चालूू खाता खुलवाने

हैलो दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम आपको करंट अकाउंट के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं, जैसे की Current account क्या होता है, Current account kaise khole, इसे क्यों और कब खोला जाता है, थता करंट अकाउंट खुलवाने के लिए आपको किन documents की आवश्यकता पड़ती है।

जब भी आप कोई व्यापार (Business) शुरू करने जाते हैं, जिसमे लेन-देन (transections) काफी अधिक होंती हैं, तो उसे शुरू करते समय आपको जिन चीजों की आवश्यकता पड़ती है, उनमे Current account आपकी एक सबसे महत्वपूर्ण जरुरत है। जिस प्रकार आप अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिए बैंक में सेविंग अकाउंट खुलवाते हैं, उसमे पैसे जमा करते हैं, या निकालते हैं, उसी प्रकार बिज़नेस में होने वाले पैसे के लेन-देन के लिए Current account यानि चालू खाते की जरुरत होती है।

यदि आपके मन में सवाल उठ रहा है, की आख़िर बिज़नेस के लिए चालूू खाता खुलवाने चालू खाते की ही आवश्यकता क्यों होती है, आप सेविंग अकाउंट से भी तो लेन-देन कर सकते हैं, तो आपको बता दें की, जी हाँ आप पर्सनल अकाउंट से भी बिज़नेस ट्रांसेक्शन्स कर सकते हैं, लेकिन उसकी बहुत थोड़ा ट्रांसेक्शन लिमिट होती हैं, उस लिमिट के ख़तम होने के बाद बैंक आपसे ट्रांसेक्शन चार्ज लेने लगता है, और साथ ही आपको दूसरी कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ सकता है।

क्योंकि सेविंग अकाउंट में पर्सनल और बिज़नेस दोनों से जुड़ी ट्रांसेक्शन मिक्स हो जाती हैं, जिससे tax assessment के समय या पेमेंट मैच के समय दिक्कतें उतपन्न होती हैं, book keeping में उलझन होती है, बिज़नेस के खर्चों का पता लगाना सरदर्दी का काम हो जाता चालूू खाता खुलवाने है, और जैसे-जैसे बिज़नेस का आकार बड़ा होता जाता है, मुसीबतें बढ़ती चली जाती हैं। इसी लिए Current account बिज़नेस शुरू करने की एक सबसे पहली जरुरत होती है, चालूू खाता खुलवाने जिसमे सिर्फ बिज़नेस से जुड़ी ट्रांसेक्शन्स ही की जाती हैं।

अब आप यह तो जान ही गए होंगे की Current account बिज़नेस के लिए कितना आवश्यक है, तो चलिए आगे बढ़ते हैं, और करंट अकाउंट के बारे में और अधिक गहराई से जानते हैं।

Current account क्या है। What is current account in Hindi

बैंक अपने ग्राहकों की आवश्यकता अनुसार उन्हें विभिन्न प्रकार के अकाउंट खुलवाने की सुविधा प्रदान करता है, उनमे से एक अकाउंट Current account भी है।

करंट अकाउंट को बिज़नेस अकाउंट भी कहा जाता है, इसे तब खुलवाया जाता है, जब आप कोई बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं, या कर रहे हैं, जहाँ पर आपकी नियमित बैंक ट्रांसेक्शन्स होती हैं। य ह बैंक अकाउंट कंपनियों, फर्मों, थता व्यवसायियों के बीच काफी लोकप्रिय है, क्योंकि व्यापार में पैसे के लेन-देन के लिए Current account का ही उपयोग किया जाता है, जहाँ पर व्यापारी का बैंक के साथ नियमित लेन-देन चलता रहता है, यानि बैंक में उनकी regular transections होती हैं। करंट अकाउंट को Demand deposit account भी कहा जाता है।

