by समाचार4मीडिया ब्यूरो
Published - Tuesday, 13 December, 2022

Super 6 Stocks: इन 6 सुपर स्‍टॉक्‍स पर लगा सकते हैं दांव! इंट्राडे में हो सकता है बढ़िया मुनाफा

Super 6 Stocks stocks to buy: ज़ी बिज़नेस की रिसर्च टीम ने 6 सुपर स्टॉक्स निकाले हैं, जिनपर उनसे जुड़ी खबरों का असर देखने को मिल सकता है. यहां जानते हैं कि आज के ट्रेडिंग सेशन में किन शेयरों पर खबरों (Stocks in News) का असर देखने को मिल सकता है.

Stocks to Buy: हफ्ते के स्टॉक विभाजन पर अंतिम विचार पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार (18 अप्रैल) को भारतीय शेयर बाजार लाल निशान के साथ खुले. शेयर बाजार (Share Market) में कमजोर ग्लोबल संकेतों के बीच भी अच्छी शुरुआत देखी गई और निफ्टी 17,183 पर खुला. शेयर बाजार में गिरावट का दिन है. वहीं, खबरों और कॉरपोरेट डेवलपमेंट के दम पर कुछ शेयरों में एक्शन देखने को मिल सकता है. यहां पैसा लगाकर मुनाफा कमाया जा सकता है. ऐसे शेयरों की लिस्ट जरूर देख लेनी चाहिए. ज़ी बिज़नेस की रिसर्च टीम ने स्टॉक विभाजन पर अंतिम विचार 6 सुपर स्टॉक्स निकाले हैं, जिनपर उनसे जुड़ी खबरों का असर देखने को मिल सकता है. यहां जानते हैं कि आज के ट्रेडिंग सेशन में किन शेयरों पर खबरों का असर देखने को मिल सकता है.

Infosys

कंपनी कंसॉलिडेटेड नतीजे (qoq) अनुमान से कम रहा है.
नेट प्रॉफिट 6100 करोड़ के अनुमान के मुकाबले 5686 करोड़ स्टॉक विभाजन पर अंतिम विचार रहा है.
कंपनी ने 16 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड का एलान‍ किया है.
कंपनी मैनेजमेंट का कहना है कि क्‍लाउड सर्विसेज और बड़ी डील से कंपनी की सालाना ग्रोथ दशक में सबसे ज्‍यादा रही है.
कंपनी मैनेजमेंट ने कहा है कि रसियन क्‍लाइंट के साथ आगे बिजनेस करने का कोई प्‍लान नहीं है.

HDFC Bank

बैंक का स्‍टैंडअलोन रिजल्‍ट (YoY) अनुमान से कम रहा है. एसेट क्‍वालिटी सुधरी है.
बैंक की ब्‍याज से इनकम 10.2 फीसदी बढ़कर 18872.7 करोड़ हुई. हालांकि, अनुमान 19565 करोड़ का था.
GNPA घटकर 1.17 फीसदी और NNPA गिरकर 0.32 फीसदी ( QoQ) पर आ गया है.
HDFC बैंक बॉन्ड्स के जरिए करीब 50,000 करोड़ जुटाएगा.
बोर्ड 23 अप्रैल को डिविडेंड पर विचार करेगा
रेणु कर्नाडी को दोबारा नान-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त किया

TATA POWER

टाटा पावर रिन्युएबल में ब्लैकरॉक-Mubadala 4000 करोड़ रुपये का स्टॉक विभाजन पर अंतिम विचार निवेश करेगी.
कंसोर्शियम में ब्लैकरॉक रियल एसेट, Mubadala इन्वेस्टमेंट शामिल है.
टाटा पावर रिन्युएबल में 10.53% हिस्सेदारी खरीदेगी.
पूरी कैपिटल कारोबार की ग्रोथ के लिए इस्तेमाल की जायेगी.
डील के मुताबिक, टाटा पावर रिन्युएबल की वैल्यूएशन 34000 करोड़ रुपये है.

