एनपीएस, लाभदायक सरकार समर्थित इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक है, जो पेंशन के विकल्प प्रदान करता है. आपके फंड बॉन्ड, सरकारी सिक्योरिटीज़, स्टॉक और अन्य इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट किए जाते हैं. लॉक-इन अवधि इन्वेस्टर की आयु द्वारा निर्धारित की जाती है, क्योंकि जब तक इन्वेस्टर 60 वर्ष की आयु का नहीं होता, तब तक यह स्कीम मेच्योर नहीं होती है.

Mutual Fund me Investment Kaise Kre

Mutual Fund: क्या करें जब स्टार फंड मैनेजर छोड़ जाएं, स्कीम में रहें या निकल जाएं

जब स्टार फंड मैनेजर फंड हाउस छोड़कर चला जाता है. स्वाभाविक तौर पर निवेशक चिंतित हो जाते हैं कि उनके निवेश का आगे क्या होगा.

म्यूचुअल फंड में फंड मैनेजर्स की भूमिका अहम होती है. निवेशक के तौर पर हम अपने स्टार फंड मैनेजर पर पूरी तरह निर्भर रहते हैं. हमारा पूरा ध्यान होता है कि कैसे वास्तव में वे निवेशकों के पैसों को मैनेज कर रहे हैं.

जब फंड मैनेजर फंड हाउस छोड़ दे

सच तो यह है कि ज्यादातर निवेशक स्कीम मैनेज कर रहे फंड मैनेजर को देखकर ही अपने पोर्टफोलियो में फंड्स सेलेक्ट करते हैं. समस्या तब आती है जब स्टार फंड मैनेजर फंड हाउस छोड़कर चला जाता है. स्वाभाविक तौर पर निवेशक चिंतित हो जाते हैं कि उनके निवेश का आगे क्या होगा. वे क्या करें. फंड के साथ बने रहें या निकल जाएं.

हर फंड हाउस की अपनी एक प्रक्रिया और व्यवस्था होती है. स्कीम का प्रबंधन करते समय वह इसे लागू करता है. पूरे स्ट्रक्चर में कई विश्लेषकों के साथ-साथ रिसर्च टीम और दूसरे फंड मैनेजर होते हैं. पोर्टफोलियो के संपूर्ण प्रबंधन में इनके इनपुट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. ऐसी व्यवस्था में किसी फंड मैनेजर के जॉब छोड़कर चले जाने के बाद भी निवेशक का जोखिम कम होता है. निवेशक को पूरा विश्वास होता है कि फंड हाउस अपना काम जारी रखेगा.

स्कीम में होते हैं एक से ज्यादा फंड मैनेजर

कई बार फंड हाउस किसी खास स्कीम के लिए एक से ज्यादा फंड मैनेजर रखते हैं. ऐसा एसेट बेस को देखकर किया जाता है. यह नुस्खा निवेशक में यह विश्वास पैदा करने के लिए आजमाया जाता है कि खास स्कीम के प्रबंधन की प्रक्रिया सतत जारी रहने वाली है. यह आश्वस्त किया जाता है कि यहां साझा दायित्व है और यहां लिए जाने वाले फैसलों में एक से ज्यादा लोग शामिल हैं. ऐसे में एक फंड मैनेजर चला भी जाता है तो उसका दायित्व संभालने के लिए दूसरा है और इस तरह यह व्यवस्था भरोसा पैदा करती है कि बिना बाधा के ट्रांजैक्शन जारी रहेंगे.

फंड की प्रकृति भी तय करती है कि फंड मैनेजर के उठाए गये कदमों में जोखिम कितना है. अगर लार्ज कैप फंड है तो पूरी तरह यूनीक पोर्टफोलियो तैयार होने के बाद खास फंड मैनेजर की भूमिका भी सीमित रहती है. इसी तरह किसी वैल्यू फंड या कॉन्ट्रा फंड के लिए भी खास रणनीतियां होती हैं जिस बारे में फंड फीचर में ध्यान दिलाया जाता है. यह बिल्कुल संभव है कि किसी मिड कैप या स्मॉल कैप के बजाए ऐसे फंड को मैनेज करने वाले फंड मैनेजर का बहुत बड़ा प्रभाव ना हो क्योंकि यहां स्टॉक चुनने का विकल्प ज्यादा जरूरी होती है.

