातर विशेषज्ञ Mutual Fund को निवेश के लिए सबसे अच्छा विकल्प मान रहे हैं. आप SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए म्‍यूचुअल फंड में निवेश करके लम्बे समय में काफी अच्छा रिटर्न पा सकते हैं. अच्‍छी बात ये है कि म्‍यूचुअल फंड को आप 500 से 1000 रुपए से भी शुरू कर सकते हैं. अगर आप भी म्‍यूचुअल फंड में निवेश करने का मन बना चुके हैं तो इसमें इनवेस्‍ट करने से पहले कुछ बातों को जरूर जान लें, ताकि बाद में किसी तरह का पछतावा न हो.

जोखिमभरा है म्‍यूचुअल फंड

इस मामले में फाइनेंशियल एक्‍सपर्ट शिखा चतुर्वेदी कहती हैं कि Mutual Funds को जोखिमभरा माना जाता है क्‍योंकि इसका रिटर्न शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित होता है. हालांकि रिटर्न का जोखिम इस पर निर्भर करता है कि आपने किस तरह के शेयरों का चुनाव किया है. अगर आप लार्जकैप या ब्लूचिप फंड्स में पैसा लगा रहें हैं तो आपके लिए जोखिम कम होगा. वहीं स्मॉलकैप फंड्स में पैसा लगाने पर बढ़त में रिटर्न ज्यादा मिलेगा, लेकिन गिरावट में नुकसान की आशंका भी ज्यादा होगी. इस मामले में Fund Manager के अनुभव मददगार साबित होते हैं. वे इसके जोखिम को कम करने और निवेशकों को बेहतर रिटर्न के मौके बनाते हैं.

निवेश के लिए सही म्‍यूचुअल फंड का चुनाव बहुत जरूरी है. सही यानी वो निवेश की सबसे जरुरी बात म्‍यूचुअल फंड जो आपकी जरूरतों को पूरा कर सके. हर व्‍यक्ति को निवेश करने से पहले अपना आर्थिक लक्ष्‍य तय कर लेना चाहिए और इसके बाद ये तय करना चाहिए कि कौन सा म्‍यूचुअल फंड उपर्युक्‍त सा‍बित होगा. उपर्युक्‍त म्‍यूचुअल फंड चुनने के लिए सबसे पहले बेस्‍ट म्‍यूचुअल फंड की दावेदारी करने वाले शीर्ष दावेदारों की लिस्‍ट बनाएं. उनकी तुलना करें और देखें कि आपकी जरूरतों को काैन पूरा कर रहा है. आप चाहें तो आर्थिक सलाहकार की भी मदद ले सकते हैं.


एक्‍सपेंस रेश्‍यो जरूर देखें

म्‍यूचुअल फंड में निवेश की सबसे जरुरी बात निवेश करने से पहले एक्‍सपेंस रेश्‍यो जरूर देख लें. आमतौर पर आपको लगता होगा कि अगर किसी फंड का रिटर्न 15 फीसदी या 18 फीसदी है तो आपको भी निवेश करने पर उतना ही फायदा होगा. लेकिन ऐसा नहीं होता क्‍योंकि इसके बीच एक्सपेंस रेश्यो आ जाता है. आपके म्‍यूचुअल फंड को मैनेजमेंट का जो भी खर्च आता है उसे एक्‍सपेंस रेश्‍यो कहा जाता है. किसी भी फंड का एक्सपेंस रेश्यो ही ये तय करता है कि आपको कोई फंड कितना सस्ता मिलेगा. एक्‍सपेंस रेश्‍यो कम या ज्‍यादा होने का असर आपके रिटर्न पर भी पड़ता है.

म्‍यूचुअल फंड पर महंगाई का जोखिम भी होता है क्‍योंकि इसमें लंबे समय के लिए निवेश किया जाता है. हालांकि आपको इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है क्‍योंकि यहीं पर आपके फंड मैनेजर का अनुभव भी काम करता है. फंड मैनेजर फंड्स के रिटर्न को ऐसे स्तर तक बनाए रखने की कोशिश करते हैं जिससे महंगाई के असर के बाद भी मुनाफा बेहतर हो.

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