कैसे करें सही को-फाउंडर का चुनाव, ताकि हो आपके बिजनेस का विस्तार
किसी भी बिजनेस को खड़ा करने में सबसे महत्वपूर्ण होता है को-फाउंडर का चुनाव.
जल्दबाजी में न करें अपने को-फाउंडर का चुनाव.
अपने को-फाउंडर से रखें ओपन रिलेशनशिप.
अपने स्वभाव व विचारों से मिलता जुलता हो आपके को-फाउंडर का स्वभाव.
किसी भी इंसान की जिंदगी में अच्छे पार्टनर का चुनाव बहुत मायने रखता है। चाहे बात लाइफ पार्टनर की हो, अच्छे दोस्त की हो या फिर बिजनेस पार्टनर की हो। एक अच्छे पार्टनर का चुनाव जिंदगी की हर राह को आसान बना देता है। अगर बात नई कंपनी की शुरुआत की हो तो ऐसे समय में एक अच्छा और वफादार बिजनेस पार्टनर यानी को-फाउंडर आपके लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है। प्रसिद्ध उद्यमी पॉल ग्राहम किसी स्टार्टअप को अच्छे से चलाने के लिए एक अच्छे को-फाउंडर का चुनाव सबसे अहम मानते हैं। वे कहते हैं कि अगर आपके साथ एक अच्छा को-फाउंडर नहीं है तो सब काम छोड़ कर पहले एक अच्छे को-फाउंडर की तलाश में लग जाइए। क्योंकि उससे जरूरी कुछ नहीं है। एक ऐसा को-फाउंडर जो आपके आइडिया को पंख लगा दे और आपके बिजनेस को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो।
इसलिए सही पार्टनर के चयन में किसी प्रकार का भी समझौता न करें। एक स्टार्टअप में आपको एक अच्छे को-फाउंडर की जरूरत पड़ती है क्योंकि उस समय आप सारे काम अकेले नहीं कर पाते। आपके पास समय की भी कमी होती है और साथ ही बहुत सारे ऐसे काम भी होते हैं जिनके लिए सलाह-मशविरा बहुत जरूरी है। उस दौरान आपको काम के विस्तार के लिए जानपहचान का दायरा बढ़ाना पड़ता है। कई अलग-अलग डिपार्टमेंट जैसे मार्किटिंग, सेल्स, डिज़ाइनिंग, कोडिंग आदि कामों से जुड़े लोगों से बात करनी होती है। तथा उन्हें अपने साथ काम करने के लिए तैयार करना होता है। इसके अलावा दैनिक कामों के लिए भी को-फाउंडर की जरूरत पड़ती है। अब सवाल यह उठता है कि एक अच्छे को-फाउंडर का चयन किस प्रकार किया जाए। क्योंकि यह जरूरी नहीं कि आपके मित्र आपके काम में दिलचस्पी लें और आपके साथ को-फाउंडर बनने में रुचि लें। अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे? ऐसे में अपने लिए एक अच्छे को-फाउंडर का चुनाव कैसे किया जाए? इस सवाल का जवाब तलाशना बहुत मुश्किल है क्योंकि आप किसी को भी अपने साथ काम करने के लिए मजबूर नहीं कर सकते।
यहां हम कुछ विशेषताओं का जिक्र कर रहे हैं जो एक अच्छे को-फाउंडर में होनी चाहिए।
- उसका नज़रिया व चीज़ों को समझने की समझ आपसे मिलती हो तभी वह दिलचस्पी के साथ उस समस्या को समझेगा और उसे दूर करने के लिए साथ मिलकर प्रयास करेगा।
- आपका और आपके को-फाउंडर का आर्थिक स्तर और मानसिक स्तर का मेल होना भी बहुत जरूरी है। इससे इंसान की सोच व व्यवहार एक समान रहता है।
- आपके को-फाउंडर की समझ ऐसी होनी चाहिए कि वह आपके लक्ष्य को भी गहराई से समझता हो और आपके साथ मिलकर उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दिल से प्रयास करे।