SIP Calculator: हर महीने जमा करें 1000 रुपए, घर बैठे मिलेंगे 2 करोड से ज्यादा

छोटी छोटी बचत कर बड़े लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। आप हर महीने 1000 रुपए म्यूचुअल Mutual Fund में निवेश कैसे करे फंड में सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान (SIP) में निवेश करते है तो करोड़पति बन सकते हैं। पिछले दो दशक में म्यूचुअल फंड शानदार रिटर्न दे रहा है। कुछ फंड्स 20 फीसदी तक रिटर्न दे रहे है।

SIP Calculator

SIP Calculator: हर इंसान को भविष्य के लिए बचत करनी चाहिए। कुछ लोग छोटी बचत करते है तो कुछेक मोटा रिटर्न चाहते है। इसलिए बैंक और पोस्ट ऑफिस में हर महीने जमा करते है। अगर आप भी कम निवेश पर ज्यादा रिटर्न चाहते है तो म्‍यूचुअल फंड में एसआईपी बेहतरीन विकल्प हो सकता है। बीते कुछ सालों से म्‍यूचुअल फंड काफी पसंद आ रहा है। क्योंकि निवेशकों का निवेश किया हुआ पैसा अच्‍छा बेनिफ‍िट दे रहा है। आप हर महीने 1000 रुपए जमाकर 2 करोड़ Mutual Fund में निवेश कैसे करे से भी ज्यादा रिटर्न पा सकते है। हालांकि इसमें समय ज्यादा देना होता है। आइए जाते है म्‍यूचुअल फंड में एसआईपी में कितना ब्याज मिलता है और कितने समय के लिए जमा करवाना होगा।

म्यूचुअल फंड के प्रकार, Types Of Mutual fund

दोस्तो वैसे तो मैं आपको म्यूचुअल फंड के टाइप्स के बारे में ज्यादा ब्रीफ में नहीं बताऊंगा। अगर आप लोग म्यूचुअल फंड के टाइप्स के बारे में डिटेल में जान आना चाहते हैं। तो आपको इसके बारे में बहुत सी वेबसाइट मिल जाएगी। जहां पर इसके बारे में डिटेल में जान सकते है लेकिन इतना बता देता हूं कि म्यूचुअल फंड कितने प्रकार और कौन-कौन से होते हैं :-


1) इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Fund)
2) डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund)
3) हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड ( Highbrid Mutual Fund )
4) सल्यूशन ओरिएंटल म्यूच्यूअल फंड (Salution Oriented Mutual Fund)

म्यूच्यूअल फंड में निवेश कैसे करे( Mutual Fund Investment in Hindi)

दोस्तों वैसे तो आपको मैचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट करने को अनेकों एंड्राइड एप्लीकेशन मिल जाएंगे जैसे कि Groww App, MyCams, IPRU Touch App इत्यादि जिसकी मदद से आप म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं।


दोस्तों मेरी सलाह यही है कि आप Mutual fund में Invest करने के लिए Groww App ka प्रयोग करें क्योंकि इसका इस्तेमाल आप बहुत ही आसानी से कर लेंगे।

  • Groww App क्या है और Groww App में registration कैसे करें

म्यूच्यूअल फंड के फायदे (Mutual Fund Benifit in hindi)

1) विविधता (Diversification)

दोस्तों आपको बता दें कि mutual fund में इन्वेस्टमेंट करने का सबसे अच्छा फायदा यह है कि यहां पर पैसे को एक जगह के अलावा छोटे-छोटे भाग करके कई जगह निवेश कर सकते हैं। जिससे आपके risk में काफी कमी होती है।

2) सस्ता (Affordable)

दोस्तों अगर आप अकेले बड़ी कंपनियों के शेयर खरीदेंगे तो आपके लिए महंगे पड़ेंगे लेकिन म्यूचुअल फंड में छोटे छोटे लोगों का पैसा इकट्ठा होकर बड़ा रकम बन जाता है। जिससे बड़ी कंपनियों में निवेश आसानी से किया जाता है। म्यूच्यूअल फंड छोटे निवेशकों के लिए बड़ी कंपनियों में निवेश करने का एक Mutual Fund में निवेश कैसे करे अच्छा विकल्प है।

3) टैक्स बेनिफिट (Tax Benifit)

जब आप शेयर बाजार में निवेश करेंगे तो आपको शेयर को खरीदने या बेचने का पर टैक्स देना पड़ता है लेकिन म्यूचुअल फंड में आपको कुछ अवधि तक टैक्स पर छूट मिलती हैं।

म्यूचुअल फंड में निवेश करने का Risk या नुकसान ( Mutual Fund Investment Loss In Hindi)

दोस्तों आपको बता दें कि आजकल mutual fund में निवेश करना बहुत ही आसान हो गया है जिसके कारण बहुत से लोग म्यूचुअल फंड के फायदे देखकर निवेश करना शुरू कर देते हैं। अगर आप भी mutual fund के फायदे जान के निवेश करने को सोच रहे हैं तो सावधान हो जाइए क्योंकि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं।
मतलब यह कि अगर म्यूचुअल फंड के फायदे देखकर निवेश करना बिना नुकसान यानी कि Risk को देखे हुए तो आपका पैसा डूब भी सकता है। वैसे आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है मैं आपको म्यूचुअल फंड में क्या-क्या risk है बारीकी से बताऊंगा।

