शीर्ष क्रिप्टोकरेंसी स्पॉट एक्सचेंज

अपने लक्ष्यों के लिए श्रेष्ठ क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज चुनें

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या होते हैं?

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वो मंच होते हैं जो ट्रेडर्स को क्रिप्टोकरेंसी, डेरिवेटिव और अन्य क्रिप्टो संबंधी परिसंपत्तियाँ खरीदने और बेचने की क्षमता देते हैं। आजकल, चुनने के लिए काफी क्रिप्टो एक्सचेंज मौजूद है, और एक या दो पहलुओं में उन सभी के अपने फायदे हैं। सर्वोत्तम क्रिप्टो एक्सचेंजों के बारे में अधिक जानें, और वो चुनें जो आपको अपने क्रिप्टो-संबंधी निवेश लक्ष्यों को पहुँचने में मदद करता हो।

विश्व स्टार पर शीर्ष क्रिप्टो एक्सचेंज

2008 में बिटकोइन का श्वेत पत्र जारी होने के साथ क्रिप्टो एक्सचेंज पहली बार उभरना शुरू हुए। जब से मूल क्रिप्टोकरेंसी वैश्विक रूप से लॉन्च हुई है, क्रिप्टो एक्सचेंजों ने क्रिप्टो ट्रेडिंग को कानूनी और अधिक लोगों के लिए सुलभ बनाने के तरीके ढूंढ।

बिटकोइन के जारी होने के बाद के पहले कुछ साल काफी अशांत थे, कई एक्सचेंज विधायी दबाव में गिर गए थे। हालांकि, उस समय के कुछ शीर्ष क्रिप्टो एक्सचेंज आज तक अपनी स्थिति बनाए रखते हुए, दृढ़ रहने और अग्रणी बनने में कामयाब रहे।

क्रिप्टो एक्सचेंज उद्योग में सबसे प्रमुख नामों में से एक बाईनेंस का है। 2017 में स्थापित, एक्सचेंज ट्रेड वॉल्यूम के हिसाब से जल्दी ही शीर्ष स्थान पर पहुँच गया, इसने 2021 के शुरुआत तक 36 बिलियन USD के ट्रेड पंजीकृत किए हैं।

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्षेत्र में जेमिनी एक और बड़ा नाम है। 2014 में विंकलवोस जुड़वाँ भाइयों द्वारा स्थापित, जेमिनी ने 175 मिलियन अमरीकी डालर से अधिक के ट्रेडिंग वॉल्यूम के साथ चार्ट में अपनी स्थिति को मजबूत करने में कामयाबी हासिल की है। सिर्फ इतना ही नहीं, विंकलवोस भाइयों ने जेमिनी डॉलर टोकन भी लॉन्च किया है।

आखिर में बात करते हैं कोइनबेस की, यूनाइटेड क्रिप्टो एक्सचेंज स्टेट्स में ट्रेडिंग वॉल्यूम के हिसाब से सबसे बड़ा एक्सचेंज, और संभवतः इसका नाम सबसे प्रमुख है। ब्रायन आर्मस्ट्रांग और फ्रेड एहरसम ने 2012 में कॉइनबेस की स्थापना की, और आज इसके वैश्विक स्तर पर एक सौ नब्बे से अधिक देशों में ग्राहक हैं। एक्सचेंज 2021 की शुरुआत में 2 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक तक पहुँच गया है और ये बड़ी ट्रेडिंग वॉल्यूम प्रोसेस करता है।

क्रिप्टो एक्सचेंज पैसा कैसे बनाते हैं?

कई अलग-अलग तरीके हैं जिनसे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज लाभ कमा सकते हैं। इन सभी तरीकों में लेनदेन प्रसंस्करण के लिए शुल्क लगाना शामिल है।

संभवत: सबसे लोकप्रिय लेनदेन शुल्क प्रतिशत-आधारित है: इसका मतलब यह है कि लेनदेन को पूरा करने के लिए एक्सचेंज ट्रेडर से ट्रेड किए गए मूल्य का एक प्रतिशत चार्ज करता है। प्लेटफार्मों के बीच प्रतिशत शुल्क काफी भिन्न होता है, यही कारण है कि एक्सचेंज का चयन करने से पहले खुद से शोध करना आवश्यक है।