- कोई जरूरी नहीं कि आपका को-फाउंडर ऑल राउंडर हो लेकिन हां उसके अंदर सीखने की लगन होनी चाहिए ताकि जरूरत पडऩे पर कोई नई चीज़ सीखनी हो तो वह दिलचस्पी दिखाए।
देखा गया गया है कई बार लोग फेस बुक पर अपना को-फाउंडर तलाशने लगते हैं। ऐसे में कई नॉन सीरियस लोग भी वहां अपने कंमेंट लिख देते हैं। जो कि ठीक नहीं, जब आप ही अपने काम को लेकर गंभीर नहीं होंगे तो लोग भी आपके काम को गंभीरता से नहीं लेंगे। ऐसे में जरूरी है कि आप दूसरों के सामने खुद को गंभीरता से पेश करें। आप उन्हें बताएं कि इस काम से पहले आप क्या करते थे, आपने क्यों नए काम के विषय में सोचा और अब इस काम के माध्यम से आप अपना कौन सा लक्ष्य पूरा करना चाहते हैं। अगर आप इस प्रकार खुद को प्रस्तुत करेंगे तो लोग भी आपको गंभीरता से लेंगे।
अपने विज़न को लोगों के सामने गंभीरता और मजबूती से रखें। आप लोगों को यह यकीन दिलाएं कि आपका प्रोडक्ट तो भविष्य में समय के साथ बदल सकता है लेकिन आपका विज़न स्थिर रहेगा और किसी भी परिस्थिति में वह डगमगाएगा नहीं। यकीन मानिए अगर आप एक बार अपनी एक विस्तारपूर्वक कहानी लोगों के सामने प्रस्तुत करेंगे तो आपको आपके जैसे लोग मिल ही जाएंगे। ऐसा करने के बाद जब लोग आपसे संपर्क साधें तो सबसे पहले आप उस व्यक्ति के बारे में विस्तार से जानें। यह जानें कि उसकी जिंदगी का उद्देश्य क्या है और आपके साथ स्टार्टअप में वह क्यों जुडऩा चाहता है। पहली बात तो यही है कि आप उसके बारे में जानें यदि इस पहले बिंदु पर आप संतुष्ट हैं तो फिर उसके आगे की बातें जैसे कंपनी की नियम व शर्तें क्या हैं? निवेश क्या और कैसा रहेगा? काम की जिम्मेदारी किस प्रकार बांटी जाएगी। पोस्ट व रैंक का बंटवारा किस प्रकार रहेगा? यदि आपको इस दौरान कहीं भी ऐसा लगे कि उसके अंदर ज्यादा धन कमाने और पद की लालसा है तो उसी समय तुरंत पीछे हट जाइए क्योंकि देर सवेर वह आपको नुक्सान ही देगा। यदि संभव हो तो अपने विश्वास पात्र लोगों को सलाहकार के रूप में अपने साथ जरूर रखें।
अपने उद्देश्य को सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंचाए। इस समय सोशल मीडिया पर कई स्टार्टअप ग्रुप्स हैं और कई स्टार्टअप इवेंट्स आजकल आयोजित होते रहते हैं आप इस प्रकार के इवेंट्स में जाएं और वहां लोगों के अनुभवों को जानें, उनके अनुभवों का लाभ लें। उन्हें अपने विषय में बताएं। उनके विजिटिंग कार्ड्स एकत्र करें। सबसे मेलजोल अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे? बनाएं। ऐसा करने से आप अपने मक्सद में काफी हद तक कामयाब हो सकते हैं। जल्दबाजी में कोई काम न करें क्योंकि कई बार कुछ चीज़ें दूर से दिखाई देने पर जितनी सुंदर लगती हैं असल में उतनी होती नहीं हैं। और समय आने पर आपको उनसे नुक्सान होता है इसलिए खुद को संयमित रखकर काम करें। अपने को-फाउंडर के साथ एक ओपन रिलेशनशिप रखें जिसमें बंधने के लिए वे बाध्य न हों। जब भी किसी को ऐसा महसूस हो रहा है कि वह मजबूरी में काम कर रहा है तो खुले मन से खुशी-खुशी अलग हो जाएं।
