हिन्दुस्तान 12 घंटे पहले लाइव हिन्दुस्तान

Stock Market में P/E Ratio क्या है? शेयर खरीदने से पहले इसे जरूर जानें।

दोस्तों एक अच्छा शेयर का चुनाव के जितने भी तरीके हैं हम सभी अपनाते हैं। शेयर को सेलेक्ट कर लेते हैं। जब उसे खरीदे लगते हैं तो मन में कई तरह की आशंका उत्पन्न होने लगती है। यह शेयर महंगा तो नहीं है। इसे लेने के बाद इसका दाम नीचे तो नहीं गिर जाएगा।

यदि आपके भी मन में भी यह आशंकाएं उत्पन्न हो रही है कि जो शेयर हम खरीदने जा रहे हैं वह सस्ता है या महंगा। यह कैसे पता करें। तो आपके लिए बड़ा ही अच्छा नॉलेज शेयर कर रहा हूं जिसका नाम है P/E Ratio.

P/E Ratio का मतलब क्या है?

P/E Ratio का अर्थ Price Earning Ratio है।

साधारण भाषा में इसका मतलब यह होता है कि हमें कितने रुपए लगाने पर कितने रुपए मिलेगा।

उदाहरण द्वारा इसे समझते हैं। रिलायंस कंपनी के 1 शेयर का दाम अभी ₹ 2000 हैं। इस कंपनी ने पिछले 1 साल में ₹ 200 लाभ दिया है। यदि मुझे इसका P/E Ratio निकालना है तो 2000 ÷ 200 = 10 निकलेगा।

इस P/E Ratio का मतलब यह हुआ कि आपको ₹ 1 कमाने के लिए रिलायंस कंपनी में ₹10 लगाना पड़ेगा। या दूसरे भाषा में ₹ 2000 केेेेेेे निवेश पर हमें ₹ 200 प्राप्त होगा।

इस प्रकार P/E Ratio उसे कहते हैं जिसे प्रति शेयर बाजार मूल्य में उसके द्वारा दी गई आय के द्वारा भाग देने पर जो प्राप्त होता है वही P/E Ratio है।

शेयर खरीदने हेतु P/E Ratio क्या होने चाहिए

अब आपके मन में यह सवाल उठता होगा कि शेयर खरीदने वक्त हमें कितना P/E Ratio का शेयर खरीदना चाहिए और कितना P/E Ratio शेयर नहीं खरीदना चाहिए।

आमतौर पर वित्तीय सलाहकार कहते हैं कि जिसका P/E Ratio 30 से ज्यादा है उसे हमें नहीं खरीदना चाहिए। क्योंकि यदि मुझे ₹30 लगाकर सालाना ₹1 प्राप्त हो यहां तक तो ठीक माना जा सकता है। पर उससे ज्यादा लगाकर यदि मुझे ₹1 प्राप्त हो तो यह कभी भी ठीक नहीं माना जा सकता।

वैसे जैसे जैसे कंपनी मुनाफा कमाता रहता है उसका P/E Ratio बढ़ता रहता है। इसलिए आप कंपनी के पिछले कुछ सालों का मुनाफा देख सकते हैं। यह जरूरी नहीं कि P/E Ratio ज्यादा होने से उस शेयर में निवेश ना करें।

क्या केवल P/E Ratio द्वारा ही अच्छे शेयर का चुनाव सही है?

यदि आप सोच रहे हैं कि मुझे P/E Ratio निकालना आ गया और इसे देखकर मैं अच्छे से शेेेयर खरीद कर एक सफल निवेशक बन जाऊंगा तो यह आप गलत सोच रहे हैं। कई बार हम भ्रम में भी आ जाते हैंं। गलत P/E Ratio दौरा भी हम गलत शेयर खरीद कर नुकसान उठा लेते हैं।

कई ऐसे भी कंपनी होती हैं जिसकी P/E Ratio में काफी उतार-चढ़ाव होता रहता है। यानी किसी वर्ष यह बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और किसी बात बहुत कम हो जाता हैै।

उदाहरण रियल स्टेट कंपनी का लेते हैं। किसी वर्ष 50 घर भी नहीं बिकता तो किसी वर्ष 500 घर बिक जाता है। जिस वर्ष इस कंपनी का 500 घर बिका है उस वर्ष का P/E Ratio 20 मान लेते हैं। हम यह सोच कर शेयर खरीद लेते हैं कि P/E Ratio उसका कम है।

अगले वर्ष 50 घर भी नहीं बिका और वह हमें नुकसान उठाना पड़ जाता है। इसलिए आप केवल P/E Ratio पर निर्भर ना रहे।

P/E Ratio और क्या बताता है?

