इस श्रेणी में फंड चुनते वक्त, फंड के पोर्टफोलियो में जाकर यह समझने की कोशिश करें कि उसने किस तरह की कंपनियों कई कारोबारों में निवेश में निवेश किया है और वह फंड किस तरह से शेयरों का चयन करता है. अक्सर इस श्रेणी में निवेश के लिए एक दशक या उससे अधिक समय तक निवेशित रहने के कई कारोबारों में निवेश लिए मानसिक तौर पर तैयार रहने की जरूरत होती है. एसआइपी (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए इन फंडों में निवेश का विकल्प रहता है लेकिन बाजार गिरने के साथ ही ग्रोथ चक्र का अवसर आने पर एकमुश्त निवेश करना कई कारोबारों में निवेश भी अच्छी रणनीति है.

निवेश का संचार

निवेश का संचार

सांकेतिक फोटो।

दूरसंचार के क्षेत्र में सौ फीसद विदेशी प्रत्यक्ष निवेश की मंजूरी से इस क्षेत्र में तेजी से सुधार की उम्मीद की जा रही है। अभी तक इसमें उनचास फीसद एफडीआइ की इजाजत थी। दरअसल, पिछले कुछ समय से दूरसंचार कंपनियां काफी दबाव महसूस कर रही थीं। प्रमुख दूरसंचार कंपनियों पर बड़ी देनदारियां हैं। सरकार लगातार उन्हें चुकाने का दबाव बनाती रही है, पर वे आंशिक भुगतान ही कर पाई हैं। हालांकि पिछले दिनों इसके लिए कंपनियों को अपने शुल्कों कई कारोबारों में निवेश में बढ़ोतरी भी करनी पड़ी। इस तरह प्रतिस्पर्धी माहौल कुछ असंतुलित होता दिखने लगा।

ऐसे में सरकार ने न सिर्फ दूरसंचार कंपनियों में विदेशी निवेश की छूट, बल्कि उन्हें बकाया रकम चुकाने की चार साल की मोहलत भी दे दी है। अब समायोजित सकल राजस्व यानी एजीआर की परिभाषा भी बदली जाएगी, जिसके तहत कंपनियों को केवल दूरसंचार से संबंधित आय पर कर भुगतान करना पड़ेगा। उससे जुड़े दूसरे कारोबारों को उसमें समायोजित नहीं किया जाएगा। नए नियमों के तहत स्पेक्ट्रम खरीद को भी लचीला बनाया गया है और अगर कोई कंपनी चाहे, तो दस साल बाद अपना स्पेक्ट्रम वापस भी कर सकती है। स्वाभाविक ही सरकार के इस फैसले से दूरसंचार कंपनियां संतुष्ट और उत्साहित हैं। उनका कहना है कि इस फैसले से डिजिटल इंडिया के सपने को गति देने में काफी मदद मिलेगी।

छोटा है पर दमदार है

स्मार्ट मनीः मोटा मुनाफा कमाने का अवसर

  • नई दिल्ली,
  • 04 अक्टूबर 2022,
  • (अपडेटेड 04 अक्टूबर 2022, 4:23 PM IST)

नारायण कृष्णमूर्ति

इक्विटी म्यूचुअल कई कारोबारों में निवेश फंड में निवेश के लिए बस यह चुनना होता है कि कितने बड़े कारोबार में निवेश किया जाए. बहुत बड़े कारोबारों की खबरें नियमित रूप से आती रहती हैं जिनसे नए लोगों कई कारोबारों में निवेश को भी उनके बारे में पहले से मालूम होता है. लेकिन शेयर बाजारों की स्मॉल-कैप श्रेणी में आने वाले कई कारोबारों के बारे में यह बात सही नहीं हो सकती. छोटी कंपनियां खास तरह के कारोबार पर ही ध्यान देती हैं, लेकिन लंबे अरसे में उन बड़ी कई कारोबारों में निवेश कंपनियों के मुकाबले उनका राजस्व और मुनाफा बढ़ने की संभावना रहती है, जिन्होंने कई तरह के कारोबार में विविधीकरण कर लिया हो. जो निवेशक जोखिम उठा सकते हैं, वे स्मॉल-कैप फंड को मोटा मुनाफा कमाने का अवसर मान सकते हैं.

निवेशकों के लिए शुरुआती चरण में पैसा लगाना बना फेवरेट, जानिए कैसे स्टार्टअप्स को भी हो रहा है फायदा

निवेशकों के लिए शुरुआती चरण में पैसा लगाना बना फेवरेट, जानिए कैसे स्टार्टअप्स को भी हो रहा है फायदा

मौजूदा समय में निवेशकों के कई कारोबारों में निवेश लिए शुरुआती चरण में किसी भी बिजनेस में पैसा लगाना फेवरेट बन गया है. इससे स्टार्टअप्स को भी फायदा हो रहा है, क्योंकि उन्हें शुरुआती दौर में ही पैसा मिल जा रहा है.

निवेश की दुनिया में लेट-स्‍टेज डील्‍स में गिरावट के बावजूद शुरुआती चरण की फंडिंग, खासतौर से सीड और सीरीज़ ए में भारत में सक्रियता बनी हुई है. नए संस्‍थापक शुरुआती चरणों में ही छोटी राशि जुटाकर 3-4 सालों कई कारोबारों में निवेश में ग्रोथ के लिहाज़ से अधिक मूल्‍यवान कंपनी बनाने पर ध्‍यान दे रहे हैं. नतीजतन, मौजूदा समय में किसी सुधार का नई संस्‍थापित टीम के संस्‍थापक सदस्‍यों पर कोई प्रभाव पड़ने की कई कारोबारों में निवेश संभावना नहीं है. वहीं इससे स्टार्टअप्स को भी फायदा हो रहा है, क्योंकि उन्हें शुरुआती दौर में ही पैसा मिल जा रहा है. साथ ही उनको बिज़नेस कंसल्टेंसी भी मिलती है जिससे स्टार्टअप के लिए किसी भी बिजनेस की शुरुआत करना आसान हो रहा है.

अगर आप कोई लघु कारोबार करने की योजना बना रहे हैं तो पापड़ का बिजनेस आपके लिए एकदम सही साबित हो सकता है. इसके लिए आपको स . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : July 30, 2022, 11:26 IST
पापड़ के बिजनेस के लिए आपको आसानी से लोन मिल जाएगा.
इसके लिए आपको बहुत बड़ी जगह या बहुत अधिक लोगों की आवश्यकता नहीं है.
आपको खुद से केवल 2 लाख रुपये निवेश करने होंगे.

नई दिल्ली. कोविड-19 के समय में लोगों को अपनी नौकरी की अनिश्चचितता का आभास हुआ. आय का स्रोत बंद होने के कारण उन्हें कई परेशानियां झेलनी पड़ी. इसी अनिश्चितता से बचने के लिए लोगों ने कई लघु कारोबारों की ओर अपना रुख किया और अच्छी कमाई की. ऐसा ही एक लघु कारोबार है पापड़ का बिजनेस. इसे आप आराम से कम लागत में शुरू कर सकते हैं. भारतीय लोग खाने-पीने के शौकीन होते हैं और पापड़ तो खासतौर कई कारोबारों में निवेश पर घरों में बेहद पसंद किया जाता है.

रेटिंग: 4.16
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 830