वस्त्र मंत्रालय के ई-कॉमर्स पोर्टल के लिए एक नाम सुझाएं

भारत में कई सालों से शिल्पकारों और बुनकरों नें हस्तशिल्प कॉमर्स पोर्टल भारत की कला को .

भारत में कई सालों से शिल्पकारों और बुनकरों नें हस्तशिल्प की कला को संजो कर रखा है। डिजिटल इंडिया कार्पोरेशन नें बुनकरों और शिल्पकारों की इस कला को देश-विदेश के कोने-कोने तक पहुँचाने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल बनाने का निर्णय लिया है। जो इस तबके के लोगों को आर्थिक और सामाजिक प्रोत्साहन पहुँचाने का काम करेगी। इस पोर्टल का लाभ ये भी होगा कि बिचौलियों की भूमिका अब समाप्त हो जायेगी और खरीददार इस पोर्टल की मदद से सीधा इन शिल्पकारों और बुनकरों से सामान खरीद सकेगा। वस्त्र विभाग के साथ पंजीकृत 60 लाख से अधिक बुनकरों और शिल्पकारों को इस योजना का लाभ मिलेगा। इससे शिल्पकारों और बुनकरों को आर्थिक गतिविधियों का एक माहौल मिलेगा तो वहीं इसके लिए इंडिया पोस्ट भी अपनी सुविधा उपलब्ध करायेगी, वहीं सीएससी इस पोर्टल के बारे में जागरुकता फैलाने में सहयोग करेगी।

Bharat E Market क्या है? | What Is Bharat E-Market In Hindi

आज कल हमारे भारत में ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रेंड बहुत चल रहा है, जिससे भारत का ई मार्केट कारोबार भी काफी तेजी से बढ़ा है। इसी बात को नजर में रखते हुए CAIT(Confederation of All India Traders) ने Bharat E Market ऐप और साईट का प्रारंभ किया है।

इस Bharat E Market ऐप की मदद से कोई भी व्यक्ति, ट्रेडर्स या दुकानदार ऑनलाइन सामान बेच सकता है और खरीद भी सकता है। यहां दुकानदार बिना किसी चार्ज के व्यापार कर सकते है, जिससे उनका मुनाफा बढ़ सकता है। इसकी जबरदस्त शुरुवात से हमें लगता है की यह भारत ई मार्केट की ऐप अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों को टक्कर दे सकती है।

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Table of Contents

Bharat E Market क्या है – भारत ई मार्केट पोर्टल क्या है?

Bharat E Market यह भारत का सबसे पहला E-Commerce portal है, जो भारत सरकार के माध्यम से बनाया गया है। भारत ई मार्केट Application की मदद से सभी लोकल व्यापारी इस माध्यम के ज़रिए ऑनलाइन जुड़ने में मदद करेंगे, इससे सभी दुकानदार ऑफलाइन के साथ साथ अपनी e-shop या ई-दुकान को इंटरनेट पर ऑनलाइन ला सकते हैं, जिससे ग्राहक जुड़ कर हर प्रकार की खरीददारी कर सकते है। इस पोर्टल पर अपनी चीजें बेचने के लिए मुख्य रूप से महिला उद्यमी, कारीगर और शिल्पकार को ज़्यादा सुविधा प्रदान की जाएगी।

यदि आप इनके Official website पर जाना चाहते हैं, तो यहाँ “Bharat E-Market Portal” पर क्लिक कर सकते कॉमर्स पोर्टल भारत हैं।

भारत ई मार्केट पोर्टल क्यों बनाया गया?

Bharat E-Market Application बनाने के पीछे का मुख्य लक्ष्य यह है की, बड़ी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां जैसे Flipkart, Amazon यह हमारे भारतीय व्यापारीओं को सही अवसर प्रदान नहीं करते हैं, वहा चीजों को बेचने के लिए उन्हें भारी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता है, मगर भारत ई मार्केट पोर्टल के ज़रिए विक्रेताओं को सही अवसर प्रदान किया जा सकता है।

यहाँ दुकानदारों को अपनी e-dukaan बनाने के लिए किसी भी तरह का कोई भुगतान या चार्ज नहीं देना पड़ेगा। इस Bharat E Market Portal का मुख्य उद्देश्य लोकल भारतीय दुकानों को हमारे निकट तक पहुँच पाए, यानी इंटरनेट के माध्यम से हमारे लोकल दुकानदारों को हम तक पहुँचाना जिससे हमें खरीददारी में आसानी हो।

Bharat E Market Portal पर क्या खरीद और बेच सकते है?