करंट अकाउंट को किसी भी कमर्शियल बैंक में खुलवाया जा सकता है, लेकिन इसे खुलवाने के लिए कम से कम 5000 से 25000 bank deposit करना पड़ता है, जो की हर एक बैंक का अलग नियम है। आम तोर पर जहाँ सरकारी बैंकों में कम से कम 5000 रुपया जमा कर आपका करंट अकाउंट खोल दिया जाता है, वहीँ कई बड़े कमर्शियल बैंकों में करंट अकाउंट खुलवाने के लिए 20 से 25000 तक की राशि जमा करनी पड़ती है। हालाँकि यह पैसा आपके करंट अकाउंट में ही जमा रहता है, जिसे आपको maintain करके चालूू खाता खुलवाने रखना होता है।

जैसे की हमने ऊपर भी बताया है, की करंट अकाउंट में ट्रांसेक्शन्स की कोई लिमिट नहीं होती है, यानि आप कितनी भी ट्रांसेक्शन्स कर सकते हैं, इसी कारण करंट अकाउंट में Account holder को उसके जमा पैसे पर कोई भी Interest नहीं मिलता है, भले ही अकाउंट में कितने भी पैसे क्यों ना जमा हों। करंट अकाउंट में पैसे का लेन-देन आम तोर पर Cheque या Net banking द्वारा किया जाता है, वहीँ आप इसमें Cash भी निकाल व जमा कर सकते हैं।

Current account kaise khole | करंट अकाउंट कैसे खोलें

य दि आप भी अपने बिज़नेस के लिए करंट अकाउंट खुलवाना चाहते हैं, तो इसे आप आसानी से खुलवा सकते हैं। करंट अकाउंट की सुविधा देश के लगभग हर एक बड़े बैंक में उपलब्ध है। करंट अकाउंट खुलवाने के लिए बस आपको अपने बैंक में जाना है, और account opening का फॉर्म लेकर भर देना है, जिसमे account type के स्थान पर Current account को चुनना है, साथ ही फॉर्म में मांगी गई दूसरी सभी जानकारियों को भी साफ-साफ भर देना है।

लेकिन ध्यान रहे की करंट अकाउंट बिज़नेस के नाम पर खुलता है, तो आपको अपने थता अपने बिज़नेस से जुड़े डाक्यूमेंट्स भी बैंक में लेकर जाने हैं। यदि किसी कारण फ़िलहाल आप बैंक में नहीं जाना चाहते हैं, तो Current account के लिए online भी apply किया जा सकता है, यह सुविधा लगभग सभी बड़े बैंको में उपलब्ध है, ध्यान रहे की सिर्फ apply कर सकते हैं, अकाउंट खुलवाने के लिए डाक्यूमेंट्स के साथ आपको बैंक में जाना ही पड़ेगा।

करंट अकाउंट खुलवाने के लिए आवश्यक डाक्यूमेंट्स।

करंट अकाउंट खुलवाने के लिए मुख्य रूप से दो तरह से डाक्यूमेंट्स की आवश्यकता होती है, पहला आपके KYC से जुड़े डाक्यूमेंट्स थता दूसरा बिज़नेस प्रमाण से जुड़े डाक्यूमेंट्स, तो चलिए जानते हैं, चालूू खाता खुलवाने ये सभी डाक्यूमेंट्स कौन से हैं।

  • आपका Identity proof जैसे Pan card, Aadhar card, Voter id, Passport, Driving license इत्यादि।
  • आपका Address proof जैसे Aadhar card, Valid passport, electricity bill इत्यादि।
  • आपकी 2 पासपोर्ट साइज कलर फोटोग्राफ।
  • अकाउंट खोलने के लिए आपका एक चेक।
  • बिज़नेस की मुहर।
  • बिजनेस के डॉक्यूमेंट जैसे GST रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट या MSME रजिस्ट्रेशन।
  • Business का एड्रेस प्रूफ जैसे रेंट एग्रीमेंट इत्यादि।
  • यदि अकाउंट पार्टनरशिप में खुलवाना है, तो partnership deed की कॉपी।

