खुलने से साथ ही इस IPO को मिला तगड़ा रिस्पॉन्स, विदेशी निवेशकों ने लगाई जमकर बोलियां, 21 दिसंबर तक मौका

(क) “मौद्रिक उपाय ---- (ख) राजकोषीय प्रोत्साहन पैकेज

. उत्तरोत्तर कदमों के जरिए, रिजर्व बैंक ने कैश रिजर्व अनुपात (सीआरआर) को घटाते हुए 9 प्रतिशत से 5 प्रतिशत कर दिया, अनिवार्य तरलता अनुपात (एसएलआर) को 25 प्रतिशत से 24 प्रतिशत किया, रेपो रेट को 9 से घटाकर 4.75 प्रतिशत और रिवर्स रेपो रेट को 6.0 से कम करके 3.25 प्रतिशत कर दिया सीआर, एसएलआर, रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट किसी देश के केंद्रीय बैंक द्वारा – हमारे मामले में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा – प्रणाली के अंतर्गत तरल मुद्रा को नियंत्रित करने के लिए अपनाए जानेवाले औजार हैं. कैश रिजर्व (सीआर) अनुपात नकद जमा के इस अंश को कहते हैं, जिसे हर बैंक को रिजर्व बैंक के पास जमा रखना पड़ता है. जब यह अनुपात बढ़ता है तो बैंकों को रिजर्व बैंक में ज्यादा पैसा जमा करना पड़ता है, ताकि मात्रा और तरलता वे बैंक व्यवसाइयों अथवा अन्य ग्राहकों को कम राशि कर्ज के बतौर दे सकें. जब यह अनुपात घटता है तो मात्रा और तरलता उलटी प्रक्रिया सामने आती है. बैंकों के लिए यह भी जरूरी है कि वे अपने यहां जमा धन राशि का एक अंश सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश करें – इसे अनिवार्य तरलता अनुपात (एसएलआर) कहते हैं. जब एसएलआर बढ़ता है तो बैंकों को इन प्रतिभूतियों में अधिक निवेश करना पड़ता है, ताकि वे सापेक्षिक रूप से कम मात्रा में गैर-सरकारी शेयर वगैरह खरीद सके (अर्थात् इन शेयरों में कम निवेश कर सकें); एसएलआर घटने पर प्रक्रिया उलट जाती है. इस प्रकार, रिजर्व बैंक सीआरआर और एसएलआर का इस्तेमाल करके अर्थतंत्र में कम या ज्यादा धनराशि उड़ेलने की बैंकों की क्षमता पर नियंत्रण बनाए रखता है. Next para -- रेपो रेट वह दर है जिस पर कोई बैंक रिजर्व बैंक से कोष उधर लेता है, ताकि वह ऋण के लिए अपने ग्राहकों की मांग को पूरा करने हेतु आवश्यक धनराशि और अपने पास मौजूद राशि के बीच के अंतराल को खत्म कर सके. अगर रिजर्व बैंक यह चाहे कि बैंकों द्वारा कोष उधार लेना ज्यादा महंगा हो जाए (यानी, वह बैंक ग्राहकों को कर्ज देने में कोताही करे), तो इसके लिए रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ा देता है; इसी प्रकार, अगर वह अन्य बैंकों के लिए उधार लेना सस्ता बनाना चाहे, तो वह रेपो रेट को घटा देता है. रिवर्स रेपो रेट रेपो रेट का ठीक उलटा है. यह वह दर है, जिस पर रिजर्व बैंक अन्य बैंकों से कर्ज लेता है. इस दर में वृद्धि होने से अन्य बैंक व्यवसाइयों में कर्ज देने रिजर्व बैंक को कर्ज देना ज्यादा पसंद करते हैं, जिससे कि बाजार में कर्ज महंगा हो जाता है. स्पेशल पर्पज वेहिकल एक ऐसा निकाय (कंपनी) है जो किसी एकल सुपरिभाषित और छोटे मकसद से गठित किया जाता है. ऐसे वेहिकल अधिकांशतः बाजार से कोष संग्रह करने के लिए बनाए जाते हैं. .

म्युचुअल फंडों, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) और हाउसिंग फाइनांस कंपनियों को ऋण देने हेतु रिजर्व बैंक ने बैंकों के लिए विशेष व्यवस्था की. सेंट्रल बैंक ने भी बैंकों, लद्यु उद्योग विकास बैंक (सिडबी), राष्ट्रीय आवास बैंक (एनएचबी) तथा आयात-निर्यात (एक्जिम) बैंक के लिए पुनर्वित्त सुविधाओं की शुरूआत की; इसके साथ ही उसने ‘स्पेशल पर्पस वेहिकल’ के जरिए एनबीएफसी के लिए तरलता सुविधा आरंभ की और निर्यात ऋण पुनर्वित्त की सीमा बढ़ाई.