कुछ एक्सचेंज एक फ्लैट-फीस चार्ज भी ऑफर करते हैं, जो क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेड की गयी मात्रा की परवाह नहीं करता है लेकिन प्रत्येक सफल लेनदेन के लिए एक निर्धारित राशि लेता है। बड़ी मात्रा में क्रिप्टोकुरेंसी का आदान-प्रदान करने वाले बड़े व्यापारियों के लिए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है, क्योंकि प्रतिशत-आधारित शुल्क शायद फ्लैट चार्ज से अधिक होगा।

डेरिवेटिव्स ट्रेड करने के लिए श्रेष्ठ क्रिप्टो एक्सचेंज

क्रिप्टो डेरिवेटिव्स और एक्सचेंज-ट्रेडेड नोट्स (ETN) विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी द्वारा समर्थित संपत्तियां हैं। जैसे-जैसे क्रिप्टोकरेंसी बाजार बढ़ता गया और अधिक ग्राहकों को आकर्षित होना शुरू हुए, एक्सचेंजों ने डेरिवेटिव ट्रेडिंग शुरू की। ऑप्शंस और फ्यूचर्स दो सबसे सामान्य प्रकार के डेरिवेटिव हैं।

दूसरी ओर, ईटीएन असुरक्षित ऋण सेक्योरिटीज होती हैं, जिनके दाम में अंतर्निहित सेक्योरिटीज के सूचकांक का पालन करते हुए उतार-चढ़ाव आता रेहता है। स्टॉक की तरह, ईटीएन एक आकर्षक ट्रेड विकल्प हैं, यही वजह है कि एक्सचेंजों ने उन्हें अपने प्लेटफॉर्म पर पेश करना शुरू कर दिया।

हुओबी ग्लोबल, 2013 में स्थापित, डेरिवेटिव ट्रेड ऑफर करने वाले शीर्ष क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक है। यह प्रत्येक ट्रेड पर 0.04% के टेकर्स शुल्क के साथ एक प्रतिशत शुल्क वसूलता है। हुओबी वैश्विक स्तर पर सबसे लंबे समय से चल रहे क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक है। यह चीन द्वारा बिटकोइन ट्रेडिंग पर बैन लगाने के बाद भी बचा रहा है। प्लेटफॉर्म ने 2017 और 2018 में कई अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज लॉन्च किए, जिनमें जापान और सिंगापुर के एक्सचेंज शामिल हैं। ट्रेड किए गए डेरिवेटिव के मामले में हुओबी, बाइनेंस के बाद, दूसरा सबसे बड़ा एक्सचेंज है।

एक अन्य विकल्प है FTX/), जो क्रिप्टो एक्सचेंज पूरी तरह से क्रिप्टो डेरिवेटिव के व्यापार को सरल एवं सुगम बनाने के लिए किया गया था। FTX में बाइनेंस और हुओबी के जैसे ही मेकर और टेकर फीस ली जाती है; मगर, एक्सचेंज के बारे में एक प्रभावशाली तथ्य यह है कि 2021 तक इसे चालू हुए दो साल क्रिप्टो एक्सचेंज ही हुए हैं। 2019 में स्थापित, FTX ने क्रिप्टो डेरिवेटिव क्षेत्र में स्वयं के लिए एक नाम बना लिया है।

क्रिप्टो डेरिवेटिव्स पर ट्रेड करना कभी इससे आसान नहीं रहा है। क्रिप्टो की बढ़ती लोकप्रियता के साथ, डेरिवेटिव्स और ईटीएन की डिमांड भी समय के साथ बढ़ती जाएगी। क्रिप्टो एक्सचेंजों ने प्रगतिशीलता दिखाते हुए अपने प्लेटफॉर्म पर डेरिवेटिव ट्रेडिंग ऑप्शन लॉन्च करना शुरू कर दिया है। मगर, दिमाग में यह बात रखना जरूरी है कि किसी अन्य प्रकार के निवेश की तरह ही क्रिप्टो डेरिवेटिव्स में ट्रेड करने में जोखिम है।

FTX की तरफ अगर भारत में दिवालिया हुआ कोई क्रिप्टो-एक्सचेंज, तो निवेशकों का क्या होगा?