1) कम मुनाफा (Less Profit)

अगर आप यह सोच रहे हैं कि एक बार mutual fund में investment कर दे और आपको सालों तक बहुत ज्यादा मुनाफा होगा तो शायद आप गलत है। क्योंकि म्यूचुअल फंड में निवेश करने से अगर केवल मुनाफा ही हो तो हर कोई म्यूचुअल फंड में बिना डरे निवेश Mutual Fund में निवेश कैसे करे करना शुरू कर दे। मतलब कहने का है कि म्यूचुअल फंड में आपको हर साल एक तरह का मुनाफा देखने को नहीं मिलेगा। इस मार्केट में मुनाफे में कम ज्यादा भी होता रहता है। यहां तक कि आपको नुकसान भी हो सकता है लेकिन अगर आप सही तरीके से निवेश करें तो आपको नुकसान होने के chances कम हो जाता है।

म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे करें? म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें? How Mutual Fund में निवेश कैसे करे to buy Mutual Funds? (Hindi)

अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड में पहली बार निवेश कर रहे हैं, तो आपको KYC (Know your customer) फॉर्म भरना होगा | अगर किसी कारण आपका KYC (केवाईसी) पहले हो चुका है (demat अकाउंट खोलने के लिए या किसी और वजह से), तो आपको दोबारा KYC फॉर्म भरने की ज़रुरत नहीं है|

अगर आपको पता नहीं है की आपका KYC हुआ है की नहीं (आप KYC-compliant हैं की नहीं), तो आप इन में से किसी भी वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं|

आपको चेक करने के लिए अपना PAN नंबर डालना होगा|

अगर आपका KYC नहीं हुआ है, तो आपको फॉर्म भरने के साथ-साथ इन दस्तावेजों के भी ज़रुरत होगी|

  1. पासपोर्ट साइज़ फोटोग्राफ (Passport sized photograph)
  2. पहचान पत्र जैसे पैन कार्ड ,आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लायसेंस की प्रतिलिपि आदि (कोई एक)
  3. पता का प्रमाण, जैसे की ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड नवीनतम टेलीफोन बिल (केवल लैंडलाइन), नवीनतम बिजली बिल, नवीनतम गैस बिल आदि (कोई एक)

म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे करें? म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें?

आप किसी एजेंट (म्यूच्यूअल फण्ड Distributor) की सहायता से निवेश कर सकते हैं| या फिर निकटतम CAMS या Karvy शाखायों में जा Mutual Fund में निवेश कैसे करे कर भी निवेश कर सकते हैं| आप म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी की शाखा में जा कर भी निवेश कर सकते हैं|

वहां पर जा कर आपको फॉर्म भरना होगा और एक चेक देना होगा|

अगर आप पहली बार निवेश कर रहे हैं, तो इन जगहों पर जा कर आप अपनी KYC की प्रक्रिया भी पूरी कर सकते हैं|

और हाँ, निवेश आप केवल अपने बैंक खाते से ही कर सकते है| तो अपनी चेक-बुक ले जाना न भूलें|

म्यूच्यूअल फण्ड में ऑनलाइन निवेश कैसे करें?

अगर आपका KYC हो चुका है, फिर तो सब बहुत आसान है|

अगर KYC नहीं हुआ है, तो आपको पहले KYC पूरा करने की ज़रुरत है| ऊपर दी गयी प्रक्रिया का पालन करें और KYC पूरा करें|

आप म्यूच्यूअल Mutual Fund में निवेश कैसे करे फण्ड कंपनी की वेबसाइट से कर सकते हैं|

इसके अलावा बहुत सारी वेबसाइट हैं जो आपको ऑनलाइन निवेश करने की सुविधा प्रदान करती हैं|

आपको वहां जा कर एक ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा और काम खत्म| शायद आपको एक पहले से भरे फॉर्म (pre-filled form) को डाउनलोड करके कूरियर करना हो|

अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड रेगुलर प्लान (regular plan of mutual fund schemes) में निवेश करना चाहते हैं, तो आप FundsIndia या ScripBox जैसी Mutual Fund में निवेश कैसे करे वेबसाइट से निवेश कर सकते हैं|

अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड डायरेक्ट प्लान (direct plan of mutual fund schemes) में निवेश करना चाहते हैं, तो आप Mutual Fund में निवेश कैसे करे इस पोस्ट पर जा कर ऐसी सभी वेबसाइट की लिस्ट पा सकते हैं|

म्यूच्यूअल फण्ड सिप (SIP) में कैसे निवेश करें?

अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड सिप के बारें में गहराई से जानना चाहते हैं. तो इस पोस्ट को पढ़ें|

अब म्यूच्यूअल फण्ड सिप में आपके बैंक खाते से अपने आप (automatically) कट कर निवेश हो जाता है| अब बैंक किसी को भी आपके बैंक खाते को डेबिट नहीं करने दे सकता|

इसीलिए आपको बैंक को बताना होता है की किस कंपनी या फण्ड को आपके बैंक अकाउंट से पैसे निकालने दे| इसके लिए आपको एक फॉर्म भरना होता है| इस फॉर्म को आप ECS या one-time mandate (NACH mandate) भी कहते हैं|

यह फॉर्म आसानी से उपलब्ध होता है| अगर आप ऑफलाइन निवेश कर कर रहे हैं, जो जहाँ से कर रहे है, वह आपको यह फॉर्म प्रदान करेगा| अगर आप ऑफलाइन निवेश कर रहे हैं, तो वह वेबसाइट यह फॉर्म प्रदान करेगी| फॉर्म भरने के निर्देश फॉर्म में ही होंगे|

फॉर्म कुछ इस प्रकार का होगा|

वर्ष 2022 में उच्च रिटर्न देने वाले भारत में शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

निवेश भारत में संपत्ति बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है. यह महंगाई को हराने, फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने और अपने आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाने में मदद करता है. अपने बैंक अकाउंट में पैसे को रखने की Mutual Fund में निवेश कैसे करे बजाय, आप स्टॉक्स, शेयर्स, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विभिन्न विकल्पों में इन्वेस्ट कर सकते हैं.

यह आपको फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने और भारत के टॉप इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट करके सुरक्षित जीवन जीने के लिए, भविष्य के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा बनाने में मदद कर सकता है.

मार्केट में कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान हैं, जिनमें उच्च स्तर के जोखिम होते हैं और अन्य एसेट क्लास की तुलना में लॉन्ग-टर्म में लाभकारी रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है.

कई इन्वेस्टमेंट प्लान उपलब्ध होने के कारण, सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. नीचे कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान दिए गए हैं, जो सेविंग को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.

भारत में सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

अगर आप सोच रहे हैं कि पैसे कहां इन्वेस्ट करें, तो यहां कुछ प्रकार के इन्वेस्टमेंट दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:

स्टॉक्स

स्टॉक किसी कंपनी या इकाई के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. स्टॉक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर के लिए ज़्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक हैं. लेकिन, ये मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, इसलिए पूंजी की हानि का जोखिम हमेशा बना रहता है.

फिक्स्ड डिपॉजिट

जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है. एफडी आपके डिपॉजिट पर सुरक्षित रिटर्न प्रदान करती है और इस पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. उच्च-जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर भी अपने पोर्टफोलियो को स्थिर बनाने के लिए एफडी, आरईआईटीएस और क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुनते हैं.

आपको अपने पैसे कहां इन्वेस्ट करने चाहिए?

अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, आप या तो मार्केट-लिंक्ड या मार्केट से अप्रभावित रहने वाले इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं. मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट में अधिक रिटर्न मिलते हैं, लेकिन ये हमेशा सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं होते क्योंकि इनमें पूंजी खोने का जोखिम रहता है. तुलना में, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे Mutual Fund में निवेश कैसे करे इन्वेस्टमेंट टूल, फंड की अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं. बजाज फाइनेंस एक ऐसा फाइनेंसर है जो उच्च एफडी दरों और फंड की सुरक्षा का दोहरा लाभ प्रदान करता है.

अधिकांश इन्वेस्टमेंट विकल्पों में कुछ अस्थिरता होती है, और आमतौर पर जब जोखिम का स्तर अधिक होता है, Mutual Fund में निवेश कैसे करे तो इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न भी अधिक होता है. इसलिए, अक्सर इन्वेस्टमेंट के निर्णय इन्वेस्टर्स की जोखिम क्षमता के आधार पर लिए जाते हैं.

कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: फिक्स्ड-इनकम विकल्पों में बॉन्ड, डिबेंचर, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, और सरकारी सेविंग स्कीम शामिल हैं.

बजाज फाइनेंस एफडी सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक क्यों है

  • प्रति वर्ष 7.95% तक की उच्च ब्याज़ दरें. द्वारा एफएएए और इकरा द्वारा एमएएए की उच्चतम सुरक्षा रेटिंग के साथ समय-समय पर भुगतान का विकल्प
  • समय से पहले निकासी से बचने के लिए एफडी पर लोन

बजाज फाइनेंस एफडी में इन्वेस्ट करना अब पहले से भी आसान है. हमारी एंड-टू-एंड ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्रोसेस के साथ अपने घर के आराम से अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा शुरू करें.

रेटिंग: 4.86
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 85