राजकोषीय प्रोत्साहन पैकेज

केंद्र सरकार ने एक-के-बाद-एक तीन राजकोषीय प्रोत्साहन पैकेज घोषित किए – पहला दिसंबर 2008 के आरंभ में, दूसरा 2009 की शुरूआत में और तीसरा मार्च 2009 के शुरू में. इनमें ये चीजें शामिल थीं: सभी क्षेत्रों में केंद्रीय उत्पाद शुल्क को 4 प्रतिशत के रूप में कम करना ; 200 अरब रुपये का अतिरिक्त योजना व्यय, योजना व्यय के लिए ही राज्य सरकारों द्वारा 300 अरब रुपये का अतिरिक्त ऋण लेना; निर्यात वित्त पर ब्याज में सब्सिडी, उत्पाद शुल्कों/केंद्रीय बिक्री कर की वापसीे तथा अन्य निर्यात प्रोत्साहन के रूप में कुछ निर्यात उद्योगों को सहायता; तथा केंद्रीय उत्पाद शुल्कों व सेवा कर में 2 प्रतिशत की कमी . इन कदमों को लागू करने का कुल राजकोषीय बोझ जीडीपी के 1.8 प्रतिशत के बराबर था.

बाजार में नकद-धन की दिक्कत होने मात्रा और तरलता पर कदम उठाए जाएंगे : गवर्नर शक्तिकांत दास

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को कहा कि कर्ज देने के लिए बैंकों की नकद धन की आवश्यकताओं को फिलहाल पूरा किया जा चुका है और यदि अर्थव्यवस्था में तरलता की दिक्कत हुई तो केंद्रीय बैंक आवश्यक और कदम उठाएगा। गवर्नर दास ने राजधानी में सोमवार को छोटे एवं मझोले उपक्रमों के संघों के साथ बैठक की।

शक्तिकांत दास ने संवाददाताओं से कहा कि मंगलवार को मुंबई में गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के साथ उनकी स्थिति पर बातचीत की जाएगी। उन्होंने कहा कि बैंकों को एमएसएमई क्षेत्र के वसूली में अटके ऋणों के पुनर्गठन मात्रा और तरलता के व्यक्तिगत प्रस्तावों पर गौर करते समय संबंधित इकाई के कारोबार की मजबूती को ध्यान में रखने को कहा गया है।

शक्तिकांत दास ने तरलता पर कहा, ‘‘हम लगातार इसकी निगरानी कर रहे हैं। हमारा मानना है कि कुल मिला कर तरलता (धन) की जरूरतें पूरी हो रही है।’’ उन्होंने कहा कि यदि तरलता की दिक्कतें हुई तो रिजर्व बैंक कदम उठाएगा। उन्होंने पर्याप्त तरलता बनाये रखने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि बाजार की जरूरतों के हिसाब से ही तरलता की मात्रा बढ़ायी जाएगी। एमएसएमई के साथ बैठक के बारे में दास ने कहा कि बैंकों को ऋण के पुनर्गठन से पहले एमएसएमई की वहनीयता परखने के लिये कहा गया है।

शब्दकोश में परिभाषा

संदर्भ में "तरलता" का हिन्दी में अनुवाद, अनुवाद स्मृति

प्लवित पिंड (दो खंड) इस ग्रंथ के पहले भाग में, आर्किमिडीज तरल के साम्यावस्था के नियम को बताते हैं और साबित करते हैं कि एक गुरुत्व केंद्र के चारों और पानी एक गोले का रूप ले लेता है।

गैलियम तरल जब यह solidifies 3.1% से फैलता है; इसलिए, यह गिलास या धातु के कंटेनर में संग्रहित नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि कंटेनर जब गैलियम राज्य में परिवर्तन बिगाड़ सकता।

महासागरों में पानी की मात्रा 1.5 से 11 गुना पृथ्वी के इंटीरियर के भीतर सैकड़ों मील गहरी पाई जा सकती है, हालांकि तरल रूप में नहीं।

ऐसे आहार के उदाहरण हैं : स्कार्सडेल डाइट ; कार्बोहाइड्रेट वाला आहार ; मायोक्लिनिक आहार ; दूध और केले का आहार ; केवल तरल आहार ; अंडे का आहार ; अंगूरों का आहार और जेन मैक्रोबायोटिक आहार .

दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय मात्रा और तरलता मुद्रा विनिमय व्यवस्था पर सिद्धांततः करार का स्वागत किया जिसका उद्देश्य अल्प-कालिक तरलता की कठिनाइयों का हल ढूंढ़ना और मौजूदा अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्थाओं की पूर्ति करना है ।

फिर भी CDC के अनुसार "हाथों से छुए बिना हथेलियों पर तरल साबुन गिराने वाली सुविधा से युक्त उपाय वाले साबुन बेहतर होते हैं"।

प्रोपेन जैसे गैसीय ईंधन को वितरकों के पास रेल के मात्रा और तरलता विशेष डिब्बों में दबाव के तहत तरल रूप में संग्रहीत किया तथा भेजा जाता है।

तरल पदार्थ/गैसों के लिए, किसी भी रासायनिक स्थिर तरल या गैस के द्वारा पाइप लाइन के माध्यम से भेजा जा सकता है।

कुछ लोग घरों पर मात्र तरल पीकर बेहतर हो सकते हैं, जिसके साथ उनके स्वास्थ्य सेवा पेशेवर नजदीकी रूप से उनके स्वास्थ्य की निगरानी करके यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि वे बेहतर हो रहे हों।

छोटे, कम शक्ति इंजन में यह केवल ठंडे स्थान वाली दीवारों से निर्मित हो सकते हैं, लेकिन जहां बड़ी शक्तियों को पर्याप्त ताप अंतरण के क्रम में पानी की तरह एक तरल पदार्थ का इस्तेमाल करने वाली एक कूलर की आवश्यकता होती है।

इसके अलावा, अगर छाती की आकांक्षा होती है और तरल पदार्थ सामान्य मात्रा और तरलता दिखता है, तो उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे पूरी तरह से गायब हो जाएं, निम्नलिखित के अलावा किसी अन्य चिकित्सा ध्यान की आवश्यकता नहीं है।

माल चढ़ाना और उतारना: बड़ी मात्रा में तरल पदार्थों को चढाने के लिए उन्हें पम्प करने की आवश्यकता होती है - अच्छे किस्म के पम्प और पाइप प्रणाली का विकास टैंकर के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक था।

टाइटन पर नज़र बनाए रखने के सबसे महत्वपूर्ण कारणों में से एक यह है कि अगर कहीं किसी स्थान पर भी जीवन के लिए तलाश करेंगे भले ही हमारे जैसा नहीं, तो यह टाइटन ही होगा क्योंकि यहां चयापचय में शामिल होने वाला द्रव पानी नहीं होगा, बल्कि तरल मीथेन हो सकता है।

साख नियंत्रण की विधियां

1. बैंक दर:- वह दर होती है जिस पर व्यापारिक बैंक केन्द्रीय बैंक से ऋण प्राप्त करते हैं। यह व्याज दर से भिन्न होता है। बैंक दर वह होती है जिस पर केन्द्रीय बैंक बिलों की पुनर्कटौती करता है। साख नियंत्रित करते समय केन्द्रीय बैंक इस दर को बढ़ा देते हैं जबकि साख विस्तार के समय बैंक दरों को घटा दिया जाता है।

2. खुले बाजार की क्रियायें :- इससे तात्पर्य प्रतिभूतियों के क्रय विक्रय से होता है जब केन्द्रीय बैंक को साख नियंत्रण करना होता है तो वह प्रतिभूतियां को व्यापारिक बैंक के पास विक्रय करके नकद मुद्रा को अपने पास रख लेते हैं। जिससे व्यापारिक बैंक साख सृजन करने में सक्षम नहीं रह जाते है। और साख विस्तार की प्रक्रिया के दौरान केन्द्रीय बैंक इन सरकारी प्रतिभूतियों को पुनः क्रय करके नकद मुद्रा व्यापारिक बैंकों को देते है ।

रेपो एवं रिवर्स रेपो खुले बाजार की क्रियाओं की तरह केन्द्रीय बैंक के तरलता प्रबंध के उपकरण हैं। परन्तु इनका सम्बन्ध अत्यन्त अल्प अवधि से होता है।

जब कोई इस विकल्प के साथ किसी प्रतिभूति को बेंचता है कि उसे एक निश्चित अवधि के बाद क्रय कर लेगा तो इसे रेपो कहा जाता है। और इसकी विपरीत स्थिति को रिवर्स रेपो कहते हैें। रिवर्स एवं रेपो की दर में वृद्धि होने से तरलता की मात्रा में कमी पायी जाती है।