लगभग 8 करोड़ व्यापारियों के संगठन CAIT ने वेन्डर मोबाइल एप्लीकेशन Bharat e Market को दिल्ली में लॉन्च किया है, जो पूरी तरह से देसी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है।

सीएआईटी का कहना है कि, भारत ई मार्केट पूरी तरह से आधुनिक टेक्नोलॉजीज, एम्प्लॉई, इनोवेटिव मार्केटिंग, सक्षम डिजिटल पेमेंट सहित पारदर्शी और जिम्मेदार व्यापारिक व्यवस्था के आधार पर आधारित किया गया है। और यह भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के किसी भी E-Commerce कंपनी को टक्कर दे सकता है।

यह भारत ई मार्केट पूरी तरह से एक भारतीय एप है, जो भारतीयों द्वारा और भारतीयों के लिए ही बनाया गया है। आप इस bharat e market app या website की मदद से Daily Grocery, Fruit & Vegetables, Stationery, Electronics, Fashion, Medicine, Furniture, Sports, Nursery, Sweets & Bakery, Decoration और भी बहुत कुछ खरीद सकते है और बेच सकते है। इस भारत ई-मार्केट पोर्टल को आधिकारिक तौर पर 30th October 2021 को लॉंच किया जाने वाला है।

भारत ई-मार्केट पोर्टल पर ई दुकान/E-Shop का रजिस्ट्रेशन कैसे करे?

Confederation of All India Traders (CAIT) के अनुसार इसमें भारतीय वस्तुओं एवं तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया गया था। इस पोर्टल पर ई दुकान या E-Shop खोलने के लिए प्रत्येक कारोबारी को मोबाइल ऐप के जरिये अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा।

रजिस्ट्रेशन या पंजीकरण करते समय उन्हें एक ओटीपी प्राप्त होगा, जिसे ऐप पर भरना जरूरी है। इसके बाद उन्हें केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यह प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद कोई भी व्यक्ति बेहद आसानी से अपनी ई दुकान स्वयं बना सकता है। इसमें भारत ई मार्केट की टेक्निकल टीम उसकी सहायता करेगी। किसी कारोबारी की ई दुकान बन जाने के बाद पोर्टल पर कारोबार किया जा सकता है।

Bharat e Market Portal के फायदे – Benefits of Bharat e-Market

  • इसके जरिये हमारे देश के स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और दूसरी चीजों के छोटे निर्माताओं और व्यापारियों को कॉमर्स पोर्टल भारत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराया जाएगा।
  • ग्राहक को ऑनलाइन शॉपिंग के लिए स्वदेशी प्लेटफॉर्म मिल गया है।
  • इस पोर्टल पर व्यापारियों को कारोबार करने पर कोई भी कमीशन नहीं लिया जाएगा।
  • इसमें दर्ज कोई भी जानकारी विदेश नहीं जाएगी, क्योंकि ये पूरी तरह से घरेलू ऐप है, इसलिए सारा डाटा देश में ही रहेगा और इसे बेचा नहीं जाएगा।
  • यहाँ पर व्यापारी से व्यापारी और व्यापारी से उपभोक्ता अपना माल बेच और खरीद सकेंगे।
  • इस पोर्टल पर ‘ई-दुकान’ खोलना सबसे आसान है, ई-दुकान खोलने के लिए मोबाइल ऐप के जरिए ही सबसे पहले अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा।
  • किसी भी विदेशी फंडिंग को इस प्लेटफॉर्म के लिए स्वीकार नहीं किया जाएगा, यानी किसी तरह की विदेशी फंडिंग नहीं होगी।
  • कोई भी विक्रेता चीन का सामान इस पोर्टल पर नहीं बेचेगा, यानी चीनी सामान का पूरी तरह से बायकॉट किया जाएगा ताकि घरेलू कारोबारियों को बढ़ावा मिले।

तो दोस्तों ये थी bharat e market /भारत ई मार्केट पोर्टल की जानकारी। जिसमे हमने Bharat E Market क्या है, भारत ई मार्केट पोर्टल क्या है?, भारत ई-मार्केट पोर्टल पर ई दुकान/E-Shop का रजिस्ट्रेशन कैसे करे?, Bharat E Market Portal पर क्या क्या खरीद सकते है और बेच सकते है, Bharat e Market Portal के फायदे, भारत ई मार्केट पोर्टल क्यों बनाया गया? इत्यादी पॉइंट कवर किये है। अब भी आपके मन में कुछ सवाल हो तो हमें कमेंट्स कर के पूछ सकते है।