TATA STEEL

3 मई को बोर्ड बैठक शेयर विभाजन पर भी होगा विचार.
नतीजे, अंतिरम डिविडेंड पर करेगे विचार

टेक्‍स्‍टाइल स्‍टॉक्‍स

PLI स्कीम के तहत टेक्सटाइल मंत्रालय ने किया कंपनियों के नामों का चयन हुआ है.
Himatsingka / Trident / Donear / Gokaldas Exports /Monte Carlo / Arvind / SVP Global - Textile PLI में शामिल हैं.
61 कंपनियों का चयन हुआ है; स्कीम के तहत 19700 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव है.
कंपनियों को अन्य उत्पादन भी करने की छूट है. हालांकि, अन्य उत्पादन पर इंसेंटिव नहीं मिलेगा.
सरकार ने कॉटन से इंपोर्ट ड्यूटी हटाई है. 30 सितंबर तक इंपोर्ट ड्यूटी नहीं देनी होगी.

Ambuja Cement

ब्लूमबर्ग के हवाले से खबर है कि अंबुजा सीमेंट में Holcim का हिस्सा बेचने पर विचार कर रहा है.
हिस्सा बिक्री के लिए बातचीत शुरूआती दौर में है. हिस्सा बिक्री पर अंतिम फैसला अभी नहीं हुआ.

अपने हितों के लिए पब्लिशर्स को इस दिशा में मिलकर आगे आना होगा: पॉल डीगन

समाचार4मीडिया ब्यूरो

by समाचार4मीडिया ब्यूरो
Published - Tuesday, 13 December, 2022

DNPA

‘एक्सचेंज4मीडिया’ और ‘डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स एसोसिएशन’ (DNPA) द्वारा इंटरशनेशनल स्पीकर्स के साथ वर्चुअल राउंडटेबल कॉन्फ्रेंस (Virtual Roundtable Conferences) के दूसरे एडिशन का आयोजन नौ दिसंबर को किया गया।

e4m-DNPA डायलॉग्स के तहत वर्चुअल रूप से हुई इस राउंडटेबल कॉन्फ्रेंस के दौरान कनाडा और अमेरिका स्टॉक विभाजन पर अंतिम विचार के जाने-माने विशेषज्ञों के साथ ही इंडियन न्यूज पब्लिशिंग बिजनेस से जुड़े दिग्गजों ने भी पत्रकारिता के बिजनेस पुनर्निर्माण में टेक प्लेटफॉर्म और न्यूज पब्लिशर्स के बीच आदर्श संबंध बनाने के बारे में अपने विचार रखे।

इस दौरान कनाडा के प्रिंट और डिजिटल मीडिया के बारे में ‘न्यूज मीडिया कनाडा’ (News Media Canada) के प्रेजिडेंट और चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर पॉल डीगन (Paul Deegan) का कहना था कि वर्तमान में कनाडा में कई छोटे-बड़े पब्लिकेशंस सक्रिय हैं और उनमें से कुछ तो वास्तव में बहुत छोटे उद्यम हैं जो 1200 लोगों की आबादी के लिए अखबार तैयार कर रहे हैं। अब वे बहुत बड़े से बहुत छोटे की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे परिदृश्य में स्वतंत्र प्रेस और विश्वसनीय पत्रकारिता लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण हो जाती है। एक पब्लिशर के लिए पाठकों के प्रति जवाबदेही को देखते हुए यह समझने की जरूरत है कि यह रिपोर्टिंग सटीक है, ईमानदार है और संतुलित है।

पॉल डीगन का यह भी कहना था, ‘बिजनेस मॉडल अव्यवस्थि हो गया है। अखबारों का रेवेन्यू करीब एक दशक अथवा उससे पहले शिखर पर था और आज लगभग पांच बिलियन डॉलर है, वहीं कनाडा में गूगल और मेटा का जो रेवेन्यू करीब एक दशक पहले एक बिलियन डॉलर था, वह अब लगभग 10 बिलियन डॉलर होगा। हमने भारत में भी यह स्थिति देखी है। कोविड से पहले जो रेवेन्यू था, वह अब तक वापस अपने उस रूप में नहीं आया है। यह एक बड़ी समस्या रही है, खासकर हमारे कई पब्लिशर्स के लिए। मुझे लगता है कि विज्ञापन मार्केट में गूगल और मेटा के प्रभुत्व के साथ दुनिया भर के प्रतिद्वंद्वी आ रहे हैं, लेकिन इस दिशा में पर्याप्त काम नहीं किया गया है।’