P/E Ratio द्वारा किसी कंपनी के शेयर सस्ते या महंगे का अनुमान लगा सकते हैंं। इसके अलावा आप यह भी अनुमान लगा सकते हैं कि वर्तमान में शेयर बाजार महंगा है या सस्ता हैै।

मेरा कहने का अर्थ यह है कि कई बार नये निवेशक सोचते हैं कि जब बाजार सस्ता होगा तब निवेश की शुरुआत करूंगा। यह पता कैसे चलेगा कि मार्केट अभी सस्ता है या महंगा है। उसके लिए आप मार्केट का P/E Ratio देख सकते हैं।

भारतीय बाजार में मुख्य रूप से दो जगह शेयर की खरीद बिक्री की जाती है। एक सेंसेक्स और दूसरा है निफ्टी। सेंसेक्स 30 कंपनी का प्रतिनिधित्व करती है और निफ्टी भारत के 50 कंपनी का प्रतिनिधित्व करती है।

सेंसेक्स और निफ्टी यह बताती है कि अभी भारतीय आज शेयर बाजार में क्या देखें बाजार का क्या हाल है। यदि आप नये निवेशक हैं या शेयर मार्केट में निवेश करने की सोच रहे हैं तो सेंसेक्स और निफ्टी का P/E Ratio जाकर जरूर देख लें। आपको पता लग जाएगा कि अभी भारतीय शेयर बाजार सस्ता है या महंगा है।

सस्ता है तो फिर आप निवेश की शुरुआत कर दीजिए और यदि महंगा है तो कुछ समय इंतजार कर सकते हैं। वैसे एकमुश्त निवेश में यह देखा जाता है। जब आप एसआईपी शुरू करने की सोच रहे हैं तो आप कभी भी शुरू कर सकते हैं।

P/E Ratio बदलता रहता है

P/E Ratio हमेशा बदलता रहता है। यह नहीं कि आपने एक बार जो P/E Ratio देख लिया वह हमेशा के लिए रहेगा। मान लीजिए किसी कंपनी का P/E Ratio अभी 25 है।

कुछ दिनों बाद कंपनी ने अच्छा मुनाफा कमाया और उसके शेयर का दाम बढ़ गया। क्योंकि सभी लोग उसके शेयर को खरीदने लगे। हम उस कंपनी का P/E Ratio बढ़ जाएगा।

इसलिए आप जिस वक्त शेयर खरीदते हैं उस वक्त उस शेयर का भी P/E Ratio देख ले।

जाते जाते एक बात आपको बता कर जा रहा हूं शेयर बाजार जितना ही लाभदायक है उतना ही नुकसानदायक। इसमें हम 1 दिन में लाखों कमा भी सकते हैं और लाखों गंवा भी सकते हैं।

आप तभी इसमें निवेश करने की सोचे जब आप लाखों कमाने और गंवाने के लिए तैयार हो। किसी के भी कहने पर कहीं भी निवेश ना करें। सोच समझ कर फैसला ले। आपके मेहनत की कमाई पर पहला अधिकार आपका ही है।

किसी के कहने पर किसी भी शेयर में निवेश ना करें। निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले। आप चाहे कितने बड़े खिलाड़ी हो लेकिन कर्ज लेकर कभी भी स्टॉक मार्केट में निवेश ना करें इससे आप ज्यादा कठिनाई में पड़ सकते हैं।

मल्टीबेगर शेयर के अलावा Penny Stocks जिसका मूल्य ₹10 से कम है आप चाहे तो उसमे निवेश कर सकते हैं। इलेक्ट्रिक वाहन शेयर जो मार्केट में बिल्कुल नया है उसमें भी निवेश कर सकते हैं। लेकिन निवेश करने से पहले अच्छी तरह रिसर्च जरूर कर ले।

शेयर बाजार में भारी गिरावट, निवेशकों की उम्मीदों पर फिरा पानी! BSE 659 अंक लुढ़का

हिन्दुस्तान लोगो

हिन्दुस्तान 12 घंटे पहले लाइव हिन्दुस्तान

Share Bazar Live Updates: दो कारोबारी सेशन के बाद कल शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली थी।लेकिन आज स्टॉक मार्केट ने निवेशकों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। मंगलवार सुबह 11.40 बजे सेंसेक्स 659 अंक या 1.07% लुढ़क कर 61,147.17 पर आ गया। इससे पहले आज सेंसेक्स 285.62 अंक या 0.46 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61,520.57 पर खुला है। कुछ देर बाद करीब 9.40 के आस-पास यह गिरावट 546 अंकों की हो गई थी। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी आज 101.70 अंक या 0.55 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,318.75 पर ओपन हुआ है। बता दें, कल शेयर बाजार तेजी के साथ बंद हुआ था।

सेंसेक्स में सबसे अधिक गिरावट सुबर मारूति के शेयरों में देखने को आज शेयर बाजार में क्या देखें मिली है। यह ऑटो स्टॉक 1.51 प्रतिशत तक गिर गया था। इसके अलावा इसके हिंदुस्तान यूनिलीवर, टीसीएस, टाटा मोटर्स सहित 30 में 28 कंपनियां गिरावट के साथ कारोबार कर रही थी। हालांकि, इस दौरान एक्सिस बैंक और एसबीई इन के शेयरों में तेजी देखने को मिली है।

कल का हाल

बैंकिंग, तेल और एफएमसीजी शेयरों में सोमवार को हुई जोरदार लिवाली के दम पर घरेलू शेयर बाजारों के दोनों मानक सूचकांक में दो दिन के अंतराल के बाद तेजी लौट आई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों करीब एक प्रतिशत चढ़ गए। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 468.38 अंक यानी 0.76 प्रतिशत चढ़कर 61,806.19 अंक पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान एक समय यह 507.11 अंक तक उछल गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी 151.45 अंक यानी 0.83 प्रतिशत की बढ़त रही और यह 18,420.45 अंक पर बंद हुआ था।

शेयर बाजार में लौटी रौनक, सेंसेक्स 468 अंक चढ़ा; इस कंपनी का शेयर 14% उछला

शेयर बाजार में लौटी रौनक, सेंसेक्स 468 अंक चढ़ा; इस कंपनी का शेयर 14% उछला

बैंकिंग, तेल और FMCG शेयरों में सोमवार को जोरदार लिवाली रही. इस लिवाली के दम पर घरेलू शेयर बाजारों (Stock Markets) के दोनों मानक सूचकाकों में दो दिन के अंतराल के बाद तेजी का दौर लौट आया. सेंसेक्स (BSE Sensex) और निफ्टी (NSE Nifty) दोनों में करीब एक प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 468.38 अंक चढ़कर 61,806.19 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 507.11 अंक तक उछल गया था. पूरे दिन में सेंसेक्स ने 61,844.92 का उच्च स्तर और 61,265.31 का निम्न स्तर छुआ.

सेंसेक्स पर लिस्टेड 30 कंपनियों में से 6 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए हैं. सेंसेक्स में शामिल शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, पावरग्रिड, भारती एयरटेल, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, मारुति सुजुकी, आईटीसी, टाइटन, नेस्ले, बजाज फाइनेंस और रिलायंस इंडस्ट्रीज बढ़त दर्ज करने में सफल रहे. सबसे ज्यादा 3.12 प्रतिशत महिन्द्रा एंड महिन्द्रा चढ़ा है. वहीं टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस, टाटा मोटर्स और इंडसइंड बैंक के शेयरों को नुकसान उठाना पड़ा. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का शेयर सबसे ज्यादा 1.13 प्रतिशत गिरा है.

Nifty50 का हाल

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी 151.45 अंकों की बढ़त रही और यह 18,420.45 पर बंद हुआ. निफ्टी पर अडानी पोर्ट्स, अडानी एंटरप्राइजेस, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, आयशर मोटर्स, पावरग्रिड टॉप गेनर्स रहे. दूसरी ओर टीसीएस, ओएनजीसी, टाटा मोटर्स, इन्फोसिस, सन फार्मा टॉप लूजर्स रहे. निफ्टी पर आईटी, पीएसयू बैंक को छोड़कर अन्य सभी सेक्टोरल इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए हैं. सबसे ज्यादा 1.46 प्रतिशत निफ्टी एफएमसीजी चढ़ा है.

डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड 14% चढ़ा

बीएसई पर डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड का शेयर 14.34 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ है. वहीं एनएसई पर यह 13.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ है. शेयर की कीमत अब 418-420 रुपये के दायरे में है. बीएसई पर कंपनी का मार्केट कैप 3,397.83 करोड़ रुपये हो गया है. खबर है कि सरकार जनवरी में घरेलू उत्पादन का आकलन करने के बाद चालू मार्केटिंग वर्ष 2022-23 के लिए चीनी निर्यात कोटा बढ़ाने पर विचार कर सकती है. इस खबर के सामने आने के बाद शुगर कंपनियों के शेयरों में उछाल आया. सरकार ने नवंबर में मार्केटिंग वर्ष 2022-23 (अक्टूबर-सितंबर) के लिए आज शेयर बाजार में क्या देखें 60 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति दी थी.

वैश्विक बाजारों में क्या रहा ट्रेंड

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्केई, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग के हैंगसेंग में गिरावट रही. यूरोप के शेयर बाजारों में दोपहर के सत्र में बढ़त देखी जा रही थी. अमेरिकी बाजार शुक्रवार को नुकसान में रहे थे. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.15 प्रतिशत बढ़कर 79.95 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गत शुक्रवार को भारतीय बाजारों से निकासी की थी. उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने 1,975.44 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे थे.

रुपया 6 पैसा चढ़ा

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया सोमवार को छह पैसे की तेजी के साथ 82.69 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ. स्थानीय शेयर बाजार में जोरदार लिवाली और विदेशों में प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने से रुपये की धारणा मजबूत हुई. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.80 के स्तर पर कमजोर खुला और कारोबार के अंत में यह छह पैसे की तेजी के साथ 82.69 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान रुपये ने 82.57 के उच्चस्तर और 82.80 के निचले स्तर को छुआ.

'मेक इन इंडिया': चेन्नई की MSME ने बनाया UAE के पहले चंद्रयान का पूरा स्ट्रक्चर, 11 दिसंबर को हुई रवानगी

रेटिंग: 4.17
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 657