भारत सरकार

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वाणिज्य और उद्योग मंत्री, नई दिल्ली में 14.02.20 को पुर्तगाल के विदेश मंत्रालय के अंतर्राष्ट्रीयकरण के लिए राज्य के सचिव, यूरिको ब्रिलेंटे डायस के नेतृत्व में पुर्तगाली व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक।

केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने सरस फूड फेस्टिवल-2022 का उद्घाटन किया

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केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने सरस फूड फेस्टिवल-2022 का उद्घाटन किया


श्री कुलस्ते ने कहा, ई-कॉमर्स पोर्टल के जरिये सालाना करीब 25 प्रतिशत बिक्री महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।

सरस के उत्‍पादों की बिक्री के लिए ई-कॉमर्स पोर्टल भी लॉन्च

स्वाद और संस्कृति का संगम सरस फूड फेस्टिवल 10 नवंबर 2022 तक चलेगा

सरस फूड फेस्टिवल में 18 राज्यों के लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे लोग

सरकार ने आज कहा कि ई-कॉमर्स पोर्टल के जरिये सालाना करीब 25 प्रतिशत बिक्री महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।

यह बात केंद्रीय ग्रामीण विकास और इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने ' सरस फूड फेस्टिवल , 2022 ' का उद्घाटन करते हुए कही। इस अवसर पर मंत्री ने कॉमर्स पोर्टल भारत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए सरस उत्पादों के बेहतर एवं कहीं अधिक प्रभावी विपणन के लिए ई-कॉमर्स कॉमर्स पोर्टल भारत पोर्टल www.esaras.in का भी शुभारंभ किया।

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श्री कुलस्ते ने कहा कि विपणन की पहुंच को व्यापक बनाने के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय सभी राज्यों की राजधानियों , प्रमुख शहरों एवं महानगरों , हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा कॉमर्स पोर्टल भारत सरस स्टॉल स्थापित करने के लिए कदम उठाएगा। उन्होंने कहा , अधिक से अधिक लोगों को पारंपरिक एवं घर में बने हस्तशिल्प , पेंटिंग , खिलौने , भोजन और अन्य वस्तुओं से अवगत कराया जाएगा। मंत्री ने कहा कि प्रत्येक महिला लाभार्थी को स्थानीय उत्पादों की बिक्री के जरिये प्रति वर्ष कम से कम एक लाख रुपये की बचत करनी चाहिए।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के आत्‍मनिर्भर भारत दृष्टिकोण का उल्लेख करते हुए श्री कुलस्ते ने कहा , आज स्वयं सहायता समूहों के सर्वोत्तम उत्पादों का निर्यात विभिन्न देशों को किया जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि ई-कॉमर्स प्‍लेटफॉर्म जरिये स्‍वयं सहायता समूहों के विशेष उत्पादों के बारे में स्थानीय एवं वैश्विक स्तर पर अधिक से अधिक जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि मौजूदा उत्पादों के साथ-साथ उनकी कॉमर्स पोर्टल भारत पैकेजिंग एवं ब्रांडिंग संबंधी चुनौतियों की पहचान करने के प्रयास किए जाने चाहिए।

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मंत्री ने कहा कि आज महिला स्वयं सहायता समूह सरकार की मध्याह्न भोजन योजना , हर घर नल से जल योजना आदि से जुड़े हुए हैं और उन्हें केंद्र सरकार की अन्य योजनाओं में लाभकारी अवसर प्रदान करने की आवश्यकता है।

ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव श्री नागेंद्र नाथ सिन्हा ने कहा कि लगभग 8 करोड़ 62 लाख महिलाएं स्वयं सहायता समूहों की सदस्य हैं। उन्‍होंने कहा कि 97 प्रतिशत ब्लॉकों में उनकी उपस्थिति है जबकि उनमें से 85 प्रतिशत सीधे मंत्रालय के नेटवर्क से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रालय पहले ही एमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसे प्रमुख ई-कॉमर्स प्‍लेटफॉर्म के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर कर चुका है। इसके अलावा राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा भी फ्लिपकार्ट , एमेजॉन और मीशो जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर एसएचजी उत्पादों को पंजीकृत कराने के प्रयास किए गए हैं।