दुनिया के दूसरे सबसे बड़े क्रिप्टो-एक्सचेंज FTX की वैल्यू सिर्फ कुछ दिनों में 32 अरब डॉलर से दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई

दुनिया के दूसरे सबसे बड़े क्रिप्टो-एक्सचेंज एफटीएक्स (FTX) के धराशायी होने की खबर आप तक आपके कानों में पहुंच गई है। अमेरिका में कारोबार करने वाले इस क्रिप्टो-एक्सचेंज का मुख्यालय बहमास में है। क्रिप्टो-एक्सचेंज, ग्राहकों को क्रिप्टोकरेंसी खरीदने और बेचने की सुविधा देते हैं। तो FTX के साथ हुआ क्या था? FTX तब धाराशायी हुआ, जब कई रिपोर्टों में यह दावा किया गया था कि उसके फाउंडर सैम बैंकमैन-फ्राइड की कंपनी अल्मेडा रिसर्च के पास कंपनी में भारी FTT होल्डिंग्स है और इसका इस्तेमाल वह और कर्ज जुटाने में कर रही है।

आसान शब्दों में समझें तो, इसका मतलब यह था कि अगर FTT की वैल्यू गिरी तो इसके साथ FTX की वैल्यू भी गिर जाएगी। कम से कम ऐसी आशंका थी। इस खबर ने FTX के लिए नया संकट खड़ा कर दिया, जब दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो-एक्सचेंज बाइनेंस (Binance) ने कहा कि वह अपनी FTT होल्डिंग को बेच रही है।

Binance ने नहीं की FTX की मदद

इससे बाद लोगों ने अपनी FTT होल्डिंग्स को निकालना शुरू कर दिया, जिसने FTX पर भारी दबाव ला दिया। इसके बाद Binance ने FTX में हिस्सेदारी खरीद उसे मदद का ऑफर दिया, लेकिन फिर वह पीछे हट गई। इसके बाद FTX धराशायी हो गई और उसने अपने संपत्ति बिकने से बचने के लिए बीते 11 नवंबर को अमेरिका में दिवालिया कानून के तहत संरक्षण की मांग की है।

FTX Exchange Crash: रातोंरात धराशायी होने वाले क्रिप्टो एक्सचेंज के पीछे का चेहरा हैं निषाद सिंह, जानें उनके बारे में

FTX Exchange Crash: भारतीय मूल के निषाद सिंह FTX एक्सचेंज में हुई अचानक गिरावट के बाद जांच के दायरे में है. FTX के संस्थापक सैम बैंकमैन-फ्रायड के साथ वह 9 लोगों की सूची में हैं जिन पर जांच हो रही है.

By: ABP Live | Updated at : 13 Nov 2022 07:54 PM (IST)

Nishad Singh Crypto Exchange FTX Crash: भारतीय लोगों ने टेक्नोलॉजी (Technology) के मामले में दुनियाभर में अपना डंका मनवाया हैं. ऐसा ही एक नाम है निषाद सिंह (Nishad Singh), जो कि मूलतः भारतीय है. हालांकि अब ये ही निषाद सिंह जांच के दायरे में हैं. बताया जा रहा है कि वो सैम बैंकमैन-फ्रायड (Sam Bankman-Fried) जो एफटीएक्स एक्सचेंज के सीईओ हैं, उन्हें क्रिप्टो को लेकर फैसले लेने में कुछ मदद किया करते थे.

जांच के दायरे में निषाद
दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंजों में से एक FTX का अचानक दिवालिया होना, अब सबके लिए परेशानी खड़ी कर रहा है. FTX के संस्थापक सैम बैंकमैन-फ्रायड के साथ निषाद सिंह सहित 9 अन्य लोग शामिल है. इससे पहले निषाद फेसबुक को भी अपनी सेवाएं दे चुके है.

निषाद से जुडी कुछ जानकारी इस क्रिप्टो एक्सचेंज प्रकार है.