Gail share price target 2022, 2023, 2025, 2030 अच्छा कमाई
गवर्मेंट कंपनी Gail लगातार अपने बिज़नस में शानदार पदर्शन दिखाते जा रहा हैं। हर साल Sales में अच्छी उछाल देखि जा चकती हैं। जिसकी वजह से इसके शेयर प्राइस में अच्छी ग्रोथ आनेवाले दिनों में देखने को मिल चकता हैं। हालाकी गवर्मेंट कंपनी में पिछले कुछ सालों से अच्छा पदर्शन देखने को नहीं मिले।
लेकिन Gail India में जिस तरह से अपने बिज़नस में बर्होतरी होते नजर आया है, उसी को देखते हुवे कहा जा चकता है आनेवाले दिनों में अच्छा रिटर्न आपको जरुर कमाई करके देगा। साथ ही कंपनी अच्छी डिविडेंड भी पेमेंट करता है। इससे शेयरहोल्डर आनेवाले दिनों में अच्छी रिटर्न के साथ अच्छे डिविडेंड से भी कमाई करते नजर आनेवाले हैं।
कम समय में देखा जाए तो Gail share price target 2022 में आपको पहला टारगेट 180 रूपया देखने को मिल चकते हैं। ये टारगेट अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे? हित होते ही आपको दूसरा टारगेट 195 रुपए के लिए होल्ड करने के लिए देखना चाहिए।
Gail share price target 2023
Gail कंपनी के बिज़नस की बात करे तो लगभग भारत के 70 पतिशत Gas transmission नेटवर्क केवल अकेला इस कंपनी के अन्दर आता हैं। जिसकी वजह से कंपनी के बिज़नस काफी ज्यादा बड़ा देखने को मिलता हैं। साथ ही देश के दो सबसे बड़े कंपनी MGL और IGL का ज्यादातर हिस्सा Gail कंपनी पास ही देखने को मिलता हैं। जिससे कंपनी का वैल्यूएशन काफी ज्यादा बड़ा देखने को मिलते हैं।
लगातार कंपनी अपने बिज़नस को Diversify करने की पूरी कोशिश करते नजर आ रहा अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे? हैं। इसके लिए कंपनी के मैनेजमेंट प्लान कर रही की आनेवाले दिनों में Petro और Speciality केमिकल बिज़नस में भी अपना पकड़ बनाए।
अगर आनेवाले सालों में इस बिज़नस में भी अपना पकड़ बनाने में Gail कामियाब होता है तो आपको अच्छी तेजी होते बिज़नस में देखने को मिलनेवाला हैं। 2023 तक कंपनी के शेयर प्राइस की बात करे तो पहला टारगेट आपको 255 रूपया देखने को मिल चकता हैं। फिर दूसरा टारगेट 270 रुपए के लिए देख चकते हैं।
Gail share price target 2025
जिस तरह से लगातर बड़े शहरों में गैस की खपत बढ़ रही हैं। उसी के साथ इस सेक्टर से जुड़ी सबसे बड़े सरकारी कंपनी Gail का बिज़नस भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। गवर्मेंट का जो प्लान है आनेवाले कुछ सालों में ज्यादातर शहरों में Gas Distribution प्रोसेस सालू करने के लिए, इसमें Gail एकमात्र कंपनी अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे? है जो अहम भूमिका अदा करते नजर आनेवाला हैं।
