बिटकॉइन की वैल्यू में गिरावट की दो बड़ी वजह है. इनमें बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी से एक चीन का क्रिप्टोकरेंसी को लेकर नियम कड़े करना. दूसरी बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी वजह हैं टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क. बिटकॉइन को लेकर उनके बार-बार अपना रुख बदलने से इस डिजिटल करेंसी की वैल्यू को काफी चोट पहुंची है. लेकिन वो कौन सी करेंसी है जो बिटकॉइन को लगातार चुनौती दे रही है.

चीन और टेस्ला ने पलटा पासा

भास्कर एक्सप्लेनर: रिजर्व बैंक डिजिटल रुपया लाने की तैयारी में; जानिए यह आपकी जेब में रखे रुपए से कितना अलग होगा?

भारत में जल्द ही लेन-देन का तरीका बदलने वाला है। आपको रुपए का विकल्प मिल रहा है। होगा तो वह भी रुपया ही, जारी भी रिजर्व बैंक ही करेगा, पर वह प्रिंटेड नोट से बिल्कुल ही अलग होगा। रिजर्व बैंक ही नहीं बल्कि दुनियाभर के केंद्रीय बैंक बिटकॉइन, ईथर जैसी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के विकल्प के तौर पर डिजिटल करेंसी पर काम कर रहे हैं।

पिछले हफ्ते रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी के वेबिनार में कहा कि भारत को भी डिजिटल करेंसी की जरूरत है। यह बिटकॉइन जैसी प्राइवेट वर्चुअल करेंसी यानी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से होने वाले नुकसान से बचाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रिजर्व बैंक इस पर काम कर रहा है।

जानते हैं कि यह डिजिटल रुपया करेंसी नोट से कितना अलग होगा? क्या इसमें भी बिटकॉइन की तरह निवेश किया जा सकेगा? बैंकों की क्या भूमिका रह जाएगी? हम जो डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं, उनसे यह डिजिटल रुपया किस तरह अलग होगा?

Digital Currency: क्रिप्टो करेंसी से कितना अलग होगा डिजिटल रुपया? जानिए क्या होंगे इसके फायदे और नुकसान

क्रिप्टो करेंसी और डिजिटल करेंसी में अंतर

एक फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई बड़े एलान किए। डिजिटल इंडिया की बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी तरफ एक और कदम बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया डिजिटल करेंसी को लॉन्च करेगा। वित्त मंत्री के मुताबिक आरबीआई की तरफ से डिजिटल रुपया को जारी किया जाएगा। वैसे तो बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी डिजिटल करेंसी का कॉन्सेप्ट नया नहीं है। दुनिया में पहले से ही बिटकॉइन समेत अन्य डिजिटल या वर्चुअल करेंसी की खरीद-फरोख्त हो रही है। लेकिन वित्त मंत्री की घोषणा के बाद डिजिटल रुपया को बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी लेकर चारों तरफ चर्चा हो रही है। हर कोई ये जानना चाहता है कि डिजिटल रुपया क्या है, कैसे काम करेगा, इसके फायदे और नुकसान क्या होंगे? दरअसल, डिजिटल रुपया भी बिटकॉइन या अन्य वर्चुअल करेंसी की तरह ही होगा। बस इसे आरबीआई की ओर से जारी किया जाएगा। आइए आसान शब्दों में समझते हैं डिजिटल रुपया की कुछ अच्छी और बुरी बातें.

भविष्य में ये क्रिप्टोकरेंसी हो सकती है नंबर-1, है बिटकॉइन को पछाड़ने का दम?

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बीते कुछ महीनों में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में बहुत ज्यादा उथल-पुथल रही है. इस दौरान बिटकॉइन जैसी मजबूत क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू में 50% तक की गिरावट देखी गई है. इसके बाद से एक्सपर्ट्स को चिंता सताने लगी है कि क्या बिटकॉइन क्रिप्टो मार्केट की सरताज बनी रहेगी. (All Photos : File/Getty/Reuters)

बिटकॉइन हुआ धराशायी

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में हाल के उतार-चढ़ाव के दौरान बिटकॉइन की वैल्यू ने 65,000 डॉलर के ऑल-टाइम हाई लेवल को छुआ, लेकिन ये डिजिटल करेंसी इस लेवल पर ज्यादा देर टिक नहीं सकी. इसकी वैल्यू ने लगभग 50% का गोता लगाया और ये 30,000 डॉलर प्रति बिटकॉइन रह गई.

CBDC: RBI पेश कर रहा आज डिजिटल रुपया! क्या आप भी समझ रहे Bitcoin जैसा

Digital Rupee By RBI

Digital Rupee By RBI: आज से नए महीने की शुरुआत हो चुकी है. इसी के साथ एक नया बदलाव भी आपके जीवन में दस्तक देने जा रहा है. जहां अब तक वित्तीय लेन-देन के लिए कागजी रुपयों का ही इस्तेमाल होता था वहीं अब डिजिटल रुपया का इस्तेमाल कर सकेंगे. दरअसल डिजिटलीकरण के इस दौर में देश का केंद्रीय बैंक आज से डिजिटल रुपया पेश कर रहा है. डिजिटल रुपया यानि कागजी रुपयों से अलग लेकिन कागजी रुपये बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी की वैल्यु जैसा रुपया लाया जा रहा है. आरबीआई ने ये कदम डिजिटल करेंसी को लेने-देन की प्रक्रिया में शामिल करने के लिए उठाया है. आज सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी को लॉन्च करने जा रहा है. हालांकि डिजिटल करेंसी शब्द नया नहीं है. इसे लाने की बात इस साल के बजट में पहले ही हो चुकी थी.

CBDC क्या बिटकॉइन जैसा समझा जाए

बहुत से लोग सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी को बिटकॉइन जैसा मान रहे हैं. लेकिन यह हकीकत में यह इससे बहुत अलग है. सबसे बड़ा अंतर दोनों में यही है कि बिटकॉइन जैसी करेंसी किसी के अधिकार में नहीं होती जबकि सीबीडीसी को भारत का केंद्रीय बैंक पेश कर रहा है यानि इसका पूरा कंट्रोल रिजर्व बैंक के पास है. दूसरा बड़ी सहूलियत यह कि सीबीडीसी को इस्तेमाल करना कागजी रुपयों जैसा ही होने वाला है. रिजर्व बैंक सीबीडीसी को दो रूपों में लेकर आई है. पहला सीबीडीसी डबल्यू और दूसरा सीबीडीसी आर. सीबीडीसी डबल्यू का मतलब बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी होल सेल डिजिटल करेंसी से है जबकि सीबीडीसी आर का मतलब रिटेल से है. होलसेल के लिए करेंसी को पहले ही लॉन्च किया जा चुका है. जबकि रिटेल आज पेश हो रहा है.

डिजिटल करेंसी को इस्तेमाल करने को लेकर भी कई लोगों के मन में बहुत से सवाल हैं. मसलन इसका इस्तेमाल कौन और कैसे कर सकेगा. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल ई- रुपी यानि डिजिटल टोकन के रूप में होगा. आपके स्मार्टफोन में मौजूद डिजिटल पेमेंट ऐप से इनका इस्तेमाल हो पाएगा. शुरुआती बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी चरण में केवल चार बैंकों के जरिए पर्सन टू पर्सन या पर्सन टू मर्चेंट इसका इस्तेमाल कर सकेंगे. इन बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यस बैंक , आईसीआईसीआई बैंक और आईडीएफसी बैंक शामिल रहेंगे. बाद के चरणों में इसमें अन्य बैंको को भी शामिल किया जाएगा. खास बात ये कि डिजिटल करेंसी को कागजी रुपयों या सिक्कों में भी बदलवाया जा सकेगा.

भास्कर एक्सप्लेनर: रिजर्व बैंक डिजिटल रुपया लाने की तैयारी में; जानिए यह आपकी जेब में रखे रुपए से कितना अलग होगा?

भारत में जल्द ही लेन-देन का तरीका बदलने वाला है। आपको रुपए का विकल्प मिल रहा है। होगा तो वह भी रुपया ही, जारी भी रिजर्व बैंक ही करेगा, पर वह प्रिंटेड नोट से बिल्कुल ही अलग होगा। रिजर्व बैंक ही नहीं बल्कि दुनियाभर के केंद्रीय बैंक बिटकॉइन, ईथर जैसी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के विकल्प के तौर पर डिजिटल करेंसी पर काम कर रहे बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी हैं।

पिछले हफ्ते रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी के वेबिनार में कहा कि भारत को भी डिजिटल करेंसी की जरूरत है। यह बिटकॉइन जैसी प्राइवेट वर्चुअल करेंसी यानी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से होने वाले नुकसान से बचाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रिजर्व बैंक इस पर काम कर रहा है।

जानते हैं कि यह डिजिटल रुपया करेंसी नोट से कितना अलग होगा? क्या इसमें भी बिटकॉइन की तरह निवेश किया जा सकेगा? बैंकों की क्या भूमिका रह जाएगी? हम जो डिजिटल बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी पेमेंट कर रहे हैं, उनसे यह डिजिटल रुपया किस तरह अलग होगा?

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