करंट अकाउंट खुलवाने के लिए ऊपर बताए गए यह डाक्यूमेंट्स लगभग सभी बैंकों में मांगे जाते हैं, तो बैंक में जाने से पहले इन डाक्यूमेंट्स को जरूर तैयार कर लें, ताकि आपका अकाउंट खुलने में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न ना हो ।

अंतिम शब्द

दोस्तों आपने जाना Current account क्या होता है, Current account kaise khole थता अकाउंट खोलने के लिए वो सभी जरुरी डाक्यूमेंट्स जिनकी आपको आवश्यकता होगी। कोशिश करें की करंट अकाउंट हमेशा बिज़नेस या अपने आस-पास ही खुलवाएं ताकि अकाउंट संबंधी कार्यों के लिए आपको दूर ना जाना पड़े।

दस्तावेज़ आवश्यक चालू खाता

चालू खाता खोलने के लिए विभिन्न प्रकार चालूू खाता खुलवाने की इकाईयों द्वारा निम्नलिखित दस्तावेज प्रस्तुत किए जाना आवश्यक हैं। संदर्भ और जांच के लिए मूल दस्तावेज प्रस्तुत किया जाना आवश्यक है और प्रमाणित सत्य प्रतियां बैंक के अभिलेख हेतु प्रस्तुत की जानी हैं।

स्वामित्व संस्थान

निम्नलिखित में से कोई भी दो (ये स्वामित्व संस्थान के नाम से होने चाहिए)

  • नगरपालिका प्राधिकारी द्वारा शॉप्स एंड एस्टैब्लिशमेंट ऐक्ट के अंतर्गत जारी किया गया प्रमाणपत्र/ लाइसेन्स
  • बिक्री तथा आय कर विवरणी
  • सीएसटी/ वैट प्रमाणपत्र
  • बिक्री कर/ सेवा कर/ व्यवसाय कर प्राधिकारियों द्वारा जारी किए गए प्रमाणपत्र/ पंजीकरण दस्तावेज
  • भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान, इन्स्टिट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटैंट्स ऑफ इंडिया, भारतीय कंपनी सचिव संस्थान, भारतीय मेडिकल काउन्सिल, खाद्य और औषधि नियंत्रण प्राधिकारी जैसे, पंजीकरण प्राधिकारी द्वारा जारी प्रैक्टिस प्रमाणपत्र, केन्द्र सरकार या राज्य सरकार प्राधिकारी/ विभाग इत्यादि द्वारा स्वामित्व संस्थान के नाम से जारी किया गया पंजीकरण/ लाइसेन्स दस्तावेज
  • डीजीएफटी कार्यालय द्वारा स्वामित्व संस्थान को जारी आईईसी (निर्यातक/आयातक कूट)
  • एकल स्वामी के नाम से संपूर्ण आयकर विवरणी (मात्र पावती नहीं) जहां प्रदर्शित फर्म की आय को आयकर प्राधिकारियों द्वारा यथोचित रूप से संविक्षित किया गया हो/ पावती दी गई हो।
  • स्वामित्व संस्थान के नाम से यूटिलिटी बिल जैसे कि बिजली, पानी और लैण्डलाइन टेलीफोन बिल

भागीदारी फर्म

  • पंजीकरण प्रमाणपत्र
  • भागीदारी विलेख
  • कंपनी की ओर से व्यवसाय करने हेतु किसी भागीदार या फर्म के किसी कर्मचारी को दिया गया मुख्तारनामा
  • कोई भी कार्यालयीन वैध दस्तावेज जो भागीदारों और मुख्तारनामाधारक व्यक्तियों तथा उनके पतों को अभिनिर्धारित करें।
  • फर्म/ भागीदारों चालूू खाता खुलवाने के नाम से टेलिफोन बिल