डीगन ने कहा कि टेक प्लेटफॉर्म्स और पब्लिशर्स के बीच शक्ति असंतुलन काफी ज्यादा है। उन्होंने कहा, ‘गूगल और मेटा का संयुक्त बाजार पूंजीकरण नीचे जा रहा है, विशेष रूप से मेटा की बात करें तो, लेकिन यह कनाडा के वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग तीन चौथाई है।’ इसके साथ ही डीगन ने उल्लेख किया कि किस तरह से गूगल और मेटा ने पब्लिशर्स के साथ कंटेंट लाइसेंसिंग एग्रीमेट करना शुरू कर दिया है और वे इनमें से चुनाव कर रहे हैं। ऐसे में पब्लिशर्स के बीच एक तरह का अंतर आ गया है। अब वे ऐसी जगह पहुंच गए हैं, जहां उनके पास तमाम पब्लिशर्स हैं, जबकि कई पीछे छूट गए हैं। मीडिया पारिस्थितिकी तंत्र के लिए निश्चित रूप से यह स्थिति ठीक नहीं है।

डीगन ने इस बात पर भी जोर दिया कि शक्ति असंतुलन के बावजूद पब्लिशर्स यदि एक साथ खड़े होते हैं तो वह बेहतर सौदेबाजी की स्थिति में होंगे। उनका कहना था, ‘इसमें अंतिम प्रस्ताव मध्यस्थता का एक प्रवर्तन तंत्र भी शामिल है, जो यह सुनिश्चित करता है कि सभी पक्ष अपना सर्वश्रेष्ठ प्रस्ताव आगे रखें और फिर मध्यस्थ उनमें से किसी को चुने। मध्यस्थता ऐसा है, जो वास्तव में दोनों पक्षों को अपने दम पर उचित समाधान तक पहुंचने के लिए उकसाता है।’ डीगन का यह भी कहना था कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी को समान रूप से लाभ हो, नेशनल एथनिक प्रेस एंड मीडिया काउंसिल को सभी की जरूरतों को पूरा करने और सभी के लिए निष्पक्ष होने के लिए बनाया गया है।

डीगन के अनुसार, ‘प्रत्येक पब्लिशर एक कानूनी फर्म या एक लेखा फर्म को प्रस्तुत करेगा। न्यूज रूम में उनका निवेश, सैलरी और अन्य खर्चे वह लेगा। हम गूगल और मेटा से जो कुछ भी बातचीत कर सकते हैं, वह मूल रूप से उसे अनुपातिक आधार पर विभाजित कर देगा। हम न्यूजरूम में निवेश को बढ़ावा दे रहे हैं और हमें लगता है कि यह वास्तव में उचित तरीका है। यह बहुत अच्छा कानून है, जिसे और बेहतर बनाया जा सकता है। यह एक प्रक्रिया है, जिसका मैंने हाउस ऑफ कॉमन्स में हेरिटेज कमेटी के संदर्भ में उल्लेख किया है। वे अभी इससे गुजर रहे हैं। हमने बिल में कई संशोधन प्रस्तावित किए हैं। कानून अभी वास्तव में केवल उन पब्लिशर्स पर लागू होता है, जिनके पास दो या दो से अधिक एंप्लॉयी हैं।’ अपनी बात समाप्त करते हुए पॉल डीगन का कहना था कि पत्रकारिता के मानकों को बनाए रखने की तत्काल आवश्यकता महत्वपूर्ण हो गई है।

समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।

Pradeep Mishra Katha : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने संभाला यातायात और पार्किंग का मोर्चा, कथा को सफल बनाने सहयोग का आह्वान

Rashtriya Swayamsevak Sangh took over the front of traffic and parking, calls for cooperation to make the story successful

