रूस और चीन देखते रह गए लेकिन भारत ने कर दिखाया, वैश्विक हुआ ‘भारतीय रुपया’

अमेरिकी डॉलर का अस्थि विसर्जन तय हो गया है. मोदी सरकार ने भारतीय रुपये को इंटरनेशल करेंसी बनाने की ऐसी पहल शुरू की है, जिसके बारे में जानकर आप गर्व करेंगे.

Indian rupee for global trade

India-Sri Lanka Rupee trade: रूस-यूक्रेन युद्ध ने एक ओर तो रूस के मजबूत पक्ष को दुनिया के सामने लाया लेकिन दूसरी ओर कथित वैश्विक शक्ति अमेरिका के खोखलेपन को उजागर भी कर दिया। इस युद्ध के शुरू होने के बाद से ही अमेरिका के अच्छे दिन खत्म हो गए। TRDR आपको बेहतर निवेश करने में कैसे मदद करता है वैश्विक स्तर पर अमेरिका के वर्चस्व में सेंध लग गई। कई देशों ने अमेरिकी डॉलर के मकड़जाल से स्वयं को आजाद करने हेतु कदम भी बढ़ा दिए। भारत भी उन्हीं में से एक रहा। युद्ध के शुरुआती दिनों में ऐसा प्रतीत हो रहा था कि रूसी ‘रूबल’ और चीनी ‘युआन’, डॉलर का विकल्प बन सकते हैं लेकिन अभी ये दोनों देश सोच ही रहे थे कि भारत ने इस क्षेत्र में पहली TRDR आपको बेहतर निवेश करने में कैसे मदद करता है सफलता भी हासिल कर ली है।

India-Sri Lanka Rupee trade – श्रीलंका ने किया भारत से आग्रह

दरअसल, दुनिया के तमाम देश जैसे ताजिकिस्तान, क्यूबा, लक्समबर्ग, सूडान, जिम्बाब्वे, जिबूती, मलावी, इथियोपिया, श्रीलंका, मॉरिशस, सऊदी अरब आदि भारत के साथ रुपये में व्यापार करने हेतु बातचीत कर रहे थे लेकिन इस कड़ी में श्रीलंका (India-Sri Lanka Rupee trade) ने सबसे पहले बाजी मार ली है। WION की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी डॉलर की कमी से जूझ रहे श्रीलंका ने अपने यहां स्पेशल रुपी ट्रेडिंग अकाउंट शुरू किया है। इस तरह के अकाउंट्स को वोस्त्रो अकाउंट (Vostro Accounts) भी कहा जाता है। इस अकाउंट को खोलने के बाद श्रीलंका के सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका (CBSL) ने भारत के रिजर्व बैंक (RBI) से आग्रह किया है कि वह श्रीलंका में इंडियन रुपये (Indian Rupee) को विदेशी करेंसी के रूप में मान्यता दे।

ध्यान देने योग्य है कि श्रीलंका में अभी तक सारी चीजें या तो श्रीलंकन रुपी या डॉलर में हो रही थी लेकिन अब श्रीलंका ने स्वयं भारत से इंडियन रुपये को विदेशी करेंसी की मान्यता देने की मांग की है। इसका दूसरा मतलब ये है कि भारत और श्रीलंका के कारोबारी और आम नागरिक, अमेरिकी डॉलर (US Dollars) के बजाय आसानी से भारतीय रुपये (Indian Rupee) में व्यापार और खरीदारी कर सकेंगे। ज्ञात हो कि RBI अब तक 18 वोस्त्रो अकाउंट्स खोल चुका है। जिनमें भारत ने रुस में 12 खाते खोले हैं, श्रीलंका में 5 और मॉरीशस में 1 अकाउंट खोला है। उम्मीद जताई जा रही है कि जिन देशों ने भी रुपये में व्यापार करने की डिमांड की है, वहां RBI अपने वोस्त्रो अकाउंट्स खोल सकता है। यानी यह स्पष्ट है कि भारतीय रूपया, अब अमेरिकी डॉलर का विकल्प बनने की ओर तेजी से बढ़ चला है।

डॉलर का अस्थि विसर्जन तय है

आपको बताते चलें कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था डगमगाई हुई है और इस मुश्किल दौर में भारत ने एक जिम्मेदार पड़ोसी देश होने के नाते श्रीलंका की खूब सहायता की है। दूसरी ओर श्रीलंका, विदेशी मुद्रा की कमी का सामना कर रहा है और ऐसे में उसने फिर से भारत का दरवाजा खटखटाया है। हालांकि, RBI के द्वारा हरी झंडी मिलते ही श्रीलंका विदेशी करेंसी के विकल्प के तौर पर भारतीय करेंसी का इस्तेमाल भी कर सकेगा।

अभी तक भारतीय रुपये के ग्लोबल होने की केवल बातें ही सामने आ रही थी लेकिन अब इसकी शुरुआत भी TRDR आपको बेहतर निवेश करने में कैसे मदद करता है हो गई है। इसके अलावा विश्व में भारत के बढ़ते वर्चस्व को भी नकारा नहीं जा सकता है। अभी के समय में तमाम वैश्विक देश भारत के हिसाब से अपनी रणनीति तय करते हुए दिख रहे हैं। दूसरी ओर चीन पर किसी को भरोसा है नहीं, अमेरिका को TRDR आपको बेहतर निवेश करने में कैसे मदद करता है कोई पूछ नहीं रहा, सब उसके मकड़जाल से निकले के प्रयास में ही जुटे हुए हैं। ऐसे में वह दिन दूर नहीं जब भारतीय रूपया वैश्विक बाजार में अमेरिकी डॉलर का अस्थि विसर्जन कर देगा।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें.