कंपनियाँ/एलएलपी

  • निगमन प्रमाणपत्र और संस्था के अंतर्नियम व बहिर्नियम
  • खाता खोलने हेतु निदेशक मंडल का प्रस्ताव और खाता परिचालित करने का प्राधिकार रखनेवाले व्यक्तियों की पहचान
  • कंपनी की ओर से व्यवसाय करने हेतु इसके प्रबंधकों, अधिकारियों या कर्मचारियों को प्रदत्त मुख्तारनामा
  • पैन आबंटन पत्र की प्रति
  • टेलीफोन बिल की प्रति

ट्रस्ट और फाउंडेशन

  • पंजीकरण प्रमाणपत्र
  • इसकी चालूू खाता खुलवाने ओर से व्यवसाय करने हेतु प्रदत्त मुख्तारनामा
  • ट्रस्टियों, उपनिवेशों, लाभार्थियों और मुख्तारनामाधारकों, संस्थापकों/ प्रबंधकों/ निदेशकों और उनके पतों की पहचान हेतु कोई कार्यालयीन वैध दस्तावेज
  • फाउंडेशन/ एसोसिएशन के प्रबंधन निकाय का प्रस्ताव
  • टेलीफोन बिल

उपर्युक्त के अलावा यथोचित रूप से भरा हुआ और संविक्षित खाता खोलने का फॉर्म, ग्राहक की जानकारी का फॉर्म, भागीदारी/ स्वामित्व (यथा प्रयोज्य) का पत्र, अन्य शाखा/ बैंक इत्यादि के पास खातों/ सुविधाओं के संबंध में घोषणा प्रस्तुत किया जाना आवश्यक है।

केवाईसी मानदण्डों के अंतर्गत अपेक्षित वैयक्तिक/ वैयक्तिकों जैसे कि स्वामी/ भागीदार/ निदेशक/ ट्रस्टी/ प्राधिकृत हस्ताक्षरकर्ता इत्यादि की पहचान और पते के साक्ष्य के दस्तावेज प्रस्तुत किया जाना आवश्यक है।

पहचान के साक्ष्य (निम्नलिखित में से कोई एक)

  • पासपोर्ट
  • पैनकार्ड
  • मतदाता पहचान कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेन्स
  • नरेगा द्वारा जारी जॉबकार्ड (राज्य सरकार के किसी अधिकारी द्वारा यथोचित रूप से हस्ताक्षरित)
  • भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा जारी पत्र जिसमें नाम, पते और आधार क्रमांक के ब्योरे शामिल हों।
  • पहचानपत्र (बैंक की संतुष्टि के अधीन)
  • बैंक की संतुष्टि के लिए प्रतिष्ठित सार्वजनिक प्राधिकारी या लोक सेवक का पत्र जो ग्राहक की पहचान और पते की पुष्टि करता हो।

पते के साक्ष्य (निम्नलिखित में से कोई एक)

  • टेलीफोन बिल
  • बैंक अकाउंट विवरण
  • किसी प्रतिष्ठित सार्वजनिक प्राधिकारी का पत्र
  • बिजली का बिल
  • राशन कार्ड
  • नियोक्ता का पत्र (बैंक की संतुष्टि के अधीन)
  • राज्य सरकार या समकक्ष पंजीकरण प्राधिकारी के पास यथोचित रूप से पंजीकृत किराया करार जो ग्राहक का पता प्रदर्शित करता हो।

यदि कोई एकल दस्तावेज पहचान और पते, दोनों के उद्देश्यों को पूर्ण करता हो तो इसके लिए कोई अलग दस्तावेज आवश्यक नहीं है।

