2008 की शुरुआत में जीडीपी के लगातार नकारात्मक आंकड़ों ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी थी। इस दौरान अमेरिका में होम लोन और मॉर्गेज लोन न चुका पाने वाले ग्राहकों की संख्या तेजी से बढ़ी, जिससे लेहमैन ब्रदर्स, मेरीलिंच, बैंक ऑफ अमेरिका जैसी दिग्गज फंस गए और देखते ही देखते अमेरिका में 63 बैंकों में ताले लग गए। इस असर पूरी दुनिया पर हुआ और सारे बाजार औंधे मुंह गिरे। करीब 17 महीने चले इस मंदी के दौर में डाउ जोन्स 9 अक्टूबर 2007 के 14164 अंकों के स्तर से 5 मार्च 2009 को औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार 6,594 तक गिर गया।

Reasons For Falling market: पहले कारोबारी दिन औंधे मुंह गिरा बाजार, यहां जानें क्या रहे गिरावट के पांच बड़े कारण

शेयर बाजार

सोमवार को सप्ताह के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार औंधे मुंह गिरा। लाल निशान पर कारोबार शुरू होने के बाद बीएसई का सेंसेक्स और एनएसई का निफ्टी दिन भर हरे निशान पर नहीं पहुंच सका। दिन चढ़ने के साथ-साथ दोनों इंडेक्सों में गिरावट बढ़ती ही गई। सेंसेक्स 1170 अंक गिरा, तो वहीं निफ्टी 348 अंक फिसलकर बंद हुआ। आज बाजार में आई इस बड़ी गिरावट के कमजोर वैश्विक संकेतों और यूरोप मे कोरोना के मामले बढ़ने समेत पांच प्रमुख कारण रहे।

कमजोर वैश्विक संकेत
एशियाई शेयर बाजारों में 22 नवंबर को पूरे दिन उतार-चढ़ाव भरा रहा। इस बीच कमजोर वैश्विक संकेतों का नकारात्मक प्रभाव घरेलू शेयर बाजार पर पड़ा। इसके चलते शेयर बाजार पूरे दिन उबर नहीं पाए और अंत में भारी गिरावट के साथ बंद हुए।

विस्तार

सोमवार को सप्ताह के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार औंधे मुंह गिरा। लाल निशान पर कारोबार शुरू होने के बाद बीएसई का सेंसेक्स और एनएसई का निफ्टी दिन भर हरे निशान पर नहीं पहुंच सका। दिन चढ़ने के साथ-साथ दोनों इंडेक्सों में गिरावट बढ़ती ही गई। सेंसेक्स 1170 अंक गिरा, तो वहीं निफ्टी 348 अंक फिसलकर बंद हुआ। आज बाजार में आई इस बड़ी गिरावट के कमजोर वैश्विक संकेतों और यूरोप मे कोरोना के मामले बढ़ने समेत पांच प्रमुख कारण रहे।

कमजोर वैश्विक संकेत
एशियाई शेयर बाजारों में 22 नवंबर को पूरे दिन उतार-चढ़ाव भरा रहा। इस बीच कमजोर वैश्विक संकेतों का नकारात्मक प्रभाव घरेलू शेयर बाजार पर पड़ा। इसके चलते शेयर बाजार पूरे दिन उबर नहीं पाए और अंत में भारी गिरावट के साथ बंद हुए।

विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट
आरबीआई के आंकड़ों से पता चलता है कि 12 नवंबर को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 763 मिलियन डॉलर घटकर 640.112 बिलियन डॉलर पर आ गया। औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार बीते तीन सितंबर को समाप्त सप्ताह में इसने 642.453 औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार अरब डॉलर के उच्चतम स्तर को छुआ। विशेषज्ञों के अनुसार, विदेशी मुद्रा भंडार में कमी का असर भी बाजार पर दिखा।

135 साल पुराना है 455 लाख करोड़ मार्केट कैप वाला अमेरिका का डाउ जोन्स, 10 मौके जब मंदी ने इसकी सेहत बिगाड़ी