Pradeep Mishra Katha : मध्यप्रदेश के बैतूल में पंडित प्रदीप मिश्र की शिवपुराण कथा (Shivpuran katha of Pandit Pradeep Mishra) के लिए तैयारियां युद्धस्तर पर जारी हैं। स्टॉक विभाजन पर अंतिम विचार आयोजन इतना विशाल और व्यापक है कि सारी तैयारियों को करने के लिए पूरा बैतूल एकजुट है। इसी तारतम्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने भी कथा को स्टॉक विभाजन पर अंतिम विचार सफल बनाने मोर्चा संभाल लिया है। कथा स्थल की व्यवस्थाओं के साथ-साथ सबसे बड़ी व्यवस्था यातायात और पार्किंग की रहती है। इसमें भी संघ के कर्मठ कार्यकर्ता दिन-रात जुटे हैं।

गौरतलब है कि मां ताप्ती शिवपुराण समिति के बैनर तले 12 से 18 दिसंबर तक आयोजित इस कथा में प्रतिदिन 2 लाख के करीब शिवभक्त आएंगे। इस संबंध में समिति के सह संयोजक आशु किलेदार ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संचालक मांगीलाल राठौर, जिला कार्यवाहक अभिषेक खंडेलवाल, दिनेश सोनी, अनिल राठौर, सुरेन्द्र आर्य, इंद्रप्रीत वालिया आदि की टीम लगातार यातायात और पार्किंग की व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटी है।

  • Read Also : Bajaj CT 125X: माइलेज की बादशाह स्टॉक विभाजन पर अंतिम विचार है बजाज की ये शानदार बाइक, 70 पैसे में चलती है एक किलोमीटर, आकर्षक लुक साथ कीमत भी है बेहद कम

आज भी कथा स्थल के आसपास की करीब 50 एकड़ जमीन का मुआयना कर उसे अस्थायी पार्किंग का रूप दिया जा रहा है। सभी ओर से आने वाले वाहनों को उसी दिशा की पार्किंग में रोकना, पार्किंग स्थल पर ही पानी-टायलेट आदि की व्यवस्था संघ द्वारा समिति के साथ मिलकर की जा रही है। संघ कार्यकर्ताओं ने कथास्थल पर भी व्यवस्था संभालकर अंतिम रूप देना आरंभ कर दिया है। श्री किलेदार ने जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और अन्य सभी सरकारी-गैर सरकारी विभागों से भी कथा स्थल पहुंचकर बैतूल के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है।

अपने हितों के लिए पब्लिशर्स को इस दिशा में मिलकर आगे आना होगा: पॉल डीगन

समाचार4मीडिया ब्यूरो

by समाचार4मीडिया ब्यूरो
Published - Tuesday, स्टॉक विभाजन पर अंतिम विचार 13 December, 2022

DNPA

‘एक्सचेंज4मीडिया’ और ‘डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स एसोसिएशन’ (DNPA) द्वारा इंटरशनेशनल स्पीकर्स के साथ वर्चुअल राउंडटेबल कॉन्फ्रेंस (Virtual Roundtable Conferences) के दूसरे एडिशन का आयोजन नौ दिसंबर को किया गया।

e4m-DNPA डायलॉग्स के तहत वर्चुअल रूप से हुई इस राउंडटेबल कॉन्फ्रेंस के दौरान कनाडा और अमेरिका के जाने-माने विशेषज्ञों के साथ ही इंडियन न्यूज पब्लिशिंग बिजनेस से जुड़े दिग्गजों ने भी पत्रकारिता के बिजनेस पुनर्निर्माण में टेक प्लेटफॉर्म और न्यूज पब्लिशर्स के बीच आदर्श संबंध बनाने के बारे में अपने विचार रखे।

इस दौरान कनाडा के प्रिंट और डिजिटल मीडिया के बारे में ‘न्यूज मीडिया कनाडा’ (News Media Canada) के प्रेजिडेंट और चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर पॉल डीगन (Paul Deegan) का कहना था कि वर्तमान में कनाडा में कई छोटे-बड़े पब्लिकेशंस सक्रिय हैं और उनमें से कुछ तो वास्तव में बहुत छोटे उद्यम हैं जो 1200 लोगों की आबादी के लिए अखबार तैयार कर रहे हैं। अब वे बहुत बड़े से बहुत छोटे की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे परिदृश्य में स्वतंत्र प्रेस और विश्वसनीय पत्रकारिता लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण हो जाती है। एक पब्लिशर के लिए पाठकों के प्रति जवाबदेही को देखते हुए यह समझने की जरूरत है कि यह रिपोर्टिंग सटीक है, ईमानदार है और संतुलित है।