बैंक में करंट अकाउंट कैसे खोलें | Open a Current Bank Account

बैंक में करंट अकाउंट कैसे खोलें – How to Open a Current Bank Account

चालू खाता or Current Account एक खाता है जिसमें लेनदेन पर कोई सीमा नहीं है। लेनदेन का एक दिन में किया जा सकता है और इसलिए Transactional Accounts के रूप में भी जाना जाता है। इस प्रकार के खाते न तो निवेश के उद्देश्य के लिए और न ही बचत के उद्देश्य के लिए आयोजित किए जाते हैं बल्कि केवल व्यापार की सुविधा के लिए होते हैं क्योंकि ये खाते सबसे अधिक तरल प्रकार के खाते होते हैं।बैंक इन खातों में चालूू खाता खुलवाने लगी हुई राशि पर कोई ब्याज नहीं देते हैं और कुछ मामलों में वे जो सेवाएं प्रदान करते हैं, उनके लिए एक छोटा सा शुल्क भी लेते हैं। इन चालूू खाता खुलवाने प्रकार के बैंक खाते आमतौर पर व्यवसायों द्वारा खोले जाते हैं क्योंकि वहां नहीं। लेनदेन के उच्च पक्ष पर हैं।

Choose the right Bank for taking Current account – चालू खाता लेने के लिए सही बैंक चुनें

वर्तमान बैंक खाते आपको सामान्य रूप से व्यक्तिगत खातों जैसे नकदी और चेक हैंडलिंग, प्रत्यक्ष डेबिट और स्थायी आदेश, एनईएफटी, मोबाइल बैंकिंग, डेबिट / क्रेडिट कार्ड और ओवरड्राफ्ट इत्यादि में जो कुछ भी मिलते हैं, प्रदान करते हैं। लेकिन व्यक्तिगत बचत खाते के विपरीत, आपसे शुल्क लिया जाएगा आपके वर्तमान खाते पर किए गए लेन-देन, इसलिए आपको हमेशा जो कुछ चाहिए, उसका विश्लेषण करना बेहतर होता है और लाभ प्रदान करने के लिए बैंकों को क्या प्रदान किया जाता है और उन दोनों से मेल खाता है। यह मोबाइल योजनाओं को चुनने की तरह है! उदाहरण के लिए – यदि आप अधिक लेनदेन करते हैं तो अधिक बैंकों को लेन-देन देने वाले बैंक का चयन करें। इन लिंकों को दो अलग-अलग बैंकों एचडीएफसी और बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा प्रदान की गई विभिन्न सुविधाओं को दिखाते हुए मिला।

How to open a Current Account in a Bank? – बैंक में चालू खाता कैसे खोलें?

सभी भारतीय बैंकों को चालू खाते खोलने की अनुमति है। आप अपेक्षित दस्तावेजों के साथ किसी भी बैंक से संपर्क कर सकते हैं और आवेदन पत्र में सभी विवरण सफलतापूर्वक प्रस्तुत कर सकते हैं, बैंकर सभी दस्तावेजों की पुष्टि करेगा और संतुष्ट होने पर, वे आपका चालू खाता खोलेंगे।

चालू खाता उपयोगकर्ताओं को अपने खातों में न्यूनतम त्रैमासिक औसत शेषराशि बनाए रखने की भी आवश्यकता होती है। अधिकांश बैंकों में न्यूनतम त्रैमासिक औसत बैलेंस मानदंड 5,000 / 10,000 रुपये है।

Documents required for opening a Current Account- एक चालू खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज

भारत में चालू खाता खोलने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक हैं

LIst of Documents In Hindi –

  • पैन कार्ड
  • साझेदारी कार्य (साझेदारी फर्म के मामले में)
  • निवेश का प्रमाणपत्र, एसोसिएशन के ज्ञापन और एसोसिएशन ऑफ आर्टिकल्स (कंपनियों के मामले में)
  • बैंक खाता खोलने के लिए एक चेक
  • फर्म / कंपनी / एचयूएफ का पता प्रमाण
  • सभी भागीदारों / निदेशकों का आईडी और पता प्रमाण

