बिटकॉइन लगातार क्यों गिर रहा हैं ? why bitcoin price falling in year 2022 ?

why is bitcoin going down 2022|is bitcoin going to crash 2022|bitcoin price,what happened to bitcoin today|why crypto market is down today 2022|when will bitcoin crash again|why crypto market is down today in india|

बिटकॉइन लगातार क्यों गिर रहा हैं ?

पिछले वर्ष नवम्बर 2021 में सभी क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर से भी अधिक का हो गया था, इसमें के एक तिहाई से भी अधिक का मार्केट शेयर सिर्फ एक क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन का हैं, बिटकॉइन ने भी 10-अक्टूबर-2021 को अपना उच्चतम रु.46,00,000/- लगभग ($63000) तक पहुंचा था, सिर्फ 9 वर्षों में ही बिटकॉइन 100 डॉलर से 63,000 डॉलर तक पहुँच गया |
बिटकॉइन व् अन्य क्रिप्टोकरेंसी की ऐसी सफलता देख सारे विश्व के बहुत से इन्वेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसी में भारी निवेश करना शुरु कर दिया हैं,
एक डाटा के अनुसार हमारे देश में भी 10 करोड़ से भी अधिक लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट किया हैं |

बिटकॉइन के अपने रिकॉर्ड उच्चतम स्तर के जाने के बाद से लगातार गिरावट देखने को मिल रही हैं, आज हम आपको बताने जा रहे बिटकॉइन कहां खर्च करें हैं कि बिटकॉइन की कीमत लगातार गिर रही हैं ? why cryptocurrecy price is falling ?

अपनी रिसर्च और डाटा के लिए प्रसिद्ध केम्ब्रिज़ यूनिवर्सिटी के वित्तीय एनालिसिट विंग ने बिटकॉइन के मूल्य के गिरने के 2 महत्वपूर्ण कारण बताये हैं –

1- USA फ़ेडरल बैंक द्वारा कोरोना महामारी के दौरान दिये गए वित्तीय रियायतों को वापिस लेना शुरू कर दिया हैं |

अमेरिका की फ़ेडरल बैंक ने भी हमारे देश के रिज़र्व बैंक की तरह ही देश की अर्थव्यस्था व् लोगों को वित्तीय संकट से उबारने के लिये बहुत से फैसले लिये थे जिनमे टैक्स कटौती, व्यापार कर में छूट, सस्ता कर्ज, कई उत्पादों में छूट, एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट ड्यूटी कम करना, कम क्रेडिट स्कोर पर भी लोन, गरीबों व् विधार्थियों के लिए डायरेक्ट कॅश ट्रान्सफर आदि प्रमुख हैं |
इन सभी के लिए USA की फ़ेडरल बैंक ने बहुत सारा पैसा मार्केट में इन्फुज किया था, जिससे पैसों की लिक्विडिटी बढ़ सके, इन्ही पैसों की वजह से बहुत से मिनी इन्वेस्टर बने जिन्होंने क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट किया, क्रिप्टोकरेंसी में सबसे अधिक इन्वेस्टर US के हैं |
अब सरकार ने दी हुयी वित्तीय रियायतों को वापिस लेना शुरू कर दिया हैं जिससे US में लोगों बिटकॉइन कहां खर्च करें की सेविंग नहीं हो पा रही हैं और वो क्रिप्टोकरेंसी से अपना पैसा वापिस निकाल रहे हैं |

2-कजाकिस्तान में अस्थिरता के चलते प्रेसिडेंट द्वारा देश के कई हिस्सों में इन्टरनेट और पॉवर सप्लाई बंद करा दी हैं |

पिछले वर्ष चीन द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को पूरी तरह से बैन कर दिया था, जिससे बहुत से क्रिप्टोकरेंसी माईनर्स मध्य एशियाई देश कजाकिस्तान में चले गए थे, वैसे कजाकिस्तान में कोयला बहुतायत में होने के कारण यह पॉवर प्लस देश हैं, यहाँ इलेक्ट्रिसिटी निर्बाध रूप से व् बहुत सस्ती मिलती हैं जो क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग के लिए बहुत अनुकूल हैं, क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग में बिजली बहुत खर्च होती हैं|
पिछले कुछ दिनों से इस देश में अस्थिरता बनी हुयी हैं, सरकार द्वारा कई चीजो की कीमतों में बेतहाशा मंहगाई बढाने के कारण वाहन की जनता सरकार के विरोध में सड़कों पर उतर आयी हैं, इसी विरोध को शांत करने के लिए कजाकिस्तान के प्रेसिडेंट Kassym-Jomart Tokayev ने देश में कई हिस्सों में इन्टरनेट व् पॉवर सप्लाई पर रोक लगा दी हैं |
इन्टरनेट व् पॉवर सप्लाई को रोकने की वजह से अनुमान हैं की 15% से 18 % क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग प्रभावित हुयी हैं, जिससे बिटकॉइन व् अन्य क्रिप्टोकरेंसी के दाम लगातार गिर रहे हैं |

MicroStrategy पहली बार बिटकॉइन बेचती है—फिर और भी खरीदती है

MicroStrategy ने 22 दिसंबर को कंपनी को लगभग 11.8 मिलियन डॉलर में 704 BTC की बिक्री की एक फाइलिंग में आज लिखा युनाइटेड स्टेट्स सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) के साथ-एक कदम जो कर देनदारियों के मामले में कंपनी को लाभान्वित कर सकता है, यह देखते हुए कि 2020 में MicroStrategy ने पहली बार क्रिप्टोकरंसी प्राप्त करना शुरू करने के बाद से BTC को कितना मूल्य खो दिया है।

कंपनी ने लिखा, “MicroStrategy पिछले पूंजीगत लाभ के खिलाफ इस लेनदेन से होने वाले पूंजी घाटे को वापस ले जाने की योजना बना रही है, जो वर्तमान में प्रभावी संघीय आयकर कानूनों के तहत उपलब्ध हैं, जो कर लाभ उत्पन्न कर सकते हैं।”

हालांकि, फर्म ने फिर पलट कर 24 दिसंबर को लगभग 13.6 मिलियन डॉलर बिटकॉइन कहां खर्च करें में 810 बीटीसी खरीदा। कंपनी ने कहा कि 1 नवंबर से 21 दिसंबर के बीच कुल 42.8 मिलियन डॉलर में खरीदे गए 2,395 बीटीसी के साथ जोड़ा गया, माइक्रोस्ट्रेटी ने अब लगभग 2,500 बीटीसी जोड़ा है। पिछले महीने की शुरुआत के बाद से इसकी समग्र टैली के लिए।

यह कंपनी की कुल बिटकॉइन होल्डिंग्स को लगभग 132,500 बीटीसी पर रखता है, वर्तमान में $ 16,735 के वर्तमान बिटकॉइन मूल्य के आधार पर वर्तमान में $ 2.2 बिलियन से अधिक का मूल्य है। कॉइनगेको .

MicroStrategy प्रमुख क्रिप्टोकरंसी जमा करना जारी रखे हुए है, लेकिन इसकी होल्डिंग्स अब महत्वपूर्ण रूप से पानी के नीचे हैं। फर्म ने कहा कि उसने $ 30,397 के प्रति-कॉइन मूल्य पर BTC खरीदने के लिए अब तक लगभग $ 4.03 बिलियन खर्च किए हैं।

सायलर, ए विख्यात बिटकॉइन चरमपंथी 1989 में MicroStrategy की सह-स्थापना की और पिछले अगस्त तक इसके सीईओ के रूप में काम किया। वह नीचे उतर गया और कार्यकारी अध्यक्ष की भूमिका में परिवर्तित हो गया, एक कदम जो उन्होंने कहा कि वह फर्म की “बिटकॉइन अधिग्रहण रणनीति” पर और भी अधिक ध्यान केंद्रित करने की अनुमति देगा। फोंग ले ने माइक्रोस्ट्रेटेजी अध्यक्ष के रूप में अपनी मौजूदा भूमिका को जोड़ते हुए सीईओ की भूमिका संभाली।

अगस्त के अंत में, सायलर की भूमिका में बदलाव के बाद, वाशिंगटन, डीसी, अटॉर्नी जनरल कार्ल रैसीन ने घोषणा की कि उनके पास है नागरिक आरोप दायर किया कथित कर धोखाधड़ी को लेकर MicroStrategy और Saylor के खिलाफ। रैसीन ने दावा किया कि कंपनी ने अपने संस्थापक को डीसी में रहने के दौरान अर्जित “करों से लाखों डॉलर पर कानूनी रूप से बकाया करों से बचने” में मदद की।

कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि सायलर और माइक्रोस्ट्रेटी दोनों ने बिटकॉइन कहां खर्च करें बिटकॉइन कहां खर्च करें आरोपों पर विवाद किया डिक्रिप्ट कि अटॉर्नी जनरल के आरोप “झूठे हैं, और हम इस अतिरेक के खिलाफ आक्रामक रूप से बचाव करेंगे।”

फर्म ने सितंबर में कहा कि यह 500 मिलियन डॉलर तक बेचने का लक्ष्य है क्लास ए कंपनी के स्टॉक का मूल्य आगे बिटकॉइन खरीद को निधि देने के लिए। आज की SEC फाइलिंग के अनुसार, MicroStrategy ने उस प्रयास के हिस्से के रूप में अब तक लगभग $46.4 मिलियन मूल्य के शेयर बेचे हैं।

किसी भी अन्य सार्वजनिक कंपनी की तुलना में MicroStrategy के पास प्रति डेटा काफी अधिक बिटकॉइन का स्वामित्व है कॉइनगेको . दूसरी सबसे बड़ी धारक, बिटकॉइन माइनिंग फर्म मैराथन डिजिटल, केवल 10,000 बीटीसी रखती है, जबकि क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनबेस अपनी बैलेंस शीट पर 9,000 बीटीसी के साथ तीसरे स्थान पर है।

सुवेन फार्मा के प्रोमोटर एडवेंट इंटरनेशनल को बेचेंगे 50.1 हिस्सा

सुवेन फार्मा के प्रोमोटर जस्ती फैमिली कंपनी में 50.1 हिस्सा बेच रही है। कंपनी को 50.1 हिस्सा बिक्री के बदले 6,313.08 करोड़ रुपये मिलेंगे। एक्सचेंज को दी गई जानकारी के मुताबिक कंपनी यह हिस्सेदारी वैश्विक प्राइवेट इक्विटी इन्वेस्टर एडवेंट इंटरनेशनल को बेचेगी।

इसके बाद प्राइवेट इक्विटी कंपनी के मैनेजर कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी ने ओपन ऑफर का ऐलान किया है। कंपनी इसके जरिए 26 फीसदी अतिरिक्त हिस्सा खरीदेगी। एडवेंट इंटरनेशनल यह हिस्सा पब्लिक शेयरधारकों से लिस्टेड कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग संगठन से खरीदेगी। अगर ओपन ऑफर पूरी तरह से सब्सक्राइब हो जाएगा तो इसके लिए 3,276.25 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे। ओपन ऑफर शेयर खरीद समझौते के जरिए होगा। एडवेंट इंटरनेशनल ने प्रोमोटर्स के साथ करार किया है जिसके तहत 12.75 करोड़ शेयरों का अधिग्रहण होगा। यह कंपनी के करीब 50.1 फीसदी हिस्से के करीब है। यह 495 रुपये प्रति शेयर के भाव पर होगा। एडवेंट के प्रस्तावित ओपन ऑफर के तहत 6,61,86,889 शेयरों का अधिग्रहण होगा जो करीब 26 फीसदी के बराबर है।

एडवेंट ने सुवेन फार्मा में ज्यादातर हिस्सा खरीद के लिए तय समझौते के तहत करार किया है। हालाकि इस समझौते को रेगुलेटरी मंजूरी और शर्तों को पूरा होना जरूरी है। एडवेंट की पोर्टफोलियो कंपनी कोहांस (Cohance) का सुवेन फार्मा के साथ विलय की योजना है। एडवेंट की इस विलय के जरिए इसे कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गेनाइजेशन यानी सीडीएमओ (CDMO) के तौर पर विकसित करना है। साथ ही इसे एपीआई (API) और स्पेश्यालिटीकेमिकल मार्केट को सर्विस देने के तौर पर विकसित करना है। इस अधिग्रहण के बाद प्रोमोटर्स के पास 9.1 बिटकॉइन कहां खर्च करें फीसदी हिस्से के लिए 18 महीनों का लॉक इन पीरियड है। हालाकि सुवेन फार्मा के प्रोमोटर्स की बची हुई हिस्सेदारी बेचने की कोई योजना नहीं है। उनका मानना है कि यह ने केवल उनके लिए बल्कि शेयरधारकों के लिए भी वैल्यू का निर्माण करेगा।

गरीबों को मुफ्त राशन कब तक! पीएमजीकेएवाई योजना के विस्तार पर फैसला पीएम मोदी लेंगे : शोभा करंदलाजे

यदि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) का आगे विस्तार किया जाना है, तो यह निर्णय प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल द्वारा लिया जायेगा. शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक होने वाली है.

NewDelhi : दिसंबर माह के बाद भी गरीबों को मुफ्त राशन मुहैया कराने वाली पीएमजीकेएवाई योजना का विस्तार करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विचार करेंगे. यह जानकारी केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने आज गुरुवार को दी. सरकार के पास पर्याप्त खाद्यान्न भंडार होने की बात पर जोर देते हुए कहा कि यदि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) का आगे विस्तार किया जाना है, तो यह निर्णय प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल द्वारा लिया जायेगा. कहा कि शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक होने वाली है.

सितंबर में सरकार ने समयसीमा 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दी थी

जान लें कि सितंबर में सरकार ने पीएमजीकेएवाई की समयसीमा को तीन महीने के यानी 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया था. कृषि राज्यमंत्री करंदलाजे ने संवाददाताओं से कहा, कोविड-19 के मामले आ रहे हैं. यह योजना दिसंबर तक के लिए है. इसे आगे बढ़ाने के बारे में फैसला प्रधानमंत्री लेंगे. उन्होंने कहा कि पिछले 28 माह में सरकार ने पीएमजीकेएवाई योजना के तहत गरीबों को मुफ्त राशन वितरण पर 1.80 लाख करोड़ रुपये खर्च किये हैं. उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा कानून और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के तहत आवश्यकता को पूरा करने के लिए सरकार के पास पर्याप्त खाद्यान्न भंडार है.

लगातार को पढ़ने और बेहतर अनुभव के लिए डाउनलोड करें एंड्रॉयड ऐप। ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करे

खाद्यान्न की खरीद सुचारू रूप से चल रही है

मंत्री ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) और पीएमजीकेएवाई जैसी कल्याणकारी योजनाओं के लिए खाद्यान्न की खरीद सुचारू रूप से चल रही है. यह धारणा सही नहीं है कि उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में फसल पर सूखे और जलवायु परिवर्तन के कुछ प्रभाव के कारण ‘‘चावल और गेहूं के उत्पादन में गिरावट आने के आसार है. पिछले सप्ताह खाद्य मंत्रालय ने कहा था कि एक जनवरी, 2023 तक लगभग 159 लाख टन गेहूं और 104 लाख टन चावल उपलब्ध होगा, जबकि एक जनवरी को बफर मानदंड के हिसाब से 138 लाख टन गेहूं और 76 लाख टन चावल के स्टॉक की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि 15 दिसंबर तक केंद्रीय पूल में करीब 180 लाख टन गेहूं और 111 लाख टन चावल उपलब्ध था. पीएमजीकेएवाई की शुरुआत अप्रैल, 2020 में उन गरीबों की मदद के लिए की गयी थी, जिनकी आजीविका का साधन कोरोवायरस के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से देशव्यापी लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुआ था.

80 करोड़ गरीबों को प्रति माह पांच किलो गेहूं और चावल मुफ्त दिया जाता है

इस योजना के तहत 80 करोड़ गरीबों को बिटकॉइन कहां खर्च करें प्रति माह पांच किलो गेहूं और चावल मुफ्त दिया जाता है. करंदलाजे ने पीडीएस को आधुनिक तकनीक के साथ उन्नत बनाने के लिए उठाए बिटकॉइन कहां खर्च करें गए कदमों के बारे में भी बताया ताकि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से सीधे किसानों से खरीदे गये अनाज के समर्थन मूल्य का भुगतान करने के साथ ही पीडीएस खाद्यान्न की बर्बादी और गड़बड़ियों को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में मनाये जाने वाले अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के पहले अब नये सिरे से मोटे अनाज के उत्पादन और निर्यात को प्रोत्साहित करने पर विशेष ध्यान दिया जायेगा.

भाजपा नेता दिलीप घोष का भड़काऊ भाषणः बोले- टीएमसी के लोग खर्च न दें हिसाब तो उन्हें पेड़ों से बांध दो

नेशनल बिटकॉइन कहां खर्च करें डेस्कः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने रविवार को अपने पार्टी समर्थकों से कहा कि यदि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पंचायत सदस्य विकास के लिए उन्हें दी गई राशि के खर्च का हिसाब देने में विफल रहते हैं, तो उन्हें पेड़ों से बांध देना बिटकॉइन कहां खर्च करें चाहिए। घोष ने पूर्व बर्धमान के शक्तिगढ़ में पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि टीएमसी नेताओं ने पिछले पांच वर्षों में जनता के धन को ‘लूटा' है। उन्होंने कहा कि उन्हें (टीएमसी पंचायत सदस्यों को) पता होना चाहिए कि लोग आगामी ग्रामीण चुनावों में उनके गलत कार्यों का बदला लेंगे।

घोष ने कहा, ‘‘पिछले पंचायत चुनाव में टीएमसी ने हमें नामांकन दाखिल करने की अनुमति नहीं दी थी। उन्होंने (टीएमसी ने) वोट लूटकर जीत दर्ज की थी। अब जनता की नाराजगी देखकर वे छिप गए हैं। पंचायतों द्वारा किए गए खर्चों का उनसे विवरण मांगें।'' उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों ने आपके पैसों से महल बनवाए, अपनी पत्नी, बेटी और दोस्तों को उपहार में आभूषण दिए, उन्हें छोड़िए मत। अपने गमछे से उन्हें पेड़ों से बांध दीजिए।'' टीएमसी ने पलटवार करते हुए कहा कि घोष इस तरह की टिप्पणी कर बिटकॉइन कहां खर्च करें रहे हैं, क्योंकि वह भाजपा के भीतर अपनी योग्यता साबित करना चाहते हैं।

टीएमसी के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने आरोप लगाया, ‘‘उन्हें (घोष को) भाजपा के अन्य राज्य नेताओं द्वारा दरकिनार कर दिया गया है। इतना ही नहीं, भाजपा केवल आतंक, बाहुबल, धमकी और शारीरिक हमले की भाषा जानती है। लोकतांत्रिक परंपराओं के लिए उनके मन में कोई सम्मान नहीं है।'' उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त करने की नीति पर टीएमसी चलती है। उन्होंने कहा, ‘‘टीएमसी का कोई पंचायत सदस्य अगर किसी गलत कार्य में संलिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाती है।''

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Skanda Sashti: आज इस विधि से करें स्वामी कार्तिकेय की पूजा, संतान के जीवन से सभी कष्ट होंगे दूर

Skanda Sashti: आज इस विधि से करें स्वामी कार्तिकेय की पूजा, संतान के जीवन से सभी कष्ट होंगे दूर

सपने में दिखती हैं ये 5 चीजें तो समझ जाएं बदलने वाली है आपकी किस्मत

सपने में दिखती हैं ये 5 चीजें तो समझ जाएं बदलने वाली है आपकी किस्मत

Railway Festival Special Trains: श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा और दरभंगा-आनंद विहार के बीच चलेगी स्पेशल ट्रेन

Railway Festival Special Trains: श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा और दरभंगा-आनंद विहार के बीच चलेगी स्पेशल ट्रेन

यमुना में अमोनिया प्रदूषण से दिल्ली के कुछ हिस्सों में जल आपूर्ति प्रभावित हुई

रेटिंग: 4.86
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 345