  • निषाद सिंह सैम बैंकमैन-फ्रायड के ग्रुप में काम करता था, जो कि बहामास में है. जहां से वे FTX चलाते थे. अल्मेडा के सीईओ कैरोलीन एलिसन और सीटीओ गैरी वांग भी इस समूह का हिस्सा थे.
  • निषाद सिंह बहामास में एक लक्ज़री पेंटहाउस से अपने क्रिप्टो साम्राज्य को चलने में मदद करते थे. बहामास उत्तरी अमेरिका महाद्दीप में स्थित एक देश है.
  • निषाद सिंह ने एफटीएक्स में इंजीनियरिंग के क्रिप्टो एक्सचेंज निदेशक के रूप में काम किया, जो अब संघर्ष कर रहा क्रिप्टो एक्सचेंज है.
  • निषाद सिंह दिसंबर 2017 में एफटीएक्स की सहयोगी कंपनी अल्मेडा रिसर्च में शामिल हुए थे.
  • निषाद ने कैलिफोर्निया के क्रिस्टल स्प्रिंग्स अपलैंड्स स्कूल में पढ़ाई की और 2017 में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले से सुम्मा कम लॉड में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस में स्नातक की डिग्री हासिल की है.
  • अल्मेडा रिसर्च में शामिल होने से पहले, वह फेसबुक में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर भूमिका निभा रहे थे.
  • साल 2020 से एफटीएक्स पॉडकास्ट में, निषाद ने बैंकमैन-फ्राइड का दौरा करने के बाद फेसबुक पर अपनी "ड्रीम जॉब" से अल्मेडा रिसर्च में स्विच कर दिया था.
  • उन्होंने अप्रैल 2019 में एफटीएक्स में इंजीनियरिंग निदेशक के रूप में पदभार क्रिप्टो एक्सचेंज संभाला. क्रिप्टो एक्सचेंज के दिवालिया होने में उनकी भूमिका जांच के दायरे में आ गई है, जिसमें एफटीएक्स में बड़े पैमाने पर आरोप लग रहे है.
  • एफटीएक्स के पूर्व सीईओ सैम बैंकमैन-फ्रायड ने चुपके से एफटीएक्स से अल्मेडा में 10 बिलियन डॉलर के ग्राहक फंड ट्रांसफर किए थे.
  • अल्मेडा रिसर्च के सीईओ कैरोलिन एलिसन ने एक वीडियो मीटिंग में कर्मचारियों को बताया कि वह, सैम बैंकमैन-फ्राइड, और दो अन्य अधिकारी, निषाद सिंह और गैरी वांग, वॉल स्ट्रीट के अल्मेडा में ग्राहक निधि स्थानांतरित करने के निर्णय से अवगत थे.

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Published at : 13 Nov 2022 07:53 PM (IST) Tags: FTX Sam Bankman Fried Crypto Exchange FTX Crash FTX Crash Nishad Singh हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

FTX को खरीदने की तैयारी में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज Binance

FTX को खरीदने की तैयारी में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज Binance

दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बिनेंस (  Binance  ) अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी  FTX  को खरीदने की तैयारी में है. Binance के सीईओ चांगपेंग झाओ (Changpeng Zhao) ने मंगलवार को कहा कि कंपनी ने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज में "लिक्विडिटी की कमी" को कवर करने में मदद करने के लिए अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी FTX की एक यूनिट,FTX.com को खरीदने के लिए एक गैर-बाध्यकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.

झाओ ने कहा कि FTX दबाव में आ गया है क्योंकि उनकी फर्म FTX के इन-हाउस टोकन, FTT की अपनी होल्डिंग्स को बेच देगी.

झाओ ने एक ट्वीट में कहा, "आज दोपहर, FTX ने हमारी मदद मांगी. कंपनी की लिक्विडिटी संकट में है. उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए, हमने एक गैर-बाध्यकारी LOI पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य FTX.com को पूरी तरह से हासिल करना और लिक्विडिटी संकट को कवर करने में मदद करना है."

एक ट्वीट में, FTX के फाउंडर और सीईओ सैम बैंकमैन-फ्राइड (Sam Bankman-Fried) ने कहा कि टीमें विदड्रॉल्स के मौजूदा बैकलॉग को साफ करने पर काम कर रही हैं और एक के बाद एक, सभी असेट्स को कवर किया जाएगा.

बिनेंस, जो 120 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं के साथ 1 ट्रिलियन डॉलर की क्रिप्टो इंडस्ट्री पर हावी है, वर्तमान में अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा बिनेंस द्वारा मनी-लॉन्ड्रिंग नियमों के संभावित उल्लंघन की जांच की जा रही है. रॉयटर्स ने पिछले सप्ताह एक रिपोर्ट में इसका खुलासा किया था.