परिवर्तनीय कोष अनुपात:– व्यापारिक बैंको को अपनी जमा का एक निश्चित अनुपात जो 3 से 15 प्रतिशत हो सकता है केन्द्रीय बैंक के पास रखना पड़ता है। जिसे ब्त्त् कहा जाता है। इसी प्रकार प्रत्येक व्यापरिक बैंक को अपनी जमा का एक निश्चित अनुपात नकद के रूप में रखना पड़ता है। जो सामन्यतः 25 से 40 प्रतिशत तक होता है। इसे वैधानिक तरलता अनुपात कहते है। यद्यपि भारत में जनवरी 2007 ई0 से SLR की न्यूनतम सीमा को समाप्त कर दिया गया है। साख नियत्रित करने के लिए केन्द्रीय बैंक CRR rFK SLR में वृद्धि कर देता है।

10 हिस्सों में बंटेगा यह शेयर, कंपनी ने किया ऐलान, शेयरों में आई जबरदस्त तेजी

कंपनी ने बोर्ड मेंबर मात्रा और तरलता ने आज सोमवार को 10:1 के रेशियो में स्टॉक स्प्लिट को मंजूरी दे दी है। कंपनी के शेयर आज लगभग मात्रा और तरलता 5% की तेजी के साथ 27.45 रुपये पर बंद हुए।

10 हिस्सों में बंटेगा यह शेयर, कंपनी ने किया ऐलान, शेयरों में आई जबरदस्त तेजी

स्मॉल-कैप कंपनी श्री सिक्योरिटीज लिमिटेड (Shree Securities Ltd) ने स्टॉक स्प्लिट (Stock Split) का ऐलान किया है। कंपनी ने बोर्ड मेंबर ने आज सोमवार को 10:1 के रेशियो में स्टॉक स्प्लिट को मंजूरी दे दी है। कंपनी के शेयर आज लगभग 5% की तेजी के साथ 27.45 रुपये पर बंद हुए। बता दें कि श्री सिक्योरिटीज लिमिटेड एक स्मॉल-कैप कंपनी (Small cap company) है, जिसका मार्केट कैप ₹219.05 करोड़ है। कंपनी वित्तीय सेवा क्षेत्र में एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) के रूप में काम करती है। कंपनी एक गैर-बैंकिंग वित्तीय मात्रा और तरलता संगठन के रूप में कोलकाता में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के साथ रजिस्टर्ड है।

कंपनी ने क्या कहा?
कंपनी के निदेशक मंडल ने 10:1 स्टॉक विभाजन को मंजूरी दे दी है। कंपनी ने आज एक स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि "19 दिसंबर 2022 को बोर्ड की बैठक के में सेबी की अनुसूची III के विनियम 30, भाग ए के विनियम, 2015 के तहत, कंपनी के निदेशक मंडल ने आयोजित अपनी बैठक में अन्य कई अहम फैसलों के साथ स्टॉक स्प्लिट की भी मंजूरी दी है।'' कंपनी ने बीएसई फाइलिंग में कहा कि विभाजन के पीछे का तर्क इक्विटी शेयरों को मात्रा और तरलता उनके लिए अधिक किफायती बनाकर रिटेल निवेशकों की बड़ी भागीदारी को प्रोत्साहित करना और शेयर बाजारों में कंपनी के इक्विटी शेयरों की तरलता को बढ़ाना को बढ़ाना है।

खुलने से साथ ही इस IPO को मिला तगड़ा रिस्पॉन्स, विदेशी निवेशकों ने लगाई जमकर बोलियां, 21 दिसंबर तक मौका

कंपनी के शेयरों का हाल
श्री सिक्योरिटीज लिमिटेड के शेयर आज बीएसई पर ₹27.45 पर बंद हुए, जो पिछले बंद ₹26.15 से 4.97% अधिक है। स्टॉक ने 833,611 शेयरों के 20-दिन के औसत वॉल्यूम की तुलना में 471,181 शेयरों की कुल मात्रा दर्ज की। पिछले 1 साल में स्टॉक में 23% की वृद्धि हुई है और YTD आधार पर इसमें 17% की वृद्धि हुई है। स्टॉक ने (06/12/2022) को ₹34.05 के 52-वीक हाई और (01/11/2022) को ₹16.90 के 52-वीक के निचले स्तर को छू लिया था। यह बताता है कि स्टॉक 1 साल के के लो से 19.38% नीचे और 1 साल के हाई से 62.42% ऊपर कारोबार कर रहा है।

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