बिजनेस डेस्क.औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार अमेरिकी अर्थव्यवस्था और दुनिया के बाजारों की सेहत पर असर डालने वाला 135 साल पुराना डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज इंडेक्स (DJI) कारोनावायरस के डर के चलते शुक्रवार को 1190 अंक गिरकर 25,766 के स्तर पर बंद हुआ। इसके कारण भारतीय मार्केट औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार भी करीब 1200 अंक गिर गए हैं। इसे ऐतिहासिक गिरावट बताया जा रहा है। इस गिरावट के महत्व को थोड़ा पीछे जाकर समझें तो पता चलता है कि दुनियाभर के बाजार अमेरिका के डाउ जोन्स की ओर देखते हैं और इसमें हुई गिरावट से भारत समेत लगभग हर देश का मार्केट प्रभावित होता है।

डाउ जोन्स की स्थापना
बीएसई के सेंसेक्स की तरह 30 कंपनियों से मिलकर बना है। इसकी स्थापना 16 फरवरी 1885 को हुई थी। यह यूएस मार्केट का दूसरा सबसे पुराना इंडेक्स है और इसके संस्थापक द वॉल स्ट्रीट जर्नल के एडिटर और डाउ जोन्स कंपनी के को-फाउंडर चार्ल्स डाउ थे। इंडेक्स का जोन्स शब्द एडवर्ड जोन्स के नाम से लिया गया है जो चार्ल्स डाउ के कारोबारी सहयोगी थे।

भारतीय शेयर बाजार में लगातार 7वें दिन दिखी गिरावट

भारतीय शेयर बाजार में लगातार 7वें दिन दिखी गिरावट

भारतीय शेयर बाजार Indian stock market में पिछले कुछ दिनों से गिरावट का दौर जारी है। 24 फरवरी को शेयर बाजार में लगातार 7वें दिन भी गिरावट देखने को मिली। शेयर बाजार में कारोबार के दौरान निफ्टी Nifty 16300 अंक के नीचे जाता नजर आया। कारोबार के अंत में सेंसेक्स Sensex 2702.15 अंक यानी 4.72 फीसदी टूटकर 54,529.91 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 815.30 अंक यानी 4.78 फीसदी गिरकर 16247.95 के स्तर पर क्लोज हुआ। कारोबार के दौरान तेल से जुड़े शेयर Oil related stocks औंधे मुंह गिरे। कारोबार ग्लोबल ऑयल प्राइस Global oil price के 100 डॉलर प्रति बैरल का स्तर पार करने के साथ ही ऑयल एंड गैस Oil and gas शेयरों में भारी गिरावट दिखी। कच्चे तेल Crude oil के भाव 2014 के बाद पहली बार 100 डॉलर के पार जाते नजर आए हैं। ट्रेडर्स को इस बात का डर है कि रूस Russia पर अमेरिका America और दूसरे नाटो देशों NATO countries की तरफ से और प्रतिबंध लगाए जाने के साथ ही दुनियाभर में कच्चे तेल की सप्लाई पर प्रतिकूल असर दिखेगा।

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Sensex Opening Bell: मंगलवार को बाजार लाल निशान पर खुला, सेंसेक्स 250 औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार अंक टूटा, निफ्टी 18350 के नीचे

घरेलू शेयर बाजार में हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन लाल निशान पर कारोबार शुरू हुआ। मंगलवार को शुरुआती सेशन में सेंसेक्स में लगभग 285 अंकों की जबकि निफ्टी में 75 अंकों की गिरावट दिखी। फिलहाल सेंसेक्स 0.46% की गिरावट के साथ 61,520 अंकों पर कारोबार कर रहा है। वहीं दूसरी ओर, निफ्टी 0.41% फिसलकर 18,345.00 अंकों पर ट्रेड कर रहा है। अमेरिकी शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन गिरावट दर्ज की गई। हफ्ते के पहले दिन डाऊ जोंस 163 अंक यानी 0.49 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। टेक कंपनियों के शेयरों पर ब्याज दरों से संबंधित फेड के फैसले का नकारात्मक असर दिख रहा है। इस दौरान मेटा के शेयर चार प्रतिशत तक टूट गए हैं। टेक आधारित इंडेक्स नैस्डेक में 1.49 फीसदी और S&P 500 में 0.90 फीसदी की कमजोरी आई हे। एशियाई बाजार की बात करें तो जापान के निक्केई में 0.20 फीसदी की तेजी और कोरिया के KOSPI में 0.45 फीसदी की कमजोरी है। SGX Nifty में इस समय 45 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है, जो भारतीय बाजार औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार में सुस्ती का इशारा कर रहा है। इससे पहले हफ्ते के पहले दिन घरेलू बेंचमार्क सेंसेक्स में 468 अंकों की तेजी रही थी।

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