List of Documents In English –

  • PAN Card
  • Partnership Deed (in case of Partnership Firm)
  • Certificate of Incorporation, Memorandum of Association and Articles of Association (in case of Companies)
  • A Cheque for opening the Bank Account
  • Address Proof of the Firm/ Company/HUF
  • ID and Address proof of all partners/directors

खाताधारक को सभी केवाईसी मानदंडों का पालन करने की भी आवश्यकता होगी। यदि आपके पास उपरोक्त सभी दस्तावेज नहीं हैं, तो आप इस लिंक को संदर्भित कर सकते हैं जो उपर्युक्त दस्तावेज़ उपलब्ध नहीं होने पर वैकल्पिक दस्तावेजों की सूची प्रदान करता है।

लगभग सभी बैंक वर्तमान खाता उपयोगकर्ताओं के लिए डेबिट कार्ड, मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा प्रदान करते हैं। हालांकि, वे ऐसी सेवाओं के लिए एक छोटा सा शुल्क ले सकते हैं।

Conclusion

मुझे आशा है कि आपको इस लेख बैंक में करंट अकाउंट कैसे खोलें – How to Open a Current Bank Account पसंद आया होगा , अगर आप को कोई भी उलझन हुई हो तो , आप हमारी वेबसाइट देख सकते हैं और Current Account के लिए आवेदन कर सकते है |

चालूू खाता खुलवाने

पात्रता

कोई निवासी व्‍यक्ति- एकल खाता, दो या अधिक व्‍यक्ति- संयुक्‍त खाता, एकमात्र स्‍वामित्‍व संस्‍थाएं, साझीदार संस्‍थाएं, निरक्षर व्‍यक्ति, दृष्टि बाधित व्‍यक्ति, बच्‍चे (खाते का परिचालन अभिभावक द्वारा किया जाएगा), सीमित कंपनियां, संघ, क्लब, समितियां आदि.

संस्‍थाएं, संयुक्‍त हिन्‍दू परिवार (केवल गैर-व्‍यापारिक प्रकृति वाले खाते), नगरपालिकाएं, सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी निकायें, पंचायतें.

  • धार्मिक संस्‍थान
  • शैक्षिक संस्‍थान (विश्‍वविद्यालय शामिल हैं)
  • धर्मार्थ संस्‍थाएं

लाभ

कार्ड सुविधा

एटीएम कार्ड व्‍यक्तिगत चालू खाता धारकों, संयुक्‍त खाताधारकों और एकल स्‍वामित्‍व संस्‍थाओं के स्वामियों को दिए जाते हैं.

देश भर में एटीएमों के व्‍यापक नेटवर्क के जरिए पैसा निकालने, अपने शेष की जानकारी प्राप्त करने, खाते का लघु विवरण, मोबाइल रिचार्ज करने आदि के लिए अपना एटीएम कार्ड प्राप्‍त करें. इसके अलावा, आप इस कार्ड से भारत के कारोबारी प्रतिष्‍ठानों से खरीददारी भी कर सकते हैं. हमारे बैंक से आप अपना एटीएम-सह डेबिट कार्ड भी प्राप्‍त कर सकते हैं जो पूरी तरह से अंतर्राष्‍ट्रीय है और जिसका उपयोग भारत के साथ-साथ विदेशों में भी किया जा सकता है, इस सुविधा लिए नाममात्र शुल्‍क देना होता है.

आसान एवं व्‍यापक पहुंच

यूनियन बैंक इंटरनेट बैंकिंग के माध्‍यम से अपनी सुविधानुसार बैंकिंग कर आप समय व लागत दोनों की बचत कर सकते हैं. ` 20/- प्रति लेनदेन के नाममात्र शुल्‍क का भुगतान कर आप किसी भी बैंक के एटीएम चालूू खाता खुलवाने का उपयोग कर सकते हैं.