श्री सिन्हा ने स्वयं सहायता समूहों और शिल्पकारों को उत्पादों में सुधार के लिए उपभोक्ता की मांग को समझने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मंत्रालय विज्ञापन और एसएमएस मार्केटिंग के जरिये मेले का प्रचार करेगा ताकि सभी प्रतिभागियों को अपने उत्पादों को बड़ी संख्या में लोगों के समक्ष प्रदर्शित करने का अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि दिल्ली भारत में विविध संस्कृतियों को प्रदर्शित करने वाली जगह है। इससे दिल्‍ली के लोगों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्लेटफॉर्मों के जरिये अपने पारंपरिक एवं मिट्टी के उत्पादों तक पहुंच होगी।

बाद में श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने महिला स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों से भी मुलाकात की और उनके उत्पादों की सराहना की।

सरस फूड फेस्टिवल-2022 कॉमर्स पोर्टल भारत का आयोजन राष्ट्रीय राजधानी में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा 28 अक्टूबर , 2022 से 10 नवंबर , 2022 तक हस्तशिल्प भवन , बाबा खड़क सिंह मार्ग , कनॉट प्लेस , नई दिल्ली में किया गया है।

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सरस फूड फेस्टिवल महिला सशक्तिकरण का एक अनूठा उदाहरण है। केंद्रीय कॉमर्स पोर्टल भारत ग्रामीण विकास मंत्रालय के प्रमुख कार्यक्रम ' राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ' के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं इस उत्सव में कॉमर्स पोर्टल भारत भाग ले रही हैं। यह बड़े पैमाने पर महिलाओं को सशक्त बनाने के प्रयास के तहत केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की एक कॉमर्स पोर्टल भारत पहल है।

इस आयोजन में 18 राज्यों के लगभग 150 महिला उद्यमी एवं स्वयं सहायता समूहों के सदस्य भाग ले रहे हैं। यह उन्हें भोजन बनाने के क्षेत्र में अपने कौशल का प्रदर्शन करने और लोगों को हमारे देश की खाद्य संस्कृति से परिचित कराने का अवसर प्रदान करता है। एसएचजी की ये महिलाएं ग्रामीण उत्पाद बनाने और अपने राज्यों के पारंपरिक व्यंजन तैयार करने में कुशल हैं। इस भव्य आयोजन में देश भर के अन्य कुशल लोग भी भाग ले रहे हैं।

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महोत्‍सव में आए लोगों ने भी यह जानने में रुचि दिखाई कि विभिन्न राज्यों से विभिन्न प्रकार के भोजन कैसे तैयार किए जा रहे हैं। महोत्सव में आने वाले लोग 18 राज्यों के स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद भी ले सकते हैं। इन व्यंजनों में कैर सागरी , गट्टे की सब्जी , राजस्थान की बाजरा रोटी , पश्चिम बंगाल की हिल्सा फिश करी , तेलंगाना की चिकन , केरल की मालाबार बिरयानी , बिहार की लिट्टी चोखा , पंजाब की सरसो दा साग व मक्के की रोटी और अन्‍य राज्‍यों के मशहूर भोजन शामिल हैं। लोग इस फूड फेस्टिवल में हरियाणा , अरुणाचल प्रदेश , महाराष्ट्र , असम , उत्तर प्रदेश , उत्तराखंड , गोवा और गुजरात के स्वादिष्ट व्यंजनों का भी स्वाद ले सकते हैं।

दिल्ली तेजाब हमला: डीसीडबल्यू ने दो ई-कॉमर्स कंपनियों को भेजा नोटिस

महिला आयोग ने तेजाब की ऑनलाइन बिक्री को चिंता का एक कॉमर्स पोर्टल भारत गंभीर विषय बताते हुए दोनों कंपनियों से 20 दिसंबर तक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।

Image: ANI

दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने पश्चिम दिल्ली में छात्रा पर तेजाब हमले के सिलसिले में तेजाब की बिक्री को लेकर दो ई-कॉमर्स कंपनियों को बृहस्पतिवार को नोटिस जारी किया।

पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मुख्य आरोपी के एक ई-कॉमर्स पोर्टल के जरिए तेजाब खरीदने की बात सामने आई है।

महिला आयोग ने तेजाब की ऑनलाइन बिक्री को चिंता का एक गंभीर विषय बताते हुए दोनों कंपनियों से 20 दिसंबर तक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।

गौरतलब है कि पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर में बुधवार सुबह स्कूल जाने के लिए घर से निकली 17 वर्षीय छात्रा पर मोटरसाइकिल सवार दो नकाबपोश लोगों ने कथित तौर पर तेजाब फेंक दिया, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। छात्रा का सफदरजंग अस्पताल के ‘बर्न आईसीयू’ में इलाज चल रहा है।

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