पॉल डीगन का यह भी कहना था, ‘बिजनेस मॉडल अव्यवस्थि हो गया है। अखबारों का रेवेन्यू करीब एक दशक अथवा उससे पहले शिखर पर था और आज लगभग पांच बिलियन डॉलर है, वहीं कनाडा में गूगल और मेटा का जो रेवेन्यू करीब एक दशक पहले एक बिलियन डॉलर था, वह अब लगभग 10 बिलियन डॉलर होगा। हमने भारत में भी यह स्थिति देखी है। कोविड से पहले जो रेवेन्यू था, वह अब तक वापस अपने उस रूप में नहीं आया है। यह एक बड़ी समस्या रही है, खासकर हमारे कई पब्लिशर्स के लिए। मुझे लगता है कि विज्ञापन मार्केट में गूगल और मेटा के प्रभुत्व के साथ दुनिया भर के प्रतिद्वंद्वी आ रहे हैं, लेकिन इस दिशा में पर्याप्त काम नहीं किया गया है।’

डीगन ने कहा कि टेक प्लेटफॉर्म्स और पब्लिशर्स के बीच शक्ति असंतुलन काफी ज्यादा है। स्टॉक विभाजन पर अंतिम विचार उन्होंने कहा, ‘गूगल और मेटा का संयुक्त बाजार पूंजीकरण नीचे जा रहा है, विशेष रूप से मेटा की बात करें तो, लेकिन यह कनाडा के वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग तीन चौथाई है।’ इसके साथ ही डीगन ने उल्लेख किया कि किस तरह से गूगल और मेटा ने पब्लिशर्स के साथ कंटेंट लाइसेंसिंग एग्रीमेट करना शुरू कर दिया है और वे इनमें से चुनाव कर रहे हैं। ऐसे में पब्लिशर्स के बीच एक तरह का अंतर आ गया है। अब वे ऐसी जगह पहुंच गए हैं, जहां उनके पास तमाम पब्लिशर्स हैं, जबकि कई पीछे छूट गए हैं। मीडिया पारिस्थितिकी तंत्र के लिए निश्चित रूप से यह स्थिति ठीक नहीं है।

डीगन ने इस बात पर भी जोर दिया कि शक्ति असंतुलन के बावजूद पब्लिशर्स यदि एक साथ खड़े होते हैं तो वह बेहतर सौदेबाजी की स्थिति में होंगे। उनका कहना था, ‘इसमें अंतिम प्रस्ताव मध्यस्थता का एक प्रवर्तन तंत्र भी शामिल है, जो यह सुनिश्चित करता है कि सभी पक्ष अपना सर्वश्रेष्ठ प्रस्ताव आगे रखें और फिर मध्यस्थ उनमें से किसी को चुने। मध्यस्थता ऐसा है, जो वास्तव में दोनों पक्षों को अपने दम पर उचित समाधान तक पहुंचने के लिए उकसाता है।’ डीगन का यह भी कहना था कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी को समान रूप से लाभ हो, नेशनल एथनिक प्रेस एंड मीडिया काउंसिल को सभी स्टॉक विभाजन पर अंतिम विचार की जरूरतों को पूरा करने और सभी के लिए निष्पक्ष होने के लिए बनाया गया है।

डीगन के अनुसार, ‘प्रत्येक पब्लिशर एक कानूनी फर्म या एक लेखा फर्म को प्रस्तुत करेगा। न्यूज रूम में उनका निवेश, सैलरी और अन्य खर्चे वह लेगा। हम गूगल और मेटा से जो कुछ भी बातचीत कर सकते हैं, वह मूल रूप स्टॉक विभाजन पर अंतिम विचार से उसे अनुपातिक आधार पर विभाजित कर देगा। हम न्यूजरूम में निवेश को बढ़ावा दे रहे हैं और हमें लगता है कि यह वास्तव में उचित तरीका है। यह बहुत अच्छा कानून है, जिसे और बेहतर बनाया जा सकता है। यह एक प्रक्रिया है, जिसका मैंने हाउस ऑफ कॉमन्स में हेरिटेज कमेटी के संदर्भ में उल्लेख किया है। वे अभी इससे गुजर रहे हैं। हमने बिल में कई संशोधन प्रस्तावित किए हैं। कानून अभी वास्तव में केवल उन पब्लिशर्स पर लागू होता है, जिनके पास दो या दो से अधिक एंप्लॉयी हैं।’ अपनी बात समाप्त करते हुए पॉल डीगन का कहना था कि पत्रकारिता के मानकों को बनाए रखने की तत्काल आवश्यकता महत्वपूर्ण हो गई है।

समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।

स्टॉक विभाजन पर अंतिम विचार

PFC India

PFC India

AKAM

  • सार्वजनिक सूचना - ऋण के लिए धोखाधड़ी प्रस्ताव के खिलाफ सावधानी
  • आज़ादी का अमृत महोत्सव गतिविधियां
  • गृह-पत्रिका "ऊर्जा दीप्ति"
  • वेबसाइट नीति
  • बाजार ट्रैकर
  • स्टॉक वॉच
  • राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल
  • लोक शिकायत पोर्टल
  • फीडबैक
  • जीएसटी कॉर्नर
  • सीएलपीएम
  • समन्वय (सभी सीपीएसई के लिए केएम पोर्टल)
  • पीटीसीएमएस
  • ई-भुगतान
  • सतर्कता

श्री रविन्द्र सिंह ढिल्लों

अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक

पीएफ़सी लिमिटेड, ऊर्जानिधि, 1, बाराखंबा लेन, नई दिल्ली -110001.

टेली : +91-11- 23456941

फैक्स : +91-11- 23456945

ई-मेल आईडी: [email protected]

श्रीमती सिम्मी आर नाकरा

मुख्य सतर्कता अधिकारी

पीएफ़सी लिमिटेड, ऊर्जानिधि, 1, बाराखंबा लेन, नई दिल्ली -110001.

टेली : +91-11- 23456952

ई-मेल आईडी: [email protected]

शिकायतें सीएमडी या सीवीओ को सीधे लिखित में पत्र (पत्र या ईमेल) भेजकर दर्ज कराई जा सकती हैं। लिखित पत्र (पत्र या ईमेल) के माध्यम से भेजी गई शिकायतें हस्ताक्षरित होनी चाहिएं और इसमें शिकायतकर्ता का पूरा विवरण जैसे डाक पता, मोबाइल/टेलीफोन नंबर, आदि यदि कोई हो, मामले के विनिर्दिष्ट विवरण/सूचना के साथ होना चाहिए। अनाम/छद्मनाम वाली शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी और ऐसी शिकायतें दर्ज की जानी चाहिएं।

भारत सरकार ने केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) को 'नामित एजेंसी' के रूप में प्राधिकृत किया है कि वह भ्रष्टाचार या पद के दुरुपयोग संबंधी किसी भी आरोप पर प्रकटीकरण के लिए लिखित शिकायतें प्राप्त करें और उचित कार्रवाई की सिफारिश करें। इसलिए, पीआईडीपीआई के तहत शिकायतें सीवीसी दिशानिर्देशों के अनुसार सीवीसी को की जा सकती हैं।

मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) एक संगठन के सतर्कता प्रभाग का प्रमुख होता है और सतर्कता से संबंधित सभी मामलों में मुख्य कार्यपालक के सलाहकार के रूप में कार्य करता है। सीवीओ द्वारा किए जाने वाले सतर्कता कार्य व्यापक हैं और इसमें उनके संगठन के कार्मिकों द्वारा की गई भ्रष्ट प्रथाओं, या किए जाने की संभावना के बारे में खुफिया जानकारी एकत्र करना शामिल है; उसे रिपोर्ट किए गए आरोपों की जांच करना या जांच कराना; जांच रिपोर्ट को संबंधित अनुशासनिक प्राधिकारी के विचार करने के लिए प्रोसेस करना; जहां आवश्यक हो, सलाह के लिए मामलों को आयोग के पास भेजना; अनुचित प्रथाओं और कदाचारों के कृत्य आदि को रोकने के लिए कदम उठाना, इस प्रकार, सीवीओ के कार्यों को मोटे तौर पर तीन श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है, जैसे: -

रेटिंग: 4.70
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 562