क्या रहा है इतिहास?
जब भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का एकछत्र राज था, तब ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है? इंश्योरेंस कवर में हमेशा सेविंग का फीचर होता था. यही कारण है कि इंश्योरेंस को अनिवार्य रूप से बचत और टैक्स सेविंग के मकसद से इस्तेमाल किया जाता था. निजीकरण से पहले ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है? इसे यह कहकर बेचा जाता था कि 'आप x राशि निवेश करेंगे तो आपको x प्लस बोनस मिलेगा. उस वक्त एनडावमेंट प्लान और सेविंग्स के साथ वाले इंश्योरेंस प्रोडक्टों का बोलबाला था.
यूलिप और म्यूचुअल फंड के बीच का अंतर | Difference Between ULIP vs Mutual Funds in Hindi
वर्तमान में वित्तीय क्षेत्र में निवेश करने के लिए बाजार में बहुत सारे निवेश विकल्प उपलब्ध है। इन्हीं निवेश विकल्पों में यूलिप और म्यूचुअल फंड एक है। पिछले कुछ वर्षों में यूलिप और म्यूचुअल फंड ने काफी लोकप्रियता हासिल की है।
किसी भी यूलिप प्लान या म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको इन दोनों के बीच के अंतर का पता होना आवश्यक है। आज हम इस लेख में यूलिप और म्यूचुअल फंड के बीच का अंतर जानने का प्रयास करेंगे।
तो चलिए यूलिप और म्यूचुअल फंड के बीच का अंतर को और विस्तार से जाने।
यूलिप क्या हैं? | What is ULIPs in Hindi?
यूलिप को यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान के नाम से जाना जाता है। यूलिप एक बीमा लाभ के साथ-साथ निवेश लाभ भी प्रदान करता है अर्थात यूलिप के माध्यम से आप बीमा सुविधा के साथ निवेश की सुविधा भी प्राप्त कर सकते हैं। यह आपको जीवन बीमा कवर प्रदान करने के साथ-साथ एक निश्चित समय के बाद इस निवेश ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है? पर रिटर्न भी प्रदान करता है।
यूलिप के लिए जो प्रीमियम का भुगतान किया जाता है उस प्रीमियम का एक भाग जीवन बीमा के रूप में उपयोग किया जाता है जबकि प्रीमियम का शेष भाग एक फंड में निवेश किया जाता है जिसे डेट या इक्विटी इंस्ट्रूमेंट में निवेश किया जाता है।
यह व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर करता है कि वह निवेश किसमें करना चाहता है। एक यूलिप में निवेश करने का विकल्प चुनने का अवसर व्यक्ति को दिया जाता है।
म्युचुअल फंड क्या है? | What is Mutual Fund in Hindi?
म्यूचुअल फंड निवेश साधन का एक प्रकार होता है जो निवेशकों को अपने धन को एक कोष में जमा करने में सहायता करता है जिसे बाद में विभिन्न प्रतिभूतियों जैसे- स्टॉक और बॉन्ड में निवेश किया जाता है। इसका प्रबंधन एक ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी करती है।
म्यूच्यूअल फंड से मिलने वाला लाभ अंतर्निहित प्रतिभूतियों के प्रदर्शन पर निर्भर करता है अर्थात प्रतिभूतियों का मूल्य जैसे-जैसे बढ़ता है म्यूच्यूअल फंड में मिलने वाला रिटर्न भी बढ़ता जाता है जिसके परिणाम स्वरूप निवेश पर पूंजीगत लाभ मिलता है।
यूलिप क्या है, यह म्यूचुअल फंडों से कैसे अलग होता है?
इंश्योरेंस सेक्टर के निजीकरण के शुरुआती वर्षों में बीमा कंपनियां और उनके एजेंट यूलिप को एक इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट के तौर पर बेचते थे.
अंत में इस तरफ बीमा नियामक इरडा की नजर गई. उसने इस पूरे खेल पर नकेल कस दी. इसके बाद कम कमीशन और ज्यादा इंश्योरेंस कवर वाले यूलिप आने शुरू हुए. तब से यूलिप में काफी बेहतरी आई है. हालांकि, आज भी इनकी गलत तरह से बिक्री की जाती है.