आपको बता दें कि Binance, FTX का समर्थन करने वाला पहला निवेशक है. लेकिन जैसे-जैसे कंपनी की लोकप्रियता बढ़ी, दोनों के बीच संबंध मुरझाने लगे. फर्मों ने सौदे की वित्तीय शर्तों का खुलासा नहीं किया है, लेकिन यह FTX के निवेशकों के लिए पूरी तरह से भयानक नहीं है, जिसका मूल्य इस साल की शुरुआत में एक फंडिंग राउंड में 32 बिलियन डॉलर था.

सौदे के पूरा होने पर नियामकीय जांच हो सकती है.

दो अरबपति कई महीनों से एक-दूसरे पर कमेंट कर रहे हैं, लेकिन इस हफ्ते की शुरुआत में यह रिश्ता अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया, जब झाओ ने कहा कि बिनेंस FTT की अपनी होल्डिंग बेच रहा था, जो कि FTX एक्सचेंज का मूल टोकन था, जो उसे प्राप्त हुआ था, पिछले साल फर्म से बाहर निकलने के हिस्से के रूप में.

Binance-FTX सौदे के बाद क्रिप्टो कीमतों में आई गिरावट को लेकर कॉइनबेस ने निवेशकों को आश्वासन दिया कि FTT टोकन के लिए इसका कोई जोखिम नहीं है और FTX के लिए "बहुत कम" जोखिम है.

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विश्व के बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज से गायब हो गए ग्राहकों के 8054 करोड़, जांच जारी

बिजनेस डेस्कः क्रिप्टोकरेंसी के दीवानों के लिए बुरी खबर है। दुनिया के बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज में से एक एफटीएक्स ने शुक्रवार को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन किया। लोग इस झटके से उबरे भी नहीं थे कि ग्राहकों के 100 करोड़ डॉलर (करीब 8054 करोड़ रुपए) एक्सचेंज से गायब होने का खुलासा हुआ।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सचेंज के संस्थापक सैम बैंकमेन ने बिना किसी को बताए एफटीएक्स से यह रकम अपनी ट्रेडिंग कंपनी अलामेडा रिसर्च में भेज दी। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस कुल राशि के ट्रांसफर के बाद से ही ग्राहकों के फंड एक बड़ा हिस्सा गायब है। कुछ लोगों का दावा है कि 1.7 अरब डॉलर (13,600 करोड़ रुपए) गायब हैं। जबकि कुछ का दावा है कि यह राशि 100 करोड़ डॉलर से 200 करोड़ डॉलर के बीच है।

ऐसे हुआ खुलासा

रिपोर्ट के मुताबिक, फंड गायब होने का पता पिछले रविवार को बैंकमेन-फ्राइड के दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शेयर किए गए क्रिप्टो एक्सचेंज रिकॉर्ड्स से चला। दावा किया जा रहा है कि इन रिकॉर्ड्स से वर्तमान तक की स्थिति का पता चल गया है।

एफटीएक्स के अधिकारियों ने दी जानकारी

रिपोर्ट की जानकारी एफटीएक्स में वरिष्ठ पदों पर काम करने वाले लोगों ने दी है, जो इस हफ्ते तक एक्सचेंज में काम कर रहे थे। उन्होंने बताया है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति पर उन्हें जानकारी शीर्ष अधिकारियों ने दी है।

एफटीएक्स में तब तक सब अच्छा चल रहा था, जब तक उसने अपने प्रतिद्वंद्वी एक्सचेंज बिनेंस को खरीदने की कोशिश नहीं की थी। यह सौदा असफल रहा और इसका कंपनी की आर्थिक सेहत पर काफी बुरा असर पड़ा। इसके बाद इस हफ्ते की शुरुआत में ग्राहक बड़ी संख्या में विड्रॉल करने लगे। एक्सचेंज इससे उबर नहीं पाया और पूरी तरह ढह गया।

बैंकमेन का दावा- नियमों के अनुसार पैसे भेजे

रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकमेन ने कहा है कि वह इस 10 अरब डॉलर के ट्रांसफर की गलत तस्वीर पेश किए जाने के तरीके से असहमत हैं। इस राशि को छुपा कर ट्रांसफर नहीं किया गया है। बैंकमेन ने शुक्रवार को एक ट्वीट में कहा कि वह देख रहे हैं कि एफटीएक्स में क्या हो गया था। वह इस हफ्ते की शुरुआत में हुई चीजों को लेकर बहुत हैरान हैं। बैंकमेन का कहना है कि वह जल्द ही पूरी घटनाओं पर एक पूरा पोस्ट लिखेंगे।

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