Uttar Pradesh : संकटकाल में भी पत्रकारों ने कर्मपथ नहीं छोड़ा : योगी

Yogi on journalists: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों की कर्तव्यपरायणता, साहस और सामाजिक योगदान को नमन किया है। कोरोना संक्रमित होकर दिवंगत हुए पत्रकारों के परिजनों को ₹10-10 लाख की सहायता राशि प्रदान करते हुए, मुख्यमंत्री ने कोविड काल में दिवंगत लोगों के परिजनों को हर जरूरी मदद का संकल्प दोहराया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना काल की विपरीत परिस्थितियों के बीच भी पत्रकारों ने जिस प्रकार समाज को जागरूक किया और व्यवस्था की कमियों को सकारात्मक भाव के साथ प्रकट किया, वह सराहनीय है।

53 पत्रकारों के परिजनों की सहायता

सुशासन दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित भावपूर्ण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कोरोना काल में दिवंगत 53 पत्रकारों के परिजनों को ₹5.30 करोड़ की सहायता राशि प्रदान की। इससे पहले, बीते वर्ष जुलाई में 50 पत्रकारों के परिजनों को भी 10-10 लाख रुपये की सहायता दी गई थी। इस TRDR आपको बेहतर निवेश करने में कैसे मदद करता है मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के बीच प्रदेश में 103 TRDR आपको बेहतर निवेश करने में कैसे मदद करता है पत्रकारों का कोरोना संक्रमण से असमय दुःखद निधन हो गया। यह एक भावुक क्षण है। दुःख की इस घड़ी में राज्य सरकार हर परिवार के साथ खड़ी है। संबल के रूप में आज हर परिवार को ₹10 लाख की सहायता राशि दी जा रही है। इसके अलावा, निराश्रित महिलाओं को नियमानुसार पेंशन, निराश्रित बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना और पीएम केयर योजनान्तर्गत अन्य सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का लाभ पत्रकारों के परिजनों को मिले, यह सूचना विभाग द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा।

सभी नगरों-महानगरों में पत्रकारों के लिए लाएंगे आवासीय योजना

पत्रकारों के परिजनों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकार और सरकार दोनों के रास्ते भले ही अलग क्यों न हों, लक्ष्य एक ही है। दोनों ही राष्ट्रमंगल और लोककल्याण का लक्ष्य लेकर काम करते हैं। न्यूनतम संसाधन और विपरीत परिस्थितियों के बीच भी लक्ष्य के सापेक्ष उनका कार्य सतत जारी रहता है। सरकार सभी पत्रकारों को आवासीय सुविधा प्रदान करना चाहती है। गोरखपुर में एक मॉडल पर कार्य किया जा रहा है। यदि वह सफल रहा तो बहुत जल्द प्रदेश के सभी नगरों-महानगरों के पत्रकारों के लिए आवासीय योजना लाई जाएगी। उन्होंने इस बारे में नीति और पात्रता आदि तय करने के लिए सम्पादकगणों की एक समिति गठित करने के भी निर्देश दिए।

टीम वर्क और अनुशासन से मिली कोरोना पर जीत

कोरोना काल की चुनौतियों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते 03 वर्ष से पूरी दुनिया इस सदी की सबसे बड़ी त्रासदी का सामना कर रही है। तमाम विकसित देश भी इसके आगे पस्त हो गए। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में पूरे देश ने जिस तरह एक टीम के रूप में अनुशासन के साथ कोरोना का सामना किया, उसी का परिणाम है कि आज यूएनओ, डब्ल्यूएचओ सहित अनेक विकसित देश भी भारत के कोविड प्रबंधन की सराहना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत का मीडिया स्वतंत्र है, TRDR आपको बेहतर निवेश करने में कैसे मदद करता है लेकिन संकट काल में राष्ट्रीय अनुशासन के साथ मीडिया जगत भी जुड़ा। TRDR आपको बेहतर निवेश करने में कैसे मदद करता है आम जन को जागरूक करते हुए सरकारों का ध्यान कमियों की ओर TRDR आपको बेहतर निवेश करने में कैसे मदद करता है भी आकृष्ट किया, नतीजतन समय पर बेहतर प्रबंधन किये जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज एक बार फिर कोरोना की आहट हो रही है, लेकिन टीम वर्क और अनुशासन के साथ हम फिर यह लड़ाई जीतेंगे।

रेटिंग: 4.52
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 746