इसके लिए कंपनी आनेवाले कुछ सालों में 11000 km से भी ज्यादा की पाइप लाइन बिछाने की पूरी तैयारी करते नजर आ रहा हैं। जिसका फ़ायदा आपको आनेवाले सालों में Gail के बिज़नस में होता नजर आनेवाला हैं। कंपनी के इसी भविष्य के पदर्शन को अनुमान करके ही बड़े बड़े एनालिसिस ने इस स्टॉक में लंबे समय के लिए खरीदारी की राय दिया हैं।
आनेवाले समय में देखा जाए तो Gail share price target 2025 में उम्मीद है आपको पहला टारगेट 380 रूपया दिखाते नजर आए। उसके बाद आप दूसरा टारगेट 400 रुपए हित होने के लिए रुक चकते हो।
Gail share price target 2030
भारत सरकार प्रदूषण को ध्यान में रखके जिस तरह से Natural gas की तरफ ज्यादा से ज्यादा फोकस करते नजर आ रहा हैं। जिसके लिए सरकार इस सेक्टर में ज्यादा से ज्यादा इन्वेस्ट करके इंडस्ट्री को बड़ा करने की पूरी प्लान बनाते देखने को मिलने लगी हैं।
इससे आनेवाला दिनों में Natural gas की डिमांड बहुत ज्यादा तेजी से बढ़ते नजर आनेवाला हैं। उसी को फ़ायदा उठाने के लिए Gail अपने बिज़नस में ज्यादा से ज्यादा इन्वेस्ट करते दिख रहा हैं। जिसका फ़ायदा कंपनी को गैस की डिमांड बढ़ने के साथ होता नजर आयेंगे।
अगर ऐसे ही सरकार इस सेक्टर में आगे भी फोकस रखते नजर आए तो आपको इस सेक्टर में बिज़नस की ग्रोथ बहुत ज्यादा तेजी होते नजर आनेवाला हैं। लंबे समय 2030 में Gail कंपनी के शेयर प्राइस की बात करे तो 8आपको 890 रूपया के आसपास जाने की पूरी संभावना दिखती हैं।
Year | Target |
2022 (Target 1) | Rs 180 |
Target 2 | Rs 195 |
2023 (Target 1) | Rs 255 |
Target 2 | Rs 270 |
2025 (Target 1) | Rs 380 |
Target 2 | Rs 400 |
2030 Target | Rs 890 |
भविष्य के नजर Gail शेयर
भविष्य में Gail कंपनी के बिज़नस की संभावना पर नजर डाले तो काफी अच्छा दिखाई देती हैं। Natural gas transmission में ज्यादा से अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे? ज्यादा मार्केट कंपनी के पास होने के कारण और सरकार की कंपनी होने की वजह से आपको अच्छा रिटर्न के साथ हर साल अच्छे डिविडेंड की भी जरुर उम्मीद किया जा चकता हैं।
साथ ही जिस तरह से हर घर में गैस की जरुरत बढ़ती जा रही है उसको पूरा करने के लिए Gail कंपनी को सरकार पूरी मदद करते देखने को मिल रहा है।. जिसका फ़ायदा आपको धीरे धीरे भविष्य में कंपनी के बिज़नस होता नजर आनेवाला हैं।
Gail कंपनी के शेयर में रिस्क
Gail कंपनी के अन्दर सबसे बड़ा रिस्क देखे तो गैस सेक्टर में सरकार का बहुत सारे नियम लागु होता हैं। साथ ही इस सेक्टर में राजनीतिक मुद्दा बहुत ज्यादा बना रहता है। जिसकी वजह से कभी कभी सरकार को कुछ नियमो में बदलाब करना पड़ता हैं।
इससे इस सेक्टर से जुड़ी कंपनी में ग्रोथ में बहुत ज्यादा असर दिखाई पड़ती हैं। जिसके कारण शेयर प्राइस में भी उसी अनुसार गिरावट देखने को मिलता हैं।
मेरी राय:-
कंपनी के अन्दर बहुत सारे अबसर के साथ रिस्क भी बहुत ज्यादा शामिल होते देखने को मिलता हैं। अगर आप इस स्टॉक में निवेश करने की चोच रहे हो तो आपको समय समय पर नए नए गवर्मेंट नियम को जरुर ध्यान में रखना चाहिए। इससे आपको सही समय में अच्छा फैसले लेने में मदद मिलेगा और इस शेयर से अच्छे रिटर्न कमाई कर पाओगे।