चालू खाता (Current Account) किसे कहते है चालू खाते के लाभ और नुकसान

Current Account

Step 1. Online Current Account खुलवाने के लिए सबसे पहले आपको SBI की वेबसाइट https://www.onlinesbi.com/ पर जाकर Apply for SBI/Current Account पर क्लिक करना होगा जिसमें आपको 2 ऑप्शन दिखेगें जिसमें आपको Current Account पर क्लिक करना हैं।

Step 2. इसके बाद आप एक नए पेज पर पहुंचेंगे जहां प्रॉसेस से जुड़ी जानकारी के साथ-साथ Start Now का विकल्प दिखेगा। इस पर क्लिक करने पर आपको तीन विकल्प Customer Application Form , Partially Filled Form , Print Account Opening Formदिखेगें।

Step 3. किसी एक विकल्प पर क्लिक करने पर उसके मुताबिक फॉर्म खुलेगा। Customer Information Sheet और Account Opening Form इसके दो हिस्से हैं। आप Customer Information Sheet भरने के बाद ही Account Opening Form भर पाएंगे।

Step 4. इसके बाद आपको ब्रांच का कोड, ब्रांच का नाम, पैन नंबर, जी एसटीएन, कॉन्टैक्ट नंबर आदि डिटेल्स भरकर Save and Continue बटन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आगे की Process करते जानी हैं।

Step 5. Online Account Opening Form भरकर आपको जमा करना हैं।

Step 6. Process Complete हो जाने के बाद आवेदक के बैंक के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक एप्लीकेशन रेफरेंस नंबर (चालूू खाता खुलवाने ARN) आएगा। ARN का इस्तेमाल कर भरा हुआ Account Opening Form Download कर प्रिंट निकाल लें।

Step 7. भरे हुए अकाउंट ओपनिंग फॉर्म, फोटो और मान्य KYC दस्तावेज लेकर आपको बैंक ब्रांच में जाकर फ्रॉम जमा करना होगा और आपका Current Account खुल जाएगा।

चालू खाते और बचत खाते में अंतर

चालू खाताबचत खाता
Current Account में आप Unlimited Transaction कर सकते हैं।Saving Account में आप सिर्फ इतना ही पैसा निकाल सकते है जितनी बैंक ने लिमिट दी होती हैं।
करंट अकाउंट से आप को जमा राशि पर कोई ब्याज नहीं मिलता हैं।सेविंग अकाउंट में जमा राशि पर ब्याज दिया दिया जाता हैं।
करंट अकाउंट में आप को मिनिमम बैलेंस रखना होता हैं नहीं तो आपको इसके लिए चार्ज किया जायेगा।सेविंग अकाउंट में आप जीरो Balance पर भी अकाउंट खुलवा सकते है।
करंट अकाउंट में पैसे रखने की कोई लिमिट नहीं होती है।Saving Bank Account में बैलेंस रखने की लिमिट होती है अगर ज्यादा बैलेंस मेनटेन करते है तो टैक्स देना होता है।
सेविंग बैंक अकाउंट पर आप को कोई लिमिट या Terms and Conditions नहीं दिए जाते हैं।सेविंग अकाउंट कमर्चारियों, बिज़नेस करने वालों के लिए उपयोगी साबित होता हैं।

चालू खाते के लाभ

  • Current Account में डिमांड ड्राफ्ट सुविधा से पैसा जमा करना और ट्रांसफर करना आसान हो जाता है।
  • इसमें बैंक डोर स्टेप बैंकिंग, टेलिफोनिक बैंकिंग, ऑनलाइन बैंकिग जैसे सुविधाएं देते हैं।
  • इस अकाउंट से लोन लेने में भी मदद मिलती है।
  • इसके कस्टमर देश में कहीं भी किसी भी ब्रांच से ट्रांजेक्शन कर सकते हैं।

चालू खाते के नुकसान

  • करंट अकाउंट में जमा होने वाले पैसों पर ब्याज नहीं मिलता है।
  • SBI में करंट अकाउंट में मिनिमम दस हजार रखने होते हैं।

जरूर पढ़िए:-

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