बैंकों के कई रिलेशनशिप मैनेजर यूलिप को बॉन्ड की तरह बेचते हैं. कुछ इंटरमीडिएरी इन्हें ऐसे म्यूचुअल फंड बताकर बेचते हैं जो पांच साल बाद गारंटीशुदा रिटर्न देते हैं. साथ ही इंश्योरेंस कवर फ्री मिलता है.
ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है?

ULIP इकाईबद्ध बीमा योजना का नाम है| यह एक ऐसी जीवन बीमा पॉलिसी है जिसका एक निवेश अवयव भी है जो विभिन्न वित्तीय बाज़ारों में निवेशित होता है| निवेशित अवयव जिस प्रकार का प्रतिफल उत्पन्न करता है, वो पॉलिसी का मूल्य निर्धारित करता है| हालांकि, पॉलिसी धारक की मृत्यु पर मिलने वाली बीमाकृत राशि बाज़ार के कार्य अधिकार की देन हो, ऐसा ज़रूरी नहीं है- मिलने वाली न्यूनतम राशि अप्रभावित रह सकती है| दूसरे शब्दों में, ULIP एक हाइब्रिड उत्पाद है, एक संकरित उत्पाद, बीमा और निवेश का का सम्मिश्रण|
ULIP का निवेश घटक/अवयव म्यूच्यूअल फंड से काफी मिलता–जुलता है|
१. दोनों प्रबंधित निवेश हैं|
ULIP में निवेश करना कितना फायदेमंद? इंश्योरेंस, इनवेस्टमेंट और टैक्स के लिहाज से क्या हैं इसकी खूबियां
यूलिप को काफी पसंद किया जाता है क्योंकि इसमें एक साथ कई तरह के फायदे ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है? जुड़े हुए हैं.
ULIP : जब भी फाइनेंशिलय गोल्स की बात आती है, तो हम आमतौर पर ऐसी जगहों में निवेश करना चाहते हैं जहां ज्यादा फायदा हो. इस लिहाज से निवेशक यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP) को काफी पसंद करते हैं क्योंकि इसमें एक साथ कई तरह के फायदे जुड़े हुए हैं. एक तरफ टर्म प्लान है जो एक लाइफ कवर प्रदान करता है. पॉलिसी अवधि के दौरान अगर पॉलिसी धारक की मृत्यु हो जाती है तो इस स्थिति में ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है? लाभार्थी को इस प्लान के तहत एकमुश्त रकम दी जाती है. लेकिन इस प्लान में किसी तरह का निवेश नहीं होता है. वहीं ULIP के तहत, आपको ना सिर्फ इंश्योरेंस कवर मिलता है, बल्कि आप निवेश भी कर सकते हैं. ULIP एक खास तरह का प्लान है, जिसमें दोहरा लाभ जुड़ा होता है. इसमें बीमा कंपनियां बीमा देने के साथ ही निवेशकों को निवेश का मौका भी देती है.
कैसे काम करता है यूलिप
इस प्लान के तहत निवेश के दो फायदे हैं. आपको टर्म इंश्योरेंस प्लान की तरह लाइफ कवर तो मिलता ही है, इसके अलावा आप निवेश भी कर पाते हैं. इसके तहत, प्रीमियम का एक हिस्सा लाइफ कवर के लिए और दूसरे हिस्से को डेट या इक्विटी एसेट्स में निवेश करके रिटर्न जनरेट करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. जब कोई व्यक्ति यूलिप में निवेश करता है, तो उसे चयनित कवर अमाउंट के लिए एक फिक्स्ड प्रीमियम का भुगतान करना होता है. इस प्रीमियम का कुछ हिस्सा बीमा कवरेज प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है, और शेष हिस्से को इक्विटी या डेट इंस्ट्रूमेंट में निवेश किया जाता है. इसमें निवेशकों के पास अपने इन्वेस्टमेंट प्लान के लिए इक्विटी, डेट और बैलेंस्ड ऑप्शन के बीच किसी एक को चुनने की फ्लेक्सिबिलिटी होती है. इसके अलावा, उनके पास प्रीमियम भुगतान के दौरान इन्वेस्टमेंट प्लान्स के बीच स्विच करने का ऑप्शन भी होता है. फंड मैनेजर फंड के प्रकार के अनुसार निवेश को मैनेज करते हैं और डेट या इक्विटी इंस्ट्रूमेंट में निवेश करते हैं. यहां इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि IRDAI के अनुसार, ULIP के लिए लॉक-इन पीरियड 5 साल है और इससे कितना रिटर्न जनरेट होगा यह मार्केट के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है.
एक निवेश में हैं तीन फायदे
यूलिप के प्रमुख फायदों में से एक जीवन बीमा कवर है जो यह प्रदान करता है. यूलिप में निवेश करके कोई भी अपने परिवार को भविष्य की अनिश्चितताओं से बचा सकता है. इसके ज़रिए यह सुनिश्चित होता है कि बीमित व्यक्ति की असामयिक मृत्यु के मामले में परिवार की अच्छी तरह से देखभाल की जाए.
यूलिप में निवेश का एक और बड़ा फायदा यह है कि इक्विटी और डेट एसेट्स में निवेश के ज़रिए आप रटर्न जनरेट कर सकते हैं. लंबी अवधि के गोल्स के ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है? लिए यूलिप में निवेश करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है. आप अपनी जरूरत, जोखिम की क्षमता और निवेश की अवधि के अनुसार डेट, इक्विटी या बैलेंस विकल्प में से चुन सकते हैं. यूलिप प्लान पॉलिसीधारकों को इक्विटी, बॉन्ड और हाइब्रिड फंड जैसे कई फंड विकल्पों के बीच स्विच करने की अनुमति देते हैं. आप कभी भी ऐसा कर सकते हैं और इसमें कोई पैसा भी नहीं लगता है. पॉलिसीधारक मौजूदा परिस्थिति के आधार पर अलग-अलग यूलिप फंडों के बीच भविष्य के प्रीमियम अलॉट करना चुन सकते हैं. बाजार के उतार-चढ़ाव का लाभ उठाने के लिए भविष्य के प्रीमियमों के आवंटन को इक्विटी से बॉन्ड या इसके विपरीत में भी बदल सकते हैं. समझदारी के साथ फंड चुनने पर, यूलिप आपको बाजार से पर्याप्त रिटर्न प्रदान कर सकता है बशर्ते आपको धैर्य रखते हुए लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहिए. इसके तहत आपको काफी फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है.
टैक्स बेनिफिट
यूलिप को म्यूचुअल फंड की तुलना में टैक्स-एफिशिएंट साधन माना जाता है क्योंकि इसके ज़रिए पॉलिसीधारक सभी चरणों में टैक्स की बचत कर सकते हैं. यूलिप में, बिना किसी खर्च के फंड के बीच स्विच करने की अनुमति है, जबकि म्यूचुअल फंड में, योजनाओं के बीच स्विच करने पर टैक्स देना पड़ता है. यूलिप में फंड स्विच करते समय टैक्स-बेनिफिट के अलावा, इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स में छूट मिलती है. यूलिप की मैच्योरिटी रकम सेक्शन 10(10D) के तहत टैक्स-फ्री है. निवेशकों को बिना किसी अतिरिक्त लागत के डेट और इक्विटी के बीच स्विच करने की अनुमति देकर, यूलिप यह सुनिश्चित करते हैं कि एक निवेशक के रूप में आप एक बेहतर पोर्टफोलियो बना सकें. इससे जोखिम भी कम होता है.
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कैसे बचाएं टैक्स? 2022 में निवेश के लिए ये 7 विकल्प, रिटर्न भी मिलेगा खूब!
- नई दिल्ली,
- 18 जनवरी 2022,
- (अपडेटेड 21 फरवरी 2022, 4:13 PM IST)
- PPF पर इस समय मिल रहा है 7.1% का ब्याज
- NPS पर मिलती है 50,000 रुपये की अतिरिक्ट टैक्स छूट
Saving और Investment किसी भी क्लास के फाइनल एग्जाम की तरह होता है. आप रातों-रात इसकी तैयारी नहीं कर सकते हैं. इसकी तैयारी शुरुआत से करनी चाहिए. इसी तरह अगर आप Tax Planning करना चाहते हैं तो इसकी शुरुआत भी आपको एकदम शुरू से करनी चाहिए. इसके लिए जरूरी है कि हम सभी तरह की सेविंग स्कीम्स को ठीक तरीके से समझे और बिल्कुल सही स्कीम में इंवेस्टमेंट करें. Tax Saving Schemes में इंवेस्टमेंट से आपको ज्यादा टैक्स नहीं देना पड़ता है. दूसरी ओर, वह रकम आपके एसेट में जुड़ जाती है.
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