आशा करता हु आप Gail share price target 2022, 2023, 2025, 2030 पोस्ट को पढ़ने के बाद कंपनी के बिज़नस डिटेल्स के साथ कैसा पदर्शन भविष्य में दिखा चकता है उसका अंदाजा आ गया होगा। अगर आपके मन में इस पोस्ट से जुड़ी कोई भी सवाल आ रहा है तो कमेंट में जरुर पूछे। शेयर बाज़ार से जुड़ी ऐसे ही महत्वपूर्ण जानकरी के साथ अपडेट रहने के लिए आप हमारे अन्य पोस्ट को पढ़ चकते हैं।
हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाने के लिए BJP हुई सक्रिय, कांग्रेस-आप से लड़ने का ये है प्लान
चंडीगढ़ | हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाने के लिए BJP पहले ही सक्रिय हो चुकी है. पड़ोसी राज्यों हिमाचल और पंजाब के नतीजों को देखते हुए हरियाणा बीजेपी ने पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने के लिए नई रणनीति तैयार की है. पंजाब और दिल्ली में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी (AAP) की काट के लिए स्वाभिमान अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान के माध्यम से भाजपा घर-घर पहुंचेगी और मुफ्तखोरी के खिलाफ लोगों के स्वाभिमान को जगाने का प्रयास करेगी. इसके अलावा, नया वोट बैंक बनाने के लिए उन लोगों से संपर्क किया जाएगा जो चुनाव में मतदान केंद्र पर नहीं पहुंचे हैं.
गुरुग्राम में की रणनीति तैयार
बीजेपी के प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व ने शनिवार और रविवार को गुरुग्राम में यह रणनीति तैयार की. संगठन के नेताओं ने शनिवार को जिलाध्यक्षों से चर्चा की मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को खुद पहुंचकर 2024 के लोकसभा व विधानसभा चुनाव को लेकर विधायकों, सांसदों व मंत्रियों से मंथन किया.
कांग्रेस आप से लड़ने का प्लान
दूसरे सत्र में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खासकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के खिलाफ कैसे लड़ना है, इसकी रणनीति का खुलासा किया. आप की मुफ्त बिजली पानी की योजनाओं को बंद करने के लिए मनोहर लाल ने कहा कि इसके लिए जरूरतमंद लोगों को बीच में जाकर उनमें स्वाभिमान जगाना होगा कि मुफ्त में कुछ भी लेने के बजाय अपने स्वाभिमान की बात करें.
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भाजपा की रणनीति लोगों को है ये समझाना
भाजपा की रणनीति लोगों को यह समझाना है कि भाजपा सरकार हर सरकारी लाभ देगी लेकिन लोगों के स्वाभिमान को बनाए रखेगी ताकि लोगों को लगे कि वे सरकार से भीख नहीं ले रहे हैं बल्कि अपनी मर्यादा से काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने साफ कहा कि भाजपा लोगों को रोजगार देकर अपने पैरों पर खड़ा करेगी और न ही कुछ मुफ्त देगी. इसी तरह कांग्रेस की गुटबाजी, कांग्रेस को घेरने के लिए राहुल गांधी के विवादित बयान को लेकर संगठन के नेताओं को टिप्स दिए गए.
विधायकों-सांसदों और जिलाध्यक्षों को दिए निर्देश
इसी तरह भाजपा ने विधायकों, सांसदों और जिलाध्यक्षों को नया वोट बैंक बनाने के लिए लामबंद होने का निर्देश दिया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़, प्रभारी बिप्लब देब ने कहा कि 2024 के चुनाव में हर हाल में वोट प्रतिशत बढ़ाना है. यह तभी संभव होगा जब उन मतदाताओं की पहचान की जाएगी जो अपने मत का प्रयोग नहीं कर रहे हैं. इसके लिए विशेष रणनीति बनानी होगी और हर बूथ स्तर पर उनकी पहचान कर उनके पक्ष में मतदान करने के लिए तैयार रहना होगा.
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भाजपा के केंद्रीय व प्रदेश नेतृत्व के नेताओं ने कहा कि यह तभी संभव है जब ऐसे मतदाताओं को घर-घर जाकर भाजपा की नीतियों अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे? के बारे में बताया जाए. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कोई भी चुनाव छोटा या बड़ा नहीं होता. पंचायत, नगर निकायों के सभी चुनाव पूरी ताकत से लड़े जाएं क्योंकि हर चुनाव एक माहौल बनाता है.
सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने के निर्देश
सीएम ने कहा कि सोशल मीडिया धारणा बनाता है. हमें उस पर काम करना चाहिए और यह सुनिश्चित करने के लिए और अधिक प्रयास करना चाहिए कि हमारी कल्याणकारी योजनाएं सोशल मीडिया के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे. उन्होंने सभी सांसदों, विधायकों और मंत्रियों को सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने की हिदायत दी है.
साथ ही, लोगों में राष्ट्रवाद जगाना है. उन्होंने जनता को यह भी बताया कि कैसे पहले भ्रष्टाचार के मामले सामने आते थे लेकिन अब सरकार ने भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार किया है.
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'सवाल यह नहीं है कि बस्ती किसने जलाई, सवाल है कि पागल के हाथ में माचिस किसने दी' - महुआ ने सुनाई सरकार को खरी-खोटी
सवाल यह नहीं है कि बस्ती किसने जलाई, सवाल है कि पागल के हाथ में माचिस किसने दी. इन शब्दों के साथ तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा अपने उस हमलावर भाषण को लोकसभा में खत्म किया जो उन्होंने सरकार की तरफ से पेश अनुपूरक मांगों को लेकर दिया था।
संसद टीवी का स्क्रीनशॉट
नवजीवन डेस्कसवाल यह नहीं है कि बस्ती किसने जलाई, सवाल है कि पागल के हाथ में माचिस किसने दी. इन शब्दों के साथ तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा अपने उस हमलावर भाषण को लोकसभा में खत्म किया जो उन्होंने सरकार की तरफ से पेश अनुपूरक मांगों को लेकर दिया था।
महुआ नेमंगलवार को देश की अर्थव्यवस्था को संभालने के सरकार के तौर-तरीकों पर तीखा निशाना साधा। उन्होंने सरकार की नाकामी को आंकड़ों के जरिए सामने रखते हुए कहा कि 'बताओ कि असली पप्पू कौन है'? उन्होंने कहा कि किसी को नीचा दिखाने के लिए पप्पू शब्द का इस्तेमाल किया गया।
तृणमूल कांग्रेस सांसद मंगलवार को आर्थिक आंकड़ों को एक के बाद सामने रखा। उन्होंने लोकसभा में 2022-23 के लिए अनुदान की अनुपूरक मांगों के पहले बैच और 2019-20 के लिए अनुदान की अतिरिक्त मांगों पर चर्चा को आगे बढ़ाते हुए जोरदार तरीके से अपनी बात रखी।
उन्होंने राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के हवाले से कहा कि अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन चार प्रतिशत गिर गया था, जो 26 महीनों के सबसे कम न्यूनतम स्तर पर है।विदेशी मुद्रा भंडार में एक साल के भीतर अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे? 72 अरब डॉलर की कमी आई है। उन्होंने कहा कि विदेश राज्य मंत्री ने सदन में बताया कि पिछले नौ वर्षों में लाखों लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ दी. ऐसा क्यों हो रहा है कि लोग नागरिकता छोड़ रहे हैं।
महुआ मोइत्रा ने कहा कि, ‘विरोधी दलों के नेताओं को परेशान करने के लिए ईडी को इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन सरकार यह तो बताए कि ईडी के मामलों में दोषसिद्धि का प्रतिशत क्या है? क्या सिर्फ लोगों को परेशान करने के लिए इस एजेंसी का इस्तेमाल हो रहा है?
तृणमूल सांसद ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा,‘हम लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। हमारा यह अधिकार है कि सरकार की अक्षमता को लेकर सवाल करें. यह सरकार का राजधर्म है कि वह जवाब दे. वह ‘खिसियानी बिल्ली’ की तरह व्यवहार नहीं करे।’
उन्होंने हालिया विधानसभा चुनाव के नतीजों और खासकर हिमाचल प्रदेश के चुनाव परिणाम का हवाला देते हुए कहा,‘सत्तारूढ़ पार्टी के अध्यक्ष अपना गृह राज्य नहीं बचा सके, वहां हार का सामना करना पड़ा. अब ‘असली पप्पू’ कौन है?’ उन्होंने कहा कि सरकार वह होनी चाहिए जो ‘मजबूत नैतिकता’, ‘मजबूत कानून व्यवस्था’ और ‘मजबूत अर्थव्यवस्था’ सुनिश्चित करे।
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शुगर पेशेंट को मन करे मीठा खाने का तो इस Diabetic Friendly Ladoo का करें सेवन, नहीं बिगड़ेगी सेहत
Health tips : हम आपको ऐसे डिजर्ट के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके खाने से शुगर लेवल नहीं बिगड़ेगा. हम आपको बताएंगे कटहल के लड्डू बनाने के बारे में जो आपकी सेहत को दोगुना करेंगे.
Kathal ke ladoo शुगर पेशेंट के लिए बहुत अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे? लाभकारी होते हैं.
Diabetic Friendly Ladoo : शुगर के मरीजों को अपना खाना-पीना बहुत सोच समझकर तय करना पड़ता है क्योंकि इस पर ही उनका इंसुलिन का बैलेंस निर्भर होता है. मधुमेह रोगियों के साथ एक परेशानी होती है उन्हें मीठा खाने की क्रेविंग बहुत होती है. जो कि उनके लिए जहर के समान है. ऐसे में उन्हें अपने मन को मारना ही पड़ता है. इसलिए हम आपके लिए एक ऐसे डिजर्ट को लेकर आए हैं जिसे खाने से आपकी सेहत नहीं बिगड़ेगी. हम आपको बताएंगे कटहल के लड्डू (kathal ladoo) बनाने के बारे में जो आपकी सेहत को दोगुना करेंगे.
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कटहल का लड्डू कैसे बनाएं
सामग्री- बादाम 3 कप, कटहल का आटा 3 कप, 1/2 कप जैतून का तेल, 2 बड़े चम्मच अदरक पाउडर, 1 छोटी चम्मच काली मिर्च, 1 छोटी चम्मच इलायची पाउडर, 2 कप एगेव सिरप या स्वीटनर, 1 कप गोंद और 1 बड़ा चम्मच घी चाहिए इसे बनाने के लिए.
लड्डू बनाने की विधि क्या है- सबसे पहले पैन को गैस पर चढ़ाकर गरम करें फिर उसमें कटहल के आटे को डालकर अच्छे भून लीजिए. फिर उसे ठंडा होने के लिए अलग से रख दीजिए. अब इसमें बादाम और स्वीटनर को छोड़कर बाकी सभी सामग्री मिला लीजिए अच्छे से, फिर बची सामग्री अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे? को मिलाकर छोटे-छोटे लड्डू हाथ से बना लीजिए. अब आप इसका सेवन कर सकते हैं ये आपके ग्लाइसेमिक कंट्रोल करने में मदद करेंगे.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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