कोलंबो, 1 अगस्त (आईएएनएस)। सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका (सीबीएसएल) ने चेतावनी दी है कि विदेशी मुद्रा लेनदेन पर सभी नियमों का पालन नहीं करने वाली कंपनियों और व्यक्तियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी, स्थानीय मीडिया ने सोमवार को इसकी सूचना दी।

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भारत का विदेशी मुद्रा भंडार उच्चतम मूल्यांकन स्तर पर

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भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 430.57 अमेरिकी डॉलर के साथ अब तक के उच्चतम मूल्यांकन तक पहुँच गया है। भारतीय रिजर्व बैंक के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संपत्तियों में वृद्धि के कारण सप्ताह में 9 अगस्त तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.620 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ गया है। डॉलर के संदर्भ में व्यक्त की जाने वाली विदेशी मुद्रा संपत्तियों में भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी इकाइयों की सराहना / मूल्यह्रास का प्रभाव विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई शामिल है।

उपरोक्त समाचार से RRB NTPC/IBPS RRB विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई Mains परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-

विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई

विदेशी मुद्रा कानूनों के उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करेगा श्रीलंका

विदेशी मुद्रा कानूनों के उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करेगा श्रीलंका

विदेशी मुद्रा कानूनों के उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करेगा श्रीलंका

कोलंबो, 1 अगस्त (आईएएनएस)। सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका (सीबीएसएल) ने चेतावनी दी है कि विदेशी मुद्रा लेनदेन पर सभी नियमों का पालन नहीं करने वाली कंपनियों विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई और व्यक्तियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी, स्थानीय मीडिया ने सोमवार को इसकी विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई सूचना दी।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सीबीएसएल ने कहा कि देश में मौजूदा संकट में योगदान देने वाला एक प्रमुख कारक बैंकिंग प्रणाली में विदेशी मुद्रा तरलता की कमी है।

भारतीय वैश्विक परिषद

अपनी वर्तमान विदेशी मुद्रा संकट के बीच श्रीलंका ने अगस्त 2021 में देश में आपातकाल की घोषणा की थी। श्रीलंका के ज्यादातर बैंक आवश्यक वस्तुओं के आयात के लिए धन मुहैया कराने हेतु विदेशी मुद्रा की कमी से जूझ रहे हैं। देश के राजस्व में करीब 80 अरब अमेरिकी डॉलर की कमी आई है। [i] सेंट्रल बैंक ने एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई 200 रुपये से अधिक की दर से वायदा कारोबार और रुपये के स्पॉट ट्रेडिंग (हाज़िर कारोबार) पर प्रतिबंध लगा दिया है [ii] । इसके कारण इस द्वीपीय राष्ट्र में विदेशी मुद्रा संकट और गंभीर हो गया है। हालांकि, यह स्थिति रातोंरात नहीं बनी है। इसके विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई कई कारण हैं जैसे 2019 में ईस्टर बम हमले, कोविड-19 महामारी का फैलना और कई राजनीतिक फैसले जिन्होंने अपेक्षित परिणाम नहीं दिए। आसन्न संकट को भांपते हुए सरकार ने इस साल की शुरुआत में ही वाहनों, खाद्य तेलों और कुछ अन्य वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगाकर इसे टालने की कोशिश की लेकिन इससे कुछ विशेष लाभ नहीं हुआ। इस संकट की ओर ले जाने वाले कई महत्वपूर्ण कारकों में से कुछ महत्वपूर्ण कारकों का विश्लेषण इस लेख में किया गया है।

समझदारी के साथ सही उठाएंगे कदम

उन्होंने कहा था कि मुद्रास्फीति की स्थिति और आर्थिक गतिविधियों के आधार पर हम परिस्थिति के अनुसार समझदारी के साथ सही कदम उठाएंगे। एमपीसी मिनट्स से पता चला है कि समिति के सभी सदस्य डा. शशांक भिड़े, डा. आशिमा गोयल, प्रो. जयंत आर वर्मा, डा. राजीव रंजन, डा. माइकल देवव्रत विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई पात्रा और शक्तिकांत दास ने सर्वसम्मति से रेपो रेट में 50 आधार अंकों की वृद्धि करके इसे 5.40 प्रतिशत पर लाने के लिए वोट किया।

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सीपीआइ को सौंपी जिम्‍मेदारी

तीन से पांच अगस्त के बीच हुई एमपीसी की बैठक में डिप्टी गवर्नर माइकल देवव्रत पात्रा ने कहा था कि मौद्रिक नीति कार्रवाई को पहले किए जाने से महंगाई के दबाव पर काबू पाया जा सकता है। सरकार ने एमपीसी को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआइ) आधारित मुद्रास्फीति को छह प्रतिशत से नीचे बनाए रखने का काम सौंपा है। जून में सीपीआइ मुद्रास्फीति 7.01 प्रतिशत थी, जो जुलाई में घटकर 6.71 प्रतिशत पर आ गई थी।

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मुंबई एयरपोर्ट पर डीआरआई ने जब्त की 3.7 करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा, दो लोगों को किया गिरफ्तार

मुंबई एयरपोर्ट पर डीआरआई ने जब्त की 3.7 करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा, दो लोगों को किया गिरफ्तार

ऑपरेशन चेक शर्ट्स के तहत डेटा एनालिटिक्स का इस्तेमाल करते हुए राजस्व खुफिया निदेशालय (Directorate of Revenue Intelligence) यानी DRI ने विदेशी मुद्रा की भारत के बाहर तस्करी कर रहे दो यात्रियों को खुफिया जानकारी के बाद गिरफ्तार कर लिया. डीआरआई अधिकारियों ने 26 नवंबर की सुबह मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इन दोनों यात्रियों को रोका, जो शारजाह जाने की फिराक में लगे थे.

DRI ने जब उनके सामान की जांच की तो अमेरिकी डॉलर और सऊदी दिरहम के रूप में विदेशी मुद्रा मिली. बरामद हुई विदेशी मुद्रा का मूल्य 3.7 करोड़ रुपए है. विदेशी करेंसी को लगेज में कैवेटी बनाकर छिपाया गया था ताकि आसानी से स्कैनिंग में नही आ पाए. इन यात्रियों के पास से जो विदेशी मुद्रा विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई बरामद हुई, उसमें इनके खिलाफ सीमा शुल्क अधिनियम, धारा 1962 के 110 